अभाविप (ABVP) के राष्ट्रीय महामंत्री श्री विष्णु दत्त शर्मा द्वारा बैंगलोर में जारी प्रेस वक्तव्य

दिनाक – 13 नवम्बर, 2010  

वर्तमान समय में कांग्रेस द्वारा संघ कार्यालयों पर हो रहे प्रदर्शन एवम हमलो का अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद् तीव्र निषेध  करती है . साथ ही ऐसे प्रदर्शन के नाम पर गुंडागर्दी की राजनीती को अलोकतान्त्रिक करार देते हुए यह चेतावनी देती है की अगर इन घटनायो को तुरंत नहीं रोका गया तो विद्यार्थी परिषद् लोकतान्त्रिक तरीके से उसका कड़ा प्रतिकार करेगी !  राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ द्वारा माननीय सुदर्शन जी के वक्तव्य पर खेद जताने के उपरांत भी देश भर में ऐसी घटनायो का होना शर्मनाक है !

अभाविप का मानना है की ऐसे समय में कांग्रेस को स्वयं अपनी समीक्षा करनी चाहिये की स्वाधीनता जैसे आन्दोलन के नेतृत्व का  दावा करने वाले दल का नेता कोई विदेशी व्यक्ति है , ये वास्तव में एक विवादास्पद और बहस का मुद्दा है ! इंदिरा गाँधी की हत्या के बाद हजारो निर्दोष सिखों की हत्या में कई कोंग्रेसियो का लिप्त होना , कांग्रेस महासचिव दिग्विजय सिंह व् राहुल गाँधी का सरेआम नक्सलियों का समर्थन करना , केंद्र सरकार द्वारा कश्मीरी आतंकवदियो को पुरस्कृत करना तथा कांग्रेस के नेता राहुल  गाँधी द्वारा संघ की तुलना सिमी जैसे संगठन से करना हास्यास्पद एव घिनौनी राजनीती का परिचायक है !  
 देश में लोकतंत्र की हत्या करने वाली कांग्रेस के लिए यह भी एक समीक्षा का विषय है की स्वंयं श्रीमती सोनिया गाँधी द्वारा पूर्व में अटल बिहारी वाजपेयी जैसे नेता को देश का गद्दार कहना कांग्रेस की  किस सभ्यता में आता है 
एक वक्तव्य पर इतना हंगामा करने वाले कोंग्रेसियो से परिषद् ये पूछना चाहती है की देश की प्रतिष्ठा के साथ खिलवाड़ करने वाले कलमाड़ी एव शहीदों के नाम पर घोटाले करने वाले अशोक चव्हाण जैसे  भष्ट्राचारियो  के खिलाफ  केवल पदों से हटाकर की गई कार्यवाही प्रयाप्त है क्या ..?      

4 COMMENTS

  1. सोनिया का सच भारतका आम आदमी यदि जानेगा, तो पता नहीं, वह क्या करेगा? और सोनिया जी(?) शायद, स्वित्ज़रलंड या इटाली चली जाएगी। वैसे इंदिरा जी के आपात्काल में भी उन्होंने “बोरिया बिस्तर बॅग” ज़रूरत पडने पर भागने के लिए तैय्यार रखे थे।और जब इंदिरा जी को पद छोडना पडा तब डरसे बच्चों सहित परदेश जा बैठी थी।
    इतना घिनौना सच भारत जानना चाहता है? और वह कभी सच कहने तैय्यार क्यों होंगी?
    जानना चाहते हैं? तो विकिपेडिया पर जाकर पढ लीजिए।

  2. श्री सुदर्शन जी के बयां के बाद मचा बबाल और उसके बाद अभाविप (ABVP) का बयान. युवा जागरूक हो रहे है. देश की जनता के सामने सच्चाई तो आये.

  3. मा. सुदर्शन जी के इस बयांन का नतीजा है कि ४० वर्षों बाद संघ का इतना बड़ा विरोध प्रदर्शन अपने विषय से भटक गया और शीत कालीन सत्र में घोटालों पर चर्चा भी दब कर रह गयी …सोनिया गाँधी के सन्दर्भ में दिया गया बयान सुदर्शन जी के व्यक्तित्व और कद से मेल नहीं खाता और न ही राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की संस्कृति से |

    बयानबाजी करिए लेकिन समय और परिस्थितियों का ध्यान रखना भी जरुरी होता है
    और रही बात कांग्रेस के प्रदर्शन की तो इतना ही कहूँगा ..वाह रे कांग्रेस के ….. कभी इतनी जहमत नही उठाई जनता के हित के लिए, घोटाले पे घोटाले हुए, ग़ेम घोटाला 1 लाख करोड़ , आदर्श सोसाइटी घोटाला.. शहीदो को धोखा, देश के सुरक्षा से खिलवाड़, टूजी स्पेक्ट्रम घोटाला पौने दो लाख करोड़.
    प्रिय सोनिया और कांग्रेस के चम्चो कभी इसके विरोध मे भी बोलो.

  4. शर्मा जी धन्वाद आप क ये वक्तव कांग्रेसियों के मुह पर तमाचा है

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