राजनीति अटल बिहारी वाजपेयी के 94 वें जन्म दिवस पर विशेष December 24, 2018 / December 24, 2018 | 2 Comments on अटल बिहारी वाजपेयी के 94 वें जन्म दिवस पर विशेष मुकेश तिवारी राजनीति और लोकप्रियता में हर समकालीन से काफी उंचे पूर्वप्रधानमंत्री भारत रत्न अटल बिहारी वाजपेयी को परमपिता परमेश्वर ने वह रूखाई कभी नहीं दी जो शिखर पर बैठे लोगों में अक्सर होती हैं। कडवा सच तो यह हैकि यही अदूभुत कला उनके जन जन का लोकप्रिय नेता होने की अहम वजह थी। व्यक्तित्व […] Read more » अटल बिहारी वाजपेयी के 94 वें जन्म दिवस पर विशेष
व्यंग्य क्लीन चिट December 20, 2018 / December 20, 2018 | Leave a Comment दिलीप कुमार अजीब गोरखधंधा है साहब इन विज्ञापनों ने तो बड़ा कन्फ्यूज़ कर दिया ,कमबख्त कहते हैं कि दाग धोने वाले पाउडर ही कहता है कि दाग अच्छे हैं,उधर जीवन के हर क्षेत्र में क्लीन चिट की डिमांड बढ़ रही है ।जिसे देखो क्लीन चिट लिये खड़ा है ,जितने क्लीन चिट की ज़रूरत है उतने […] Read more »
धर्म-अध्यात्म ‘यज्ञ करने से परमात्मा की पूर्ण भक्ति हो जाती हैः डॉ. महेश विद्यालंकार’ December 20, 2018 | Leave a Comment -मनमोहन कुमार आर्य गुरुकुल गौतमनगर दिल्ली का वार्षिकोत्सव एवं चतुर्वेद पारायण यज्ञ रविवार दिनांक 16-12-2018 को सोत्साह सम्पन्न हुआ। वेद पारायण यज्ञ के ब्रह्मा प्रसिद्ध वैदिक विद्वान डॉ. महावीर अग्रवाल थे। इस अवसर चतुर्वेद पारायण यज्ञ की पूर्णाहुति होने सहित अनेक विद्वानों के प्रवचन हुए। तीन विद्वानों का सम्मान भी किया गया। इस लेख में […] Read more » आर्यसमाज डॉ. महेश विद्यालंकार जी स्वामी त्यागानन्द स्वामी धर्मेश्वरानन्द सरस्वती
गजल शीर्षक: आँखों में सँभालता हूँ पानी December 19, 2018 / December 19, 2018 | Leave a Comment डॉ. रूपेश जैन ‘राहत’ आँखों में सँभालता हूँ पानी आया है प्यार शायद ख़ुशबू कैसी, झोंका हवा का घर में बार बार शायद रात सी ये ज़िंदगी और ख़्वाब हम यूँ बिसार गए बार बार नींद से जागे टूट गया है ए’तिबार शायद सिमटके सोते हैं अपने लिखे ख़तों की सेज बनाकर माज़ी की यादों से करते हैं ख़ुद को ख़बरदार शायद कुछ रोज़ की महफ़िल फिर ख़ुद से ही दूर हो गए लम्बी गईं तन्हाई की शामें दिल में है ग़ुबार शायद हमारा दिल है कि आईना देख के ख़ुश हुआ जाता है सोचता है वो आये तो ज़िंदगी में आये बहार शायद उठाए फिरते हैं दुआओं का बोझ और कुछ भी नहीं वक़्त में अब अटक गए हैं हौसले के आसार शायद सारी उम्र इन्तिज़ार करें तो कैसे बस इक आहट की अरमाँ तोड़ने का ‘राहत’ करता है कोई व्यापार शायद Read more »
व्यंग्य पहले वाले की दूसरी शादी December 15, 2018 / December 15, 2018 | 1 Comment on पहले वाले की दूसरी शादी पहले वाले की दूसरी शादी प्रियंका चोपड़ा का दूसरा विवाह भी मीडिया में कवरेज नहीं पा रहा है उनकी पीआर एजेंसी इस बात से बहुत दुखी है ,प्रियंका और निक जोनस दोनों के मैनेजर बहुत परेशन हैं कि विवाह नाम के इस जॉइंट वेंचर को इतना फीका रिस्पांस क्यों मिल रहा है जबकि भारत में […] Read more » Amitabh Bacchan अक्षय कुमार पहले वाले की दूसरी शादी शाहिद कपूर
गजल मचलती तमन्नाओं ने December 14, 2018 / December 14, 2018 | Leave a Comment डॉ. रूपेश जैन ‘राहत’ मचलती तमन्नाओं ने आज़माया भी होगा बदलती रुत में ये अक्स शरमाया भी होगा पलट के मिलेंगे अब भी रूठ जाने के बाद लड़ते रहे पर प्यार कहीं छुपाया भी होगा अंजाम-ए-वफ़ा हसीं हो यही दुआ माँगी थी इन जज़्बातों ने एहसास जगाया भी होगा सोचना बेकार जाता रहा बेवजह के शोर में तुम […] Read more » मचलती तमन्नाओं ने
व्यंग्य ओल्ड इज आलवेज गोल्ड December 11, 2018 / December 11, 2018 | Leave a Comment दिलीप कुमार सिंह किम जोंग द्वारा अमेरिका से सुलह कर लेने के बाद भारत टीवी चैनल के कर्ता-धर्ता बहुत परेशान थे कि अब कौन सा देश उनसे युध्दनीति की सूचनाएं साझा करेगा और वो अपनी दुनिया को बचाने की योजनाओं पर काम कैसे करेंगे लेकिन भला हो हिंदी फिल्म की तारिकाओं का ,जिन्होंने टीवी चैंनलों […] Read more » अर्थशास्त्र ओल्ड इज आलवेज गोल्ड लेखकवा सुष्मिता
राजनीति समाज किसान ऋण माफ़ी योजनाएँ एवं उनके सामाजिक सरोकार December 7, 2018 | Leave a Comment डॉ. जीतेंद्र प्रताप भारत सदियों से कृषि प्रधान देश रहा है। विगत वर्षों में या यूँ कहें आजादी के बाद से ही विविध सरकारों ने अपने-अपने तरीकों से किसानों का उपयोग ही किया है। लेकिन जिस तरह से आजकल किसान या उनके मुद्दे चर्चा में रह रहे हैं, वह खासकर एक किसान के लिए, थोड़ा […] Read more » आंध्र प्रदेश किसान ऋण माफ़ी योजनाएँ एवं उनके सामाजिक सरोकार कृषि लोन गरीब बिचौलियों बैंकों मजदूर मध्य प्रदेश महाजनों महाराष्ट्र
राजनीति समाज उन चिराग़ों को बुझा दो तो उजाला होगा December 5, 2018 | Leave a Comment निर्मल रानी उत्तर प्रदेश के बुलंद शहर में पिछले दिनों गौमांस की अफ़वाह को लेकर फैली हिंसा में एक जांबाज़ व कर्मठ पुलिस अधिकारी सुबोध कुमार सिंह की उग्र भीड़ ने हत्या कर दी। पुलिस व उग्र भीड़ के मध्य हुए संघर्ष में भारतीय जनता पार्टी के एक कार्यकर्ता की भी हत्या हो गई। इस […] Read more » उन चिराग़ों को बुझा दो तो उजाला होगा हिंदू-मुस्लिम
धर्म-अध्यात्म “अंग्रेज सरकार की गुरुकुल कांगड़ी पर तिरछी नजर का प्रामाणिक विवरण” December 5, 2018 | Leave a Comment मनमोहन कुमार आर्य, महर्षि दयानन्द जी के प्रमुख शिष्य स्वामी श्रद्धानन्द, पूर्व नाम महात्मा मुंशीराम जी, की एक जीवनी गुरुकुल कांगड़ी विश्वविद्यालय के ही एक वरिष्ठ स्नातक, यशस्वी पत्रकार एवं स्वतन्त्रता सेनानी पं. सत्यदेव विद्यालंकार ने लिखी है। इस पुस्तक का पहला संस्करण स्वामी श्रद्धानन्द जी के बलिदान के 7 वर्ष बाद सन् 1933 में […] Read more » गुरुकुल तपस्या और भक्तिभाव त्याग पं. सत्यदेव विद्यालंकार स्वामी दयानन्द
समाज मीणा भाषा की उत्पत्ति और विकास December 3, 2018 | 1 Comment on मीणा भाषा की उत्पत्ति और विकास श्री पिंटू कुमार मीना “निज भाषा उन्नति अहे, सब उन्नति को मूल, बिन निज भाषा ज्ञान के, मिटे न हिय को शूल ।” भारतेंदु हरिश्चन्द्र का उक्त प्रसंग आज भी प्रासंगिक बना हुआ है । हम अपनी भाषा के अभाव में न अपना विकास पर पाएंगे और न ही अपने हृदय को आत्मसंतुष्टि दे पाएंगे […] Read more » उदई कऊ- (सिगरी) गंगापुर ग्रामीण गड्डमड्ड- (ऊपर-नीचे) चीना- (चिन्ह) जाहिरा डांडी डोल/डोड़- (मेंड) दचकी- (पिचकी) निपजी-(उपजी) न्यांहा- (यहाँ) पदड़ता- (भागता) पिण- (लेकिन) बड़ीला बामणवास तहसील ब्यालू- (शाम का खाना) भेड़े- (इकट्टे) भौत- (बहुत) रपेटी- (दवाई) राणीला लग्गे-ढग्गे- (आस-पास) लड्डी- (ऊट गाड़ी) लोही- (खून) तथा छांद हम्बे रे- (हाँ रे)
धर्म-अध्यात्म “दूसरों की उन्नति में ही हमारी व देश समाज की उन्नति सम्भव है” December 3, 2018 | Leave a Comment मनमोहन कुमार आर्य, परमात्मा ने यह संसार जीवात्माओं के कर्म फल भोग और अपवर्ग अर्थात् मोक्ष प्राप्ति के लिये बनाया है। मनुष्य तथा सभी पशु-पक्षी आदि योनियों में सबका आत्मा एक जैसा है। सबको समान रूप से सुख व दुःख की अनुभूति होती है। सब जीवात्मायें अपने पूर्व जन्मों के कर्मानुसार भिन्न-भिन्न योनियों को प्राप्त […] Read more » अवतारवाद उपनिषद फलित ज्योतिष मनुस्मृति महाभारत मूर्तिपूजा मृतक श्राद्ध रामायण वेदानुकूल दर्शन