उत्पाद समीक्षा सफेद दूध का काला कारोबार November 24, 2012 / November 24, 2012 | Leave a Comment डॉ. आशीष वशिष्ठ दूध देशभर के आशीर्वाद में पिरोया हुआ शब्द है। रिश्ते में बड़ा आज भी छोटे को आशीष देते समय दूध और पुत्र का आशीर्वाद देता है लेकिन अब दूध में ऐसा जहर घोला जा रहा है कि आशीर्वाद देने वाला भी अपने आपको गलत महसूस करने लगा है। केन्द्र तथा राज्य सरकारें […] Read more » सफेद दूध का काला कारोबार
विविधा पानी की इस बर्बादी को कौन रोकेगा…? November 22, 2012 / November 21, 2012 | Leave a Comment डॉ. आशीष वशिष्ठ तीसरा विश्व युद्ध पानी के लिए होगा ये कोरी बयानबाजी या कल्पना नहीं है क्योंकि जिस तेजी से पीने के पानी के स्त्रोत सूख और घट रहे हैं उसके लक्षण दिखने भी लगे हैं. जल प्रदूषण, सूखते जल स्त्रोत, प्रदूषित होती नदियां और वर्षा जल का संचयन न हो पाने पर तो […] Read more » पानी की बर्बादी
टॉप स्टोरी सॉफ्ट स्टेट ने दिया हार्ड मैसेज November 21, 2012 / November 21, 2012 | 1 Comment on सॉफ्ट स्टेट ने दिया हार्ड मैसेज डॉ. आशीष वशिष्ठ 26/11 हमले के गुनहगार आमिर अजमल कसाब को आखिरकर फांसी देकर भारत ने पूरी दुनिया को हार्ड मैसेज भेजा है कि उसे सॉफ्ट स्टेट न समझा जाए, वक्त आने पर वो कड़े कदम और फैसले लेने में पूरी तरह सक्षम और समर्थ है. असल में आंतकवाद के प्रति ढुलमुल रवैये और लचर […] Read more » अजमल कसाब कोफांसी
शख्सियत समाज बाल ठाकरे से सीखे नेता November 20, 2012 / November 20, 2012 | 2 Comments on बाल ठाकरे से सीखे नेता -डॉ. आशीष वशिष्ठ शिवसेना प्रमुख बाल ठाकरे की शव यात्रा के समय उमड़े जनसमूह ने उनकी लोकप्रियता और मराठी मानुष पर उनकी गहरी पकड़ और प्रेम को तो सिद्घ किया ही है वहीं यह भी साबित किया कि बाल ठाकरे बयानवीर नहीं बल्कि जमीनी नेता थे। ïसाढे चार दशक के राजनीतिक जीवन में बाल ठाकरे […] Read more » बाल ठाकरे से सीखे नेता
खेत-खलिहान कृषि प्रधान देश में बेमौत मरते किसान.. November 19, 2012 / November 19, 2012 | Leave a Comment डॉ. आशीष वशिष्ठ दीपावली से एक दिन पूर्व महाराष्ट्र में पुलिस की गोलीबारी में दो किसानों की मौत ने दीवाली को बेरौनक कर दिया. अपनी मांगों को मनवाने के लिए अहिंसक प्रदर्शन कर रहे किसानों पर गोलीबारी करना कृषि प्रधान और लोकतांत्रिक राष्ट्र के लिए शर्म की बात है. पुलिस की गोली से किसानों की […] Read more » कृषि प्रधान देश में बेमौत मरते किसान
विविधा तभी आम आदमी मनाएगा दीपावली November 14, 2012 / November 14, 2012 | Leave a Comment – डॉ. आशीष वशिष्ठ अंधकार पर प्रकाश की विजय का प्रतीक है दीपावली। लेकिन देश के राजनैतिक, आर्थिक, सामाजिक हालात इस कदर बिगड़े हुए हैं कि दूर-दूर तक अंधेरा ही अंधेरा दिखाई दे रहा है। मंहगाई, भ्रष्टाचार, बेरोजगारी, बाल वेश्यावृत्ति, पर्यावरण प्रदूषण, बाल विवाह, बढ़ती जनसंख्या और वोट बैंक की राजनीति के भूत ने व्यवस्था […] Read more »
जन-जागरण आखिरकर बनाना रिपब्लिक बनाया किसने! October 17, 2012 / October 17, 2012 | Leave a Comment आशीष वशिष्ठ यूपीए की चेयरपर्सन एवं कांग्रेस अध्यक्षा सोनिया गांधी के दामाद रॉबर्ट वाड्रा ने मैंगो पीपल इन बनाना रिपब्लिक लिखकर विवाद को जन्म दिया है, जिसका चहु तरफा विरोध और आलोचना हो रही है। अपने ऊपर लगे भ्रष्टाचार के आरोपों से तिलमिलाएं रॉबर्ट ने फेसबुक पर जाने-अनजाने सामंतवादी सोच को ही उकेरा है। रॉबर्ट […] Read more » banana republic Robert Vadra
बच्चों का पन्ना सुविधाओं से वंचित नौनिहाल October 6, 2012 | Leave a Comment डॉ. आशीष वशिष्ठ बच्चे देश का भविष्य हैं लेकिन देश के नौनिहाल जिन विषम परिस्थितियों में जीवन बसर कर रहे हैं वो किसी भी दृष्टिïकोण से उज्जवल कल का संकेत नहीं देता है। देश के अधिकांश बच्चे अभाव में जी रहे हैं और उनको मूलभूत सुविधाएं उपलब्ध नहीं हैं। स्कूल जाने वाले नौनिहालों को पीने […] Read more »
आर्थिकी जनता क्लेश में, नेता विदेश में October 3, 2012 / October 3, 2012 | Leave a Comment डॉ. आशीष वशिष्ठ गुजरात के मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी ने कि कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी के विदेश दौरों पर जनता की गाढ़ी कमाई के 1880 करोड़ रुपए खर्च होने का आरोप लगाकर देश की राजनीति को गरमा दिया है। असलियत चाहे जो भी हो लेकिन सोनिया पर फिजूलखर्ची का आरोप लगाकर नेताओं द्वारा जनता के पैसे […] Read more »
राजनीति जनता को बेवकूफ बना रहे हैं राजनैतिक दल October 2, 2012 / October 2, 2012 | 2 Comments on जनता को बेवकूफ बना रहे हैं राजनैतिक दल डॉ. आशीष वशिष्ठ देश का वर्तमान राजनैतिक माहौल और दलों का आचरण देश और जनहित में नहीं है। मंहगाई, खुदरा बाजार में विदेशी निवेश और डीजल के दामों में वृद्घि के बाद उपजे राजनीतिक वातावरण में केंद्र सरकार और विभिन्न दलों के नेता जिस प्रकार की बयानबाजी और राजनीति कर रहे हैं उससे यह स्पष्टï […] Read more » बेवकूफ बना रहे हैं राजनैतिक दल
आर्थिकी संवैधानिक संस्थाओं पर हमलावार होती सरकार October 2, 2012 | Leave a Comment डॉ. आशीष वशिष्ठ संवैधानिक संस्थाओं पर कांग्रेस नीत संप्रग सरकार का लगातार हमलावार होना और उसकी कार्यप्रणाली पर उंगली उठाना सरकार की नीति और नीयत को दर्शाता है। सरकार की उसकी दृष्टि में संविधान और संवैधानिक संस्थाओं के प्रति कितना सम्मान है। टू जी स्पेक्ट्रम से कोल ब्लाक आवंटन तक कैग की रिपोर्ट को सिरे […] Read more » कैग
राजनीति मगरूर नहीं, मजबूर मुलायम September 24, 2012 / September 24, 2012 | 1 Comment on मगरूर नहीं, मजबूर मुलायम डॉ. आशीष वशिष्ठ मंहगाई, रिटेल सेक्टर में एफडीआई से चौरतरफा आलोचना झेल रही और तमाम घपलों, घोटालों में आकंठ तक डूबी यूपीए सरकार के संकटमोचक के तौर पर मुलायम सिंह की सक्रिय भूमिका और कांग्रेस से गलबहियां यूपी में उनके राजनीतिक गणित और समीकरण बिगाड़ रही हैं, बावजूद इसके मुलायम का बार-बार यूपीए सरकार के […] Read more » mulayam and his support to congress