भारत के उद्योग जगत के लिए एक अच्छी खबर है। रबर और टायर की बड़ी कंपनियों में से एक अपोलो टायर लिमिटेड, अमेरिका की रबर और टायर की अग्रणी कंपनियों में से एक कूपर टायर और रबर को. को खरीदने की पहल कर रही है। भारत की किसी कंपनी द्वारा किसी अमेरिकी कंपनी को खरीदने की पहल भारतीय उद्योग के लिए एक सकारात्मक ख़बर मानी जा रही है। सूत्रों के मुताबिक, अपोलो टायर लि. के प्रबंध निदेशक ओंकार कंवर और उनके बेटे व कंपनी के वाइस चेयरमैन नीरज कंवर इस करार को लेकर लगातार अमेरिकी दौरे पर रहे। इस दौरान ख़बर ये भी आई कि उनके अमेरिकी दौरे के दौरान वह कूपर टायर के चेयरमैन रॉय आर्म्स के साथ लगातार संपर्क में हैं। जानकारों की मानें तो इस वक्त अपोलो टायर का पूरा शीर्ष प्रबंधन अमेरिका में इस करार को अंतिम रूप देने की जुगत में है।
बता दें कि अगर सबकुछ ठीक रहा तो करीब 2.25 से 2.5 बिलियन डॉलर की यह डील अगले दो से ढाई महीनों में पूरी होने की संभावना है। ओद्योगिक विश्लेषकों की मानें तो अब बातचीत यहां अटकी है कि अपोलो टायर कूपर टायर का शेयर कितने प्रीमियम पर खरीदेगा। साथ ही, विश्लेषक तो यहां तक बताते हैं कि अपोलो टायर कूपर टायर का शेयर 40 फीसदी तक देने की सिफारिश कर सकता है।
ज्ञात हो कि यह पहली बार नहीं है कि अपोलो टायर के पूरे शीर्ष प्रबंधन ने पिछले वर्ष भी उन्होंने कूपर टायर कंपनी को अपनी कंपनी में शामिल करने का प्रस्ताव दिया था, लेकिन कुछ तकनीकी नियमों-शर्तों के कारण यह डील नहीं हो पाई थी। एक अखबार के हवाले से खबर यहां तक है कि पिछले 10 वर्षों से श्री कंवर कूपर टायर के परफॉरमेंस से मोहित रहे हैं और यह उनका सपना है कि कैसे यूएस की इस अग्रणी टायर कंपनी से समझौता किया जाए। बहरहाल,इस डील के साथ ही भारत में उद्योग जगत को नई दिशा मिल सकती है।