राजनीति समाज सामाजिक समरसता एवम् डॉ .भीमराव अांबेडकर May 29, 2018 | Leave a Comment डॉ .प्रेरणा चतुर्वेदी भारतीय संस्कृति की आत्मा समरसता परिपूर्ण है .धर्म सापेक्षीकरण ,धर्म निरपेक्ष करण ,सर्वधर्म समभाव, मानवतावाद ,बहुजन हिताय, बहुजन सुखाय, आदि अवधारणा सामाजिक समरसता की पोषक रही हैं. विविधता में एकता का भाव समरसता का प्रतिनिधित्व करता है. ‘सर्वे भवंतु सुखिनः’ यह भारतीय संस्कृति का अमर वाक्य व्यष्टि नहीं समष्टि के कल्याण ,सुख […] Read more » featuerd गौतम बुद्ध छत्रपति शाहूजी महाराज एवं बाबा साहब डा.भीमराव अांबेडकर डॉ .भीमराव अांबेडकर नारायण गुरु बहुजन समाज महात्मा ज्योतिबा फुले महापुरुषों संत कबीर संत रविदास सामाजिक समरसता एवम्
महिला-जगत समाज तेजाबीकरण और स्त्री अस्मिता- डॉ. प्रेरणा चतुर्वेदी June 11, 2013 / June 11, 2013 | Leave a Comment भारत में जहां नारी को देवी की उपाधि दी गयी है। वहीं कितनी विडम्बना है कि स्त्री जाति के प्रति परिवार और समाज में लगातार अपराध बढ़ते ही जा रहे हैं। दुष्कर्म, ऑनर किलिंग, छेड़छाड़, मारपीट, महिलाओं की तस्करी, कन्या भ्रूणहत्या जैसे वर्षों से चले आ रहे थे तथा आज भी विद्यमान है। तमाम संवैधानिक […] Read more » . तेजाब तेजाबीकरण और स्त्री अस्मिता स्त्री अस्मिता
विविधा समाज भारतीय जनसंख्या और मुस्लिम समुदाय June 10, 2013 / June 10, 2013 | 2 Comments on भारतीय जनसंख्या और मुस्लिम समुदाय प्रेरणा चतुर्वेदी भारतीय सभ्यता विश्व की उन दो महान सभ्यताओं में से एक है जो अति प्राचीन काल में उदित हुईं और अर्वाचीन काल तक प्रायः निर्बाध प्रवाहित होती रहीं हैं। भारत का भौगोलिक क्षेत्र चीन, यूरोप अथवा अमेरिका जैसा विस्तृत नहीं है। परन्तु सभ्यता के विकास के लिए आवश्यक प्राकृतिक साधनों की प्रचुरता अन्यों […] Read more » भारतीय जनसंख्या भारतीय जनसंख्या और मुस्लिम समुदाय मुस्लिम समुदाय
विविधा जल ही जीवन है June 8, 2013 | 1 Comment on जल ही जीवन है जिस देश को ‘सोने की चिड़िया ’ कहा जाता था। जहाँ दूध की नदियाँ बहती थीं। उसी देश में अब दूध तो दूर दो बूँद पानी के लिए भी तरसना पड़ रहा है । क्योंकि प्रकृति द्वारा प्रदत्त इस अपार, अकूत और बहुमूल्य तोहफे का इंसान लगातार अपने स्वार्थ के लिए दुरूपयोग करता ही जा […] Read more » जल ही जीवन है
विविधा बारिश June 8, 2013 | Leave a Comment आधी रात से शहर में झमाझम बारिश हो रही है। रह-रहकर बिजली जब तेज आवाज से कड़कती है, तो दिल बैठने लगता है। बादलों को चीरती हुई तेज गड़गडाहट के साथ, युद्ध में किसी महाबली सम्राट की चमकती, तेज, खून की प्यासी, तलवार की तरह बिजली चमक रही है। सुबह के सवा आठ बज चुके […] Read more » बारिश
सिनेमा सिनेमा और जनमानस का मनोविज्ञान – डॉ. प्रेरणा चतुर्वेदी December 15, 2012 / December 15, 2012 | Leave a Comment सिनेमा वर्तमान युग में समस्त कलात्मक अभिव्यक्ति के माध्यमों में सबसे सशक्त माध्यम बनकर उभरा है। किसी भी जाति, धर्म ,वर्ग , संस्कृति के लोगों को सीधे प्रभावित करने में यह समर्थ है। दृश्य एवं श्रव्य माध्यम के साथ ही कथा, अभिनय , संवाद, संगति, वातावरण सबके सहयोग से यह दर्शकों तक कोई भी संदेश […] Read more » जनमानस का मनोविज्ञान सिनेमा
बच्चों का पन्ना हर बच्चा है खास………………….! June 19, 2012 | 3 Comments on हर बच्चा है खास………………….! – डॉ. प्रेरणा चतुर्वेदी प्रज्ञा और प्रतिभा जन्मजात होती है, लेकिन यदि इसे उचित मार्गदर्शन और वातावरण मिल जाए, तो यह देश तथा विदेशों में महात्मा गांधी, आचार्य चाणक्य, चन्द्रगुप्त मौर्य, सम्राट हर्षवर्धन, गुरु नानकदेव, संत कबीर, डायोजेनीस, प्लेटो, अरस्तु, रूसो, बाल गंगाधर तिलक, विपिन चंद्रपाल, लाला लाजपत राय, श्री गुरू जी, पंडित दीनदयाल उपाध्याय, […] Read more » बच्चा
लेख समाज महिला क्रू मेंबर्स के जीत के मायने(Air India crew members) January 4, 2012 / January 4, 2012 | Leave a Comment डॉ प्रेरणा दूबे भारतीय समाज में जाति के आधार पर भेदभाव, धर्म के आधार पर भेदभाव, प्रदेश के आधार पर भेदभाव, रूप-रंग के आधार भेदभाव, छोटे-ब़डे के आधार पर भेदभाव और अमीर-गरीब के आधार पर भेदभाव को देखकर लगता है। पता नहीं कि इसके धर्म-दर्शन कहां चले गए? सुना था कि शकों, हुणों, कुशाणों, पहलवों, […] Read more » crew members of AirIndia lady crew menbers in AirIndia महिला क्रू मेंबर्स के जीत
लेख स्त्री पति की संपत्ति नहीं January 4, 2012 / January 4, 2012 | 9 Comments on स्त्री पति की संपत्ति नहीं डॉ प्रेरणा दूबे संपत्ति शब्द का नाम सुनते ही मेरे मन में यह प्रश्न उठता है कि स्त्री पति की संपत्ति है क्या? तो पति भी स्त्री की संपत्ति हुआ। परंतु ऐसी बाते नहीं है। पुरूष प्रधान समाज में विवाहित स्त्री को संपत्ति माना जाता है। वह स्त्री को जिस प्रकार चाहे उपयोग करे या […] Read more » wemen not the property of men स्त्री पति की संपत्ति नहीं
महिला-जगत शख्सियत गुलाबी गैंग और संपत देवी पाल December 17, 2011 / December 17, 2011 | 2 Comments on गुलाबी गैंग और संपत देवी पाल डॉ प्रेरणा दूबे दुबली-पतली, सांवली, औरत तथा उसमें भी पिछ़डी, दलित तथा उसमें भी अनुसूचित जाति-जनजाति की महिला हों तो हम क्या समझते हैं। उसे नोच डालो, मार डालो। हर तरह से प्रतारित करो। इसके आवाज को, इसके निर्णय को, इसके स्वतंत्रता तथा अधिकार को कैद कर डालो। इसे बोलने मत दो। यह घर की […] Read more » pink gang sampat devi pal गुलाबी गैंग संपत देवी पाल
महिला-जगत शख्सियत इरोम शर्मीला-एक दृढ़ इच्छाशक्ति का नाम December 12, 2011 / December 17, 2011 | 4 Comments on इरोम शर्मीला-एक दृढ़ इच्छाशक्ति का नाम डॉ प्रेरणा दूबे भारतीय नारी मात्र वासना की मूर्ति नहीं है जो फिल्मों में नायकों के इर्द-गिर्द नाचती-गाती है। उसने राष्ट्रीय आंदोलन में अरूणा आसफ अली, सरोजिनी नायडू, कस्तुरबा गांधी तथा जयप्रभा की तरह कंधे से कंधा मिलाकर संघर्ष में भाग लिया। उसने आपातकाल में भी सुषमा स्वराज, जया जेटली, रागिनी जैन आदि के रूप […] Read more » irom-sharmila इरोम शर्मीला