हिंद स्वराज नहीं डूबना चाहिए नौसेना का हौसला August 19, 2013 / August 19, 2013 | Leave a Comment -शैलेंद्र जोशी हमारी नौसेना को स्वतंत्रता दिवस की वर्षगांठ के उत्साह के बीच एक बड़े हादसे का सामना करना पड़ा। मुंबई में हमारी तटरक्षक पनडुब्बी सिंधुरक्षक समुद्र की गहराई में समा गई और साथ में नौसेना के जवान भी शहीद हो गए। पनडुब्बी में 18 नौसैनिक थे, भारी मशक्कत के बाद शनिवार तक पांच शव […] Read more » नहीं डूबना चाहिए नौसेना का हौसला
शख्सियत समाज अब कौन दहाड़ेगा मिशनरियों को ? August 17, 2013 / August 17, 2013 | 2 Comments on अब कौन दहाड़ेगा मिशनरियों को ? अनिल द्विवेदी ‘आइ एम द किंग ऑफ रियासत बट दिस परसन इज द किंग ऑफ डेमोक्रेसी’ यानि मैं तो एक रियासत का राजा हूं लेकिन जूदेव लोकतंत्र के राजा हैं क्योंकि इन्हें जनता चुनती है. राजस्थान के महाराजा ने अपने विदेशी मेहमानों से दिलीपसिंह जूदेव का परिचय कभी इसी अंदाज में करवाया था. रौबीले चेहरे […] Read more » दिलीपसिंह जूदेव
जन-जागरण मंत्री जी, छॅ लाख लिजिए और देश के लिये जरा शहीद होके दिखाइए August 16, 2013 / August 16, 2013 | 7 Comments on मंत्री जी, छॅ लाख लिजिए और देश के लिये जरा शहीद होके दिखाइए डा. अरविन्द कुमार सिंह मंत्री जी कृपया बताईये, भारतीय संविधान की किस धारा और अनुच्छेद में यह लिखा है कि देश के लिये सिर्फ वेतन पाने वाले ही मरेगें। कहॉ लिखा है कि राजनेता देश के लिये नही मरेगें? फिर आप के द्वारा यह कहना कि ‘‘ वो वेतन पाते है मरने के लिये ही […] Read more »
धर्म-अध्यात्म जहां आरती के वक्त आती थी कामधेनु August 12, 2013 / August 12, 2013 | Leave a Comment शंकर जालान भारत में आदि काल से वृक्षों की पूजा की जाती है। लोगों में आस्था रहती है कि वृक्षों की पूजा करने मात्र से ही मनुष्य सुख को प्राप्त करता है। प्राचीन काल में वृक्षों की पूजा के लिए राजस्थान में आंदोलन भी चलाया गया था, जिसको दबाने पर लोगों ने अपने प्राणों की […] Read more » जहां आरती के वक्त आती थी कामधेनु
विविधा सवाल सिर्फ़ हिंदी का नहीं August 12, 2013 | Leave a Comment उमेश उपाध्याय बहस हिंदी और अंग्रेज़ी की कतई नहीं है सवाल सारी गैर अंग्रेज़ी भाषाओँ का हैं. अंग्रेजी अब एक खास तरीके से समाज में असमानता को और ज्यादा गहराने वाली भाषा बन गई है. ज्यों ज्यों इन्टरनेट का फैलाव हो रहा है कार्य व्यापार से भारतीय भाषाएँ सिमटती जा रहीं हैं.आज से पचास साल […] Read more » हिंदी
जन-जागरण टॉप स्टोरी पाकिस्तानी फौज का ’फायनल डेस्टिनेशन’ १ ९ ७ १ की शर्मनाक पराजय है …! August 12, 2013 | Leave a Comment श्रीराम तिवारी निसंदेह मौजूदा दौर में भारत के सितारे गर्दिश में हैं . चीन के फौजी जवान बार-बार भारतीय सीमाओं का अतिक्रमण करते हुए भारत को धमकाते रहते हैं . पाकिस्तान के आतंकवादी और फौज दोनों मिलकर न केवल भारत की सीमाओं पर अपितु भारत के अन्दर -कभी मुंबई , कभी बोधगया , कभी दिल्ली […] Read more » पाकिस्तानी फौज
मीडिया मीडिया का बाजारवाद August 10, 2013 | 1 Comment on मीडिया का बाजारवाद मनोज कुमार मीडिया का बाजारवाद कहें अथवा बाजार का मीडिया, दोनों ही अर्थों में मीडिया और बाजार एक-दूसरे के पर्याय हैं। मीडिया का बाजार के बिना और बाजार का मीडिया के बिना गुजारा नहीं है। दरअसल, दोनों ही एक सायकल के दो पहिये के समान हैं जहां एक पहिया बाहर हुआ तो सायकल विकलांग होने […] Read more » मीडिया का बाजारवाद
प्रवक्ता न्यूज़ ऊधम सिंह की उपेक्षा दर्द पैदा करती है:संजय पासवान August 7, 2013 | Leave a Comment अजय कुमार आर्य नई दिल्ली। शहीद ऊधम सिंह की 73वीं पुण्यतिथि के अवसर पर यहां ‘कांस्टिट्यूशन क्लब’ में एक श्रद्घांजलि सभा का आयोजन शहीद ऊधम सिंह फाउण्डेशन ट्रस्ट के तत्वावधान में किया गया। इस अवसर पर फाउंडेशन ट्रस्ट के चीफ पैटर्न और भाजपा के वरिष्ठ नेता संजय पासवान ने कहा कि ऊधम सिंह जैसा क्रांतिकारी […] Read more »
टॉप स्टोरी जम्मू के रामबन की घटना का पूरा सच July 25, 2013 | Leave a Comment लेखक: रंजन चैहान जम्मू-कश्मीर अध्ययन केन्द्र, दिल्ली की रिर्पोट पर आधारित हाल ही में जम्मू के रामबन जिले में हुई घटना ने राज्य के सांप्रदायिक सौहार्द्र को बिगाड़ने का काम किया है। इसे आधार बनाकर कश्मीर घाटी में अलगाववादियों ने फिर से अपना खेल शुरू कर दिया है। खास तौर पर अमरनाथ यात्रा के समय […] Read more » जम्मू के रामबन की घटना का पूरा सच
शख्सियत मूकसरस्वती के साधक :देवेन्द्रशर्मा इन्द्र July 20, 2013 / July 20, 2013 | 1 Comment on मूकसरस्वती के साधक :देवेन्द्रशर्मा इन्द्र डाँ भारतेन्दु मिश्र कविवर देवेन्द्र शर्मा इन्द्र समकालीन कविता मे गीत नवगीत के केन्द्रीय स्वर के रूप मे प्रतिष्ठित वह नाम हैं जिन्होने शताधिक कवियो की भूमिकाएँ लिखकर उनका पथ प्रदर्शन किया है। नवगीत दशक 1 के यशस्वी कवि के रूप मे उनका आदर साहित्य के सभी छन्दधर्मा कवि कई दशकों से करते आए है।उन्होने […] Read more » देवेन्द्रशर्मा इन्द्र
विधि-कानून अंग्रेज़ी में न्याय अन्याय है। July 19, 2013 | 1 Comment on अंग्रेज़ी में न्याय अन्याय है। भारत-हितैषी विशेष : सब से पहले, श्री श्याम रुद्र पाठक जी की, भारतीय भाषाओं में (न्याय-संगत) न्याय की माँग का समर्थन करता हूँ। उसी संदर्भ में जान लें, कि, एक ऑस्ट्रेलियन विद्वान को जब पूछा गया, कि, अफ्रिका का सामान्य-जन, क्यों पिछडा है? तो उसका उत्तर था; क्यों कि, अफ्रिका में शासन, शिक्षा, न्याय इत्यादि […] Read more » अंग्रेज़ी में न्याय अन्याय है।
दोहे दोहा:- जय नेता गन राजनीती July 18, 2013 | Leave a Comment दोहा:- जय नेता गन राजनीती के तुमको करू प्रणाम // तुम्ही विधाता अन्यायी के करो चापलूसों का काम// चौपायी :- जय राजनीती के नेता गण // तुम मोहे हो निर्दयी के मन/// सब चमचो की करो भलायी // वे चाहे जितनी करे बुरायी // उन्हें आंच नहीं आने पाये // तुम्हरी कुर्सी भले ही जाये // भ्रष्टाचार में तुम आगे हो/// अवगुण कारी के धागे हो/// घपला झगड़ा तुम करवाते // सही जनों को यूं मरवाते // राजनीति के पके पुजारी/// तुम दोषी के करो रखवारी/// जुर्म करवाने में माहिर हो/// चोर उचक्कों में सामिल हो/// धन्य धन्य भारत के बीर // भोली जनता पे मारो तीर/// है कुर्सी का खेल निराला // हरदम ओढ़े रहो दुशाला/// रुपयों की तुमको भूख लगी है/// बेईमानी की प्यास जगी है/// कब तक ऐसे चलेगा काम/// चले जाओगे धुरिया धाम/// हाथ जोड़ कर नहीं बचोगे/// सब देखेगे जल्द पिसोगे // दोहा:- भगवन ऐसी बया चला दो // अत्याचार हो जाये कम /// राजनीति के बेईमानो का /// फिर भारत में हो न जन्म// शम्भूनाथ Read more » दोहा:- जय नेता गन राजनीती