राजनीति पंचायती राज मतलब राम-राज्य April 5, 2016 | Leave a Comment महात्मा गाँधी का देश को पंचायती राज व्यवस्था के माध्यम से राम राज्य प्रदान करने का सपना हकीकत नहीं ले पाया| भारत के तत्कालीन प्रधानमंत्री प० जवाहरलाल नेहरु ने राजस्थान के नागौर जिले में 2 अक्टूबर 1959 को पंचायती राज व्यवस्था की नींव रखी थी| यूँ तो देश में पंचायत व्यवस्था सदियों पुरानी थी| पेड़ों […] Read more » Featured पंचायती राज राईट टू रिकॉल राम-राज्य
जन-जागरण टॉप स्टोरी विविधा समाज शराबियों को कौन रोकेगा? April 2, 2016 | Leave a Comment सुरा एवं सुंदरी दो चीजें अनादी काल से राजा-महाराजा व धनपतियों के लिए मनोरंजन का सर्वोतम साधन रहा है| मदिरा ने घनानंद जैसे शक्तिशाली राजा को भी अंपने नशे में इतना चूर कर दिया की वह सबकुछ खो बैठा| खैर ये सब तो इतिहास की ज्ञात हकीकत है की शराब पहले अहंकार को जन्म देती […] Read more » ban of alcohol in Bihar Featured बिहार में 1 अप्रैल से शराबबंदी शराबबंदी शराबियों को कौन रोकेगा
समाज समाज को खोखला करता तलाक का फैशन March 21, 2016 | 1 Comment on समाज को खोखला करता तलाक का फैशन एक अनजानी मासूम अजनबी सी लाडली अपनी जन्मभूमि को छोड़ किसी पराये घर में पराये व्यक्ति के साथ रहने जाती है, जहाँ उसका अपना कोई नहीं होता सिवाय रिश्तों के| लेकिन हम मर्द उस एहसास को कभी महसूस नहीं कर पाते चाहे वो कितना भी पढ़ा-लिखा हो, कितना भी समझदार क्यूँ न हो? एक रिपोर्ट […] Read more » Featured increasing divorce cases in India खोखला करता तलाक तलाक तलाक का फैशन तलाक का बढ़ता प्रचलन समाज
विविधा भारत माँ की औलाद हूँ February 25, 2016 | Leave a Comment हे भारत माँ, मैं शर्मिंदा हूँ की मैंने अबतक की जिन्दगी में आपकी सुरक्षा, आत्मसम्मान की रक्षा के लिए कुछ नहीं किया| पढाई-लिखाई से फुर्सत मिल जाने पर ब्लॉग लेखन के माध्यम से अपने स्वयंस्फूर्त विचारों को लोगों तक पहुंचता हूँ| आपकी इस पावन धरती पर कई अंग्रेजों के औलादों ने अपने स्वार्थ के लिए […] Read more » Featured भारत माँ की औलाद हूँ
खान-पान विविधा शादियों में खाने का मज़ा.. February 10, 2016 | 1 Comment on शादियों में खाने का मज़ा.. .मैं बचपन से ही शादी-पार्टियों में खाने का शौक़ीन रहा हूँ| बचपन में जब गाँव में रहता था तो वहां बाराती वालों के बाद गाँव-मुहल्ले को खिलाने का इंतजाम किया जाता था| जब तक काफी रात हो चुकी होती थी और मैं भी बुलावे का इंतज़ार करते-करते भूखे पेट ही सो जाता था| उस वक्त […] Read more » Featured शादियों में खाने का मज़ा..
विविधा समाज एक बेरोजगार युवा की तकलीफें February 10, 2016 | Leave a Comment बेरोजगारी का दर्द एक बिहारी युवा से ज्यादा कौन जानता है? क्या गुजरती है उस युवा पर जिसकी उम्र बुढ़ापे की तरफ तेजी से ढल रही होती है फिर भी वो मां-बाप के बदौलत अपना गुजर-बसर कर रहा होता है? अपनी भविष्य की चिंता लिया युवा नौकरी पाकर सब कठिनाइयों से उबरना चाहता है, पर […] Read more » Featured problems of unemployed एक बेरोजगार युवा की तकलीफें
राजनीति हाँ भैया, बिहार में गोलियों की बौछार है… January 20, 2016 | Leave a Comment हाँ भैया, बिहार में गोलियों की बौछार है… रंगदारी, लूट, मर्डर जैसे शब्दों की दहशत बिहारवासियों के मन-मस्तिष्क पर फिर से छाने लगी है| क्या वाकई बिहार जंगलराज की तरफ लौट रहा है? या लूट-हत्या जैसी घटनाएं पहले भी होती थी लेकिन इस बढ़ा-चढ़ा कर पेश करना विरोधियों की साजिश हो सकती है की लालू […] Read more » Featured political situation in bihar Subject: हाँ भैया बिहार में गोलियों की बौछार है…
बच्चों का पन्ना समाज बच्चों का बिगड़ता बचपन December 11, 2015 | Leave a Comment एक जमाना था जब बच्चे नानी-दादी की गोद में परी कथायों की रंगीन दुनिया में खो जाते और नींद में ही बुन लेते सपनों का एक सुनहरा संसार| एक अजीब सा वक्त, जिसमें न कोई फिक्र न कोई गम और न ही किसी की परवाह| याद है, जब हम हम बच्चे थे तो उस समय […] Read more » Featured बच्चों का बिगड़ता बचपन बिगड़ता बचपन
राजनीति भगवा झंडे से इतनी नफरत क्यूँ December 9, 2015 | 3 Comments on भगवा झंडे से इतनी नफरत क्यूँ भगवा रंग तो त्याग और बलिदान का प्रतीक है भला इससे किसी को क्या परेशानी होती होगी? ऐसे सवाल मन में जरूर आते हैं जब हम खुद को राजनीतिक या सांप्रदायिक नजरिये से कुछ पल के लिए अलग कर लेते हैं। इस देश में रंग, धर्म, जाती और मजहब की विवेचना करने वाले लोगों की […] Read more » Featured भगवा झंडे से इतनी नफरत क्यूँ
जन-जागरण विविधा राम मंदिर पर सेक्युलर बनती भाजपा December 4, 2015 | 2 Comments on राम मंदिर पर सेक्युलर बनती भाजपा भारतीय जनता पार्टी पर चढ़ती सेकुलरिज्म का बुखार सबका लिए हैरानी भरा है। वो भारतीय जनता पार्टी जिसे 1998 तक हिन्दू-राष्ट्रवादी पार्टी कहा जाता था, वो पार्टी जिसे 2 सीटों से 272 सीटों पहुँचाने में उसके हिन्दुत्वादी चेहरे का बड़ा योगदान रहा है। अगर वैसी पार्टी अपनी विचारधारा ही बदलने की कोशिश करे तो हैरानी […] Read more » राम मंदिर सेक्युलर बनती भाजपा
आलोचना विविधा साहित्य आमिर, जानते हो देशभक्ति क्या होती है? December 2, 2015 / December 2, 2015 | 5 Comments on आमिर, जानते हो देशभक्ति क्या होती है? आमिर, तुने देश के लिए क्या किया? क्या अपने किसी बेटे को सीमा पर भेजा? कभी किसी आपदाओं में जाकर मदद की? देश के लिए अपना क्या खोया? तुम्हारी बेगम जो अब तुम्हें ये देश छोड़कर जाने को कहती है उससे जरा जाकर पूछो तो की असहिष्णुता का इतिहास किसकी रगों में है? ‘अतुल्य भारत’ […] Read more » Featured आमिर
राजनीति लालू के ‘लाल’ करेंगे विकास! November 29, 2015 / December 2, 2015 | Leave a Comment चुनाव के नतीजे आये और सबको पता चला की लालू के दोनों लाल मंत्री बनेंगे, एक तो उपमुख्यमंत्री! पता है, क्या गुज़र रही थी उन लाखों युवाओं के दिल पर जिसने जी-तोड़ मेहनत करके तमाम डिग्रियां हासिल की है, एक सरकारी नौकरी के लिए योग्यता के बावजूद भी कितनी भाग-दौड़ करनी पड़ रही है? सभी […] Read more » लालू के ‘लाल’