कहानी दीवाली के तीन दीये November 3, 2013 | Leave a Comment ख्वाजा अहमद अब्बास उस स्त्री ने कहा, ”मैं यहां तुम लोगों के पास रहती हूं… मैं इन खेतों के पास रहती हूं, जहां लक्खू भैया के बाबा अनाज उगाया करते थे और मैं उस कारखाने में भी रहती हूं, जहां लक्खू भैया मशीनों से कपड़ा बुनते हैं। जहां इंसान अपनी मेहनत से अपनी जरूरतें पैदा […] Read more »
समाज वृद्धावस्था की त्रासदी November 3, 2013 | 2 Comments on वृद्धावस्था की त्रासदी डा. विश्व विजया सिंह मेडिकल साइंस के विकास के कारण मृत्यु दर घट गई है और आम आदमी की औसत आयु बढ़ गई है। कितनी भी आयु पार कर ली हो, मरना कौन चाहता है? पर वृध्दावस्था में अकेले जीवन व्यतीत करना आज के युग की त्रासदी है। वृद्ध दंपति, जो घर में अकेले रहते […] Read more » वृद्धावस्था
विविधा शिक्षा का अधिकार : जनजागरूकता की आवश्यकता October 31, 2013 / October 31, 2013 | Leave a Comment अश्वनी कुमार आज शिक्षा के अधिकार को अस्तित्व में आये लगभग साढ़े तीन साल हो चुके हैं। प्रधानमंत्री ने 1 अप्रैल 2011 को शिक्षा के अधिकार को लागू करने कि घोषणा की थी। घोषणा के साथ ही लगा कि ये एक नई शुरुआत होगी। स्वतन्त्रता प्राप्ति के 64 साल बाद बच्चो को शिक्षा का अधिकार […] Read more » शिक्षा का अधिकार
प्रवक्ता न्यूज़ मीडिया प्रो. बृज किशोर कुठियाला नेशनल एजुकेशन लीडरशिप अवार्ड से सम्मानित October 25, 2013 | Leave a Comment भोपाल, 25 अक्टूबर। माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता एवं संचार विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. बृज किशोर कुठियाला को नेशनल एजुकेशन लीडरशिप अवार्ड से सम्मानित किया गया है। स्टार आफ द इंडस्ट्रीज ग्रुप द्वारा दिया गया यह सम्मान उन्हें शिक्षा के क्षेत्र में उत्कृष्ट योगदान के लिए प्रदान किया गया है। 23 अक्टूबर 2013 को मुम्बई के […] Read more » प्रो. बृज किशोर कुठियाला
राजनीति राहुल की बौखलाहट के पीछे का राज ! October 24, 2013 / October 24, 2013 | 5 Comments on राहुल की बौखलाहट के पीछे का राज ! सुरेश हिंदुस्तानी नन्हा मुन्ना राही हूँ देश का सिपाही हूँ बोलो मेरे संग जय हिन्द …. इतना कहने के बाद भी जब उस नन्हें मुन्ने राही के साथ कोई जय हिन्द बोलने को तैयार नहीं होता तो वह खिसिया जाता है, और इसी खिसियाहट के कारण वह ऊल जलूल भाषा का प्रयोग करना शुरू कर […] Read more » राहुल गांधी
विविधा गांधीजी और ग्राम स्वराज्य के मायने October 24, 2013 | 1 Comment on गांधीजी और ग्राम स्वराज्य के मायने नीरेन कुमार उपाध्याय भारतीय स्वतंत्रता आंदोलनों में बहुत से वीरों ने अपने प्राणों की आहुति देकर देश को यह सोचकर स्वतंत्र कराया था कि आने वाली पीढ़ी इस देश को विश्वगुरू पद तक अवश्य ले जायेगी। जेल के भीतर अमानवीय यातनाओं को झेलने वाले लाखों क्रांतिकारियों ने एक स्वप्न देखा था – स्वतंत्र और समर्थ […] Read more » ग्राम स्वराज्य महात्मा गांधी
धर्म-अध्यात्म राम के बिना कैसी दिवाली October 24, 2013 | Leave a Comment सुरेश हिन्दुस्तानी भगवान श्रीराम जब असुर रावण वंश का विनाश करके अयोध्या लौटे तो राम के भक्तों ने विजयोत्सव मनाया यानी दीपावली का त्यौहार मनाया। कहते हैं कि यहीं से दीवाली का प्रारम्भ हुआ। भगवान राम का प्राकट्य जिस भूमि पर हुआ वहां दीवाली की चमक आज भी बरकरार है, इतना ही नहीं पूरे भारत […] Read more »
मीडिया आज आइए सायं 4 बजे, स्पीकर हॉल, कांस्टीट्यूशन क्लब October 18, 2013 / October 18, 2013 | Leave a Comment प्रवक्ता डॉट कॉम के 5 साल पूरे होने पर ‘संगोष्ठी’ एवं ‘सम्मान’ कार्यक्रम का आयोजन किया जा रहा है। आज (18 अक्टूबर 2013) सायं 4 बजे स्पीकर हॉल, कांस्टीट्यूशन क्लब, नई दिल्ली (पटेल चौक मेट्रो स्टेशन के नजदीक) संपर्क : संजीव सिन्हा – 9868964804 आप सादर आमंत्रित हैं। Read more » प्रवक्ता डॉट कॉम
व्यंग्य अगर आज के समय में रामायण होती तो कैसी खबरे आती … October 15, 2013 / October 15, 2013 | 3 Comments on अगर आज के समय में रामायण होती तो कैसी खबरे आती … ● राजा दशरथ ने की श्रवण कुमार की हत्या , FIR दर्ज… ● अयोध्या के राजपाठ को लेके राजा-रानी में विवाद बढ़ा ● केवट द्वारा चरण धुलवाने से मायावती हुई नाराज़ , कहा ये हैं दलितों का अपमान सूर्पनखा की नाक कटाई के विरोध में महिला आयोग का अयोध्या में प्रदर्शन जारी ● राजा दशरथ […] Read more »
समाज बदलता बचपन और बिगडती ज़िन्दगी..! October 14, 2013 / October 15, 2013 | Leave a Comment भगवंत अनमोल एक मेरे पड़ोस में एक खन्ना साहब का परिवार है. वो किसी प्राइवेट कंपनी में ऊँचे पद पर है और उनकी अर्धांग्नी भी सरकारी नौकर है. अर्थात काफी कमाने वाला परिवार है. उनके एक बेटा है जिसे सभी प्यार से अप्पू बुलाते है. वह कक्षा तीन में पढता है. कुछ दिन पहले उसका […] Read more » बदलता बचपन और बिगडती ज़िन्दगी..!
कविता हिमालय के इस आँगन में October 14, 2013 | Leave a Comment हिमालय के इस आँगन में उषा की प्रथम किरणे अभिनन्दन करती हुई हिम से ढके पर्वतों को सफ़ेद मोतियों से पिरोती हुई श्यामल नभ में छोटे छोटे बादल के कण हिम पर्वतों को चादर सी ढकती हुई मदमस्त हो रही हैं धीरे धीरे पहाड़ियां आती जाती घटाओं में बर्फीली हावाओं में कुछ बारिश की बूदें […] Read more »
राजनीति राजनीतिक दलों में मचा घमासान October 14, 2013 | Leave a Comment जनता करेगी जारी फरमान अमल कुमार श्रीवास्तव… भारतीय राजनीति के इतिहास में वास्तविक सूर्योदय 21 अक्टूबर 1951 को दिल्ली में हुआ था, जब श्यामा प्रसाद मुखर्जी ने जनसंघ के नाम से एक राजनैतिक दल का गठन किया था। इस पार्टी का चुनाव चिन्ह लैंप था और 1952 के संसदीय चुनाव में इस पार्टी ने दो […] Read more » राजनीतिक दलों में मचा घमासान