प्रवक्ता न्यूज़ ऊर्जा के नये विकल्पों की ओर बढ़ना समय की मांग है। February 7, 2018 | Leave a Comment जावेद अनीस विकास तथा पर्यावरण के बीच संतुलन आज मानवता के लिये सबसे बड़ी चुनौती है, दुनिया भर में विकास के ऐसे मॉडल की मांग बढ़ रही है जो पर्यावरण को नुकसान पहुचांये बिना ही हमारी मौजूदा आवश्यकताओं को पूरा कर सके। भारत दुनिया की उभरती अर्थव्यवस्थाओं में शामिल है लेकिन हम अपने उर्जा जरूरतों के लिये […] Read more » “सतत् विकास लक्ष्य” Featured Growing up for new energy choices is the need of the hour. ऊर्जा प्रधानमंत्री सहज बिजली हर घर योजना
विविधा शिक्षा अधिकार कानून के सात साल बाद प्राथमिक विफलता ? January 9, 2018 | Leave a Comment जावेद अनीस भारत के दोनों सदनों द्वारा पारित ऐसा कानून जो देश के 6 से 14 के सभी बच्चों को निःशुल्क,अनिवार्य और गुणवत्तापूर्ण शिक्षा देने की बात करता है उसके सात साल पूरे होने के बाद उपलब्धियों के बारे में सोचने को बैठें तो पता चलता है कि यह कानून अपना असर छोड़ने में नाकाम […] Read more » Featured शिक्षा अधिकार कानून
बच्चों का पन्ना समाज भारत में अंतर्राष्ट्रीय बाल अधिकार समझौते के 25 साल November 23, 2017 | Leave a Comment जावेद अनीस 20 नवम्बर 1989 को संयुक्त राष्ट्र की आम सभा द्वारा “बाल अधिकार समझौते”को पारित किया था. जिसके बाद से हर वर्ष 20 नवम्बर को अंतरराष्ट्रीय बाल दिवस के रूप में मनाया जाता है. बाल अधिकार संधि ऐसा पहला अंतरराष्ट्रीय समझौता है जो सभी बच्चों के नागरिक, सांस्कृतिक, सामाजिक, आर्थिक एवं राजनीतिक अधिकारों को […] Read more » Featured International Child right Day अंतर्राष्ट्रीय बाल अधिकार जीने का अधिकार विकास का अधिकार सहभागिता का अधिकार सुरक्षा का अधिकार
विश्ववार्ता चिनफिंग इज चाइना November 21, 2017 | Leave a Comment जावेद अनीस चीन विरोधाभासों से भरा देश है, जहाँ एक कम्युनिस्ट शासन व्यवस्था के माध्यम से पूंजीवादी अर्थव्यवस्था का सफल संचालन हो रहा है, चीनी शासक वर्ग इसे चीनी विशेषताओं वाले समाजवाद के रूप में पेश करता है. इसी अटपटे रास्ते पर चलते हुए आज चीन विश्व अर्थतंत्र का ड्राइविंग मशीन बन चुका है. चीन […] Read more » China Featured चाइना
सिनेमा “रागदेश” जिसे अनसुना कर दिया गया September 28, 2017 | Leave a Comment जावेद अनीस उग्र राष्ट्रवाद के इस कानफाडू दौर में राज्यसभा टेलीविजन ने “राग देश” फिल्म बनायी है जो पिछले 28 जुलाई को रिलीज हुई और जल्दी ही परदे से उतर भी गयी. वैसे तो यह एक इतिहास की फिल्म है लेकिन अपने विषयवस्तु और ट्रीटमेंट की वजह से यह मौजूदा समय को भी संबोधित करती […] Read more » Featured रागदेश
विविधा ह्रदय प्रदेश में दलित September 26, 2017 | 1 Comment on ह्रदय प्रदेश में दलित जावेद अनीस अपने आजादी के 71वें साल में जून की एक आधी रात को संसद के सेंट्रल हॉल में बुलाये गये एक विशेष सत्र में इस बात की आधिकारिक घोषणा कर दी गयी है कि भारत “एक बाजार” हो गया है,वस्तु एवं सेवा कर (जीएसटी) की लॉन्चिंग के दौरान दिये गये अपने भाषण में प्रधानमंत्री ने दावा […] Read more » दलित
समाज मध्यप्रदेश- बच्चों के साथ त्रासदियों का पुराना सिलसिला September 19, 2017 | Leave a Comment जावेद अनीस दुर्भाग्य से गोरखपुर की घटना कोई इकलौती घटना नहीं है इससे पहले भी देश के अनेक हिस्सों में इस तरह की घटनायें होती रही हैं . पूर्व में हुई घटनाओं से हम सीख हासिल सकते थे लेकिन हमने कभी भी ऐसा नहीं किया है. हमने तो जवाबदेही को एक दुसरे पर थोपने और […] Read more » Featured इंदौर इंदौर के शासकीय महाराजा यशवंतराव चिकित्सालय एमवाय हॉस्पिटल गोरखपुर भोपाल
मनोरंजन विविधा सिनेमा हदों को तोड़ती “लिपस्टिक अंडर माई बुर्का” July 29, 2017 | Leave a Comment जावेद अनीस बॉलीवुड की ज्यादातर फिल्में दर्शकों से अपना दिमाग सिनेमा हाल से बाहर छोड़ देने की मांग करती हैं लेकिन “लिपस्टिक अंडर माई बुर्का” साल भर में रिलीज हुई उन चुनिन्दा फिल्मों में से हैं जो आपसे मनोरंजन के साथ–साथ सोचने की भी मांग करती है. हमारे समाज में मर्द ही हैं जो जीवन […] Read more » Featured lipstik under my burkha लिपस्टिक अंडर माई बुर्का
खेत-खलिहान समाज कृषि संकट की जड़ें July 22, 2017 | Leave a Comment जावेद अनीस आज भारत के किसान खेती में अपना कोई भविष्य नहीं देखते हैं, उनके लिये खेती-किसानी बोझ बन गया है हालात यह हैं कि देश का हर दूसरा किसान कर्जदार है. 2013 में जारी किए गए राष्ट्रीय नमूना सर्वेक्षण के आंकड़े बताते है कि यदि कुल कर्ज का औसत निकाला जाये देश के प्रत्येक […] Read more » basic problem of agriculture Featured कृषि संकट
विविधा कल्याणकारी योजनाओं में आधार का पेंच June 6, 2017 | Leave a Comment जावेद अनीस 2007 में शुरू की गई मिड डे मील भारत की सबसे सफल सामाजिक नीतियों में से एक है, जिससे होने वाले लाभों को हम स्कूलों में बच्चों की उपस्थिति बाल पोषण के रूप में देख सकते हैं. आज मिड डे मील स्कीम के तहत देश में 12 लाख स्कूलों के 12 करोड़ बच्चों को […] Read more » Featured आधार आधार की अनिवार्यता मिड डे मील
राजनीति नये मोड़ पर व्यापम घोटाला May 26, 2017 | Leave a Comment ‘कैग’ की रिपोर्ट कांग्रेस को हमलावर होने का मौका दे दिया था विपक्ष के नेता अजय सिंह ने शिवराजसिंह का इस्तीफ़ा मांगते हुए कहा था कि “अब यह सवाल नहीं है कि मुख्यमंत्री व्यापमं घोटाले में दोषी हैं या नहीं लेकिन यह तो स्पष्ट हो चुका है कि यह घोटाला उनके 13 साल के मुख्यमंत्रित्व काल में हुआ है, उनके एक मंत्री सहित भाजपा के पदाधिकारी जेल जा चुके हैं और उनके बड़े नेताओं से लेकर संघ के वरिष्ठ पदाधिकारी सब जाँच के घेरे में हैं इसलिए अब उन्हें मुख्यमंत्री चौहान के इस्तीफे से कम कुछ भी मंजूर नहीं है.” दूसरी तरफ भाजपा ने उलटे “कैग” जैसी संवैधानिक संस्था पर निशाना साधा था और कैग’ द्वारा मीडिया को जानकारी दिए जाने को ‘सनसनी फैलाने वाला कदम बताते हुए उस पर सस्ती लोकप्रियता हासिल करने का आरोप लगाया था Read more » 2017 Featured कैग रिपोर्ट मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान व्यापम व्यापमं की कार्यप्रणाली व्यापम घोटाले शिवराज सरकार
जन-जागरण समाज मजदूरों के लिए विपरीत समय May 4, 2017 | Leave a Comment पिछले साल अगस्त में लोकसभा में मोदी सरकार ने कारखाना (संशोधन) बिल 2016 पास करा लिया है. यह अधिनियम कारखानों को मज़दूरों से दुगना ओवरटाइम करवाने की छूट देता है. इस संशोधन के मुताबिक पहले के तीन महीने में 50 घंटे के ओवरटाइम के कानून के मुकाबले मज़दूरों से 100 घंटे ओवरटाइम करवाया जा सकेगा, इस तरह से साल भर में मज़दूरों से 400 घंटे का ओवरटाइम करवाया जा सकेगा. इस विधेयक को पेश करते हुए केंद्रीय श्रम मंत्री बंडारू दत्तात्रेय कहा था कि ‘मोदी सरकार की ‘मेक इन इण्डिया’, ‘स्किल इन्डिया’ और ‘डिजिटल इंडिया’ जैसी कार्यकर्मों को देखते हुए यह संशोधन बेहद ज़रूरी बन गया है.’ उन्होंने दावा किया था कि ‘कारखाना अधिनियम में यह संशोधन मज़दूरों को अधिक काम करने और अधिक पैसा कमाने का अवसर देगा और इससे व्यापार करने की प्रक्रिया भी आसान बनेगी’. गौरतलब है कि 2014 में मोदी सरकार ने आने कुछ महीनों के अन्दर ही कारखाना (संशोधन) विधेयक लोक सभा में पेश किया था जिसके बाद उसे स्थायी समिति के पास भेजा दिया गया था. Read more » Featured Labour Day majdoor diwas