प्रवक्ता न्यूज़ भारतीय उद्योग जगत के लिए हो सकती है खुशख़बरी कूपर टायर को खरीद सकता है अपोलो टायर April 6, 2013 / April 6, 2013 | Leave a Comment भारत के उद्योग जगत के लिए एक अच्छी खबर है। रबर और टायर की बड़ी कंपनियों में से एक अपोलो टायर लिमिटेड, अमेरिका की रबर और टायर की अग्रणी कंपनियों में से एक कूपर टायर और रबर को. को खरीदने की पहल कर रही है। भारत की किसी कंपनी द्वारा किसी अमेरिकी कंपनी को खरीदने […] Read more »
शख्सियत केदारनाथ अग्रवाल की गीत चेतना April 1, 2013 / April 1, 2013 | 1 Comment on केदारनाथ अग्रवाल की गीत चेतना भारतेन्दु मिश्र मैं /समय की धार में धँसकर खड़ा हूँ। मैं/छपाछप/छापते छल से/लड़ा हूँ क्योंकि मैं सत् से सधा हूँ- जी रहा हूँ; टूटने वाला नहीं कच्चा घड़ा हूँ। केवल और केवल अपनी कविता के सत्व के बल पर संघर्ष के लिए खडे कवि केदारनाथ अग्रवाल हमारे समय के उन जरूरी कवियो में से एक […] Read more » भारतेन्दु मिश्र
सिनेमा गुम हो रही हैं फिल्मी धरोहरें March 23, 2013 | Leave a Comment बेहद अफसोसजनक बात है कि भारतीय फिल्मों के जनक दादा साहब फाल्के की ही पहली फिल्म के केवल दो प्रिंट बचे हैं। ऐसा केवल उनके साथ ही नहीं बाद के कर्इ फिल्मकारों की माइलस्टोन फिल्मों के साथ भी हुआ है। व्यवसिथत रखरखाव के अभाव में गुम होती […] Read more » गुम हो रही हैं फिल्मी धरोहरें
प्रवक्ता न्यूज़ जहाँ रचा गया इतिहास – डा० कुलदीप चन्द अग्निहोत्री March 23, 2013 / March 23, 2013 | Leave a Comment इस महाशिवरात्रि को प्रयागराज का महाकुम्भ समाप्त हो गया । कहा जाता है ग्रह नक्षत्रों का ऐसा योग अब लगभग १५० साल बाद आयेगा । दुनिया का शायद ही कोई ऐसा कोना होगा , जहं से कुम्भ में भाग लेने के लिये कोई न आया हो । भारतीय संस्कृति का ऐसा अनूठा संगम सचमुच अभिभूत […] Read more »
प्रवक्ता न्यूज़ बुक्स ओ सांसद कार्यक्रम पर केंद्रित स्मारिका विमोचित March 21, 2013 / March 21, 2013 | Leave a Comment आत्मावलोकन और आत्मानुशासन के अभाव में राजनीतिक बिरादरी श्रीहीन हो गयी है | संकल्प और साधना की राजनीतिक परंपरा अब गाली बनकर रह गयी है | राजनीति के प्रति जन –मन में नकारात्मकता का भाव गहरा होने लगा है | राजनीति अनास्था और अपमान का प्रतीक बन कर रह गयी है | राजनीतिक बिरादरी में […] Read more » बुक्स ओ सांसद
विविधा कौन पढ़े, कौन पढ़ाए? March 21, 2013 / March 21, 2013 | 1 Comment on कौन पढ़े, कौन पढ़ाए? मध्याह्न्न भोजन में फंसे शिक्षक ! उधार के भवन में चलते स्कूल! कहीं-कहीं बिना किसी शिक्षक के लगती कक्षाएं। नई-नई सरकारी योजनाओं को ढोते फाइल! और दीवारों पर सब पढ़े -सब बढ़ें जैसे नारे! झारखंड पढ़ रहा है। आगे बढ़ रहा है। सरकारी रिपोर्ट कहती है, पिछले 12 सालों में प्राथमिक विद्यालयों और उच्च विद्यालयों […] Read more » शिक्षा
कहानी ..ओवो ये ज़द्म्ये वलाख… March 18, 2013 / March 18, 2013 | 1 Comment on ..ओवो ये ज़द्म्ये वलाख… (दिसइस द लास्ट ट्रेन ….) कहीं पढ़ा था युद्ध कहीं भी हो मारी तो औरत ही जाती है|संयुक्त युगोस्लाविया का अंग क्रोअशिया –तेरह शताब्दियों का कबीलाई इतिहास लिए वर्षों से अपनी स्वायत्तता की मांग करता रहा |कभी वह आस्ट्रो-हंगरियन गंठजोड़ का अंग बना तो कभी अपनी संस्कृति ,भाषा की रक्षा के लिए लड़ता रहा, सपना […] Read more »
महिला-जगत कन्या भ्रूण हत्या March 15, 2013 / March 15, 2013 | 2 Comments on कन्या भ्रूण हत्या अमित त्यागी देश की पहली महिला राष्ट्रपति प्रतिभा पाटील ने महात्मा गांधी की 138वीं जयंती के मौके पर केंद्रीय स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय की बालिका बचाओ योजना (सेव द गर्ल चाइल्ड) की शुरुआत करते हुए इस बात पर अफसोस जताया था कि “लडकियों को लडको के समान महत्व नहीं मिलता। “ कन्या […] Read more »
कहानी चमनलाल की मौत March 15, 2013 | 2 Comments on चमनलाल की मौत चमनलाल मर गए। वैसे तो एक दिन उन्हें मरना ही था। हर कोई मर जाता है । इस फानी दुनिया का और जीवन का यही दस्तूर है , सो जैसे सब एक न एक दिन मर जाते है , वैसे ही वो भी एक दिन मर गए। वैसे कोई ख़ास बात तो नहीं थी उनके […] Read more »
स्वास्थ्य-योग मधुमेह से राहत दिलाये-जौ, बाजरा की रोटी March 13, 2013 / March 13, 2013 | 2 Comments on मधुमेह से राहत दिलाये-जौ, बाजरा की रोटी डा अरुण चन्दन भारत के जिस ज्ञान का डंका पूरी दुनियां में बजता है वह सारा ज्ञान हमारे शास्त्रों, ग्रंथों से ही तो प्रसारित हुआ है. उठाइए भारत सरकर के अनुसन्धान संसथानों के शोध कार्यों के पेटेंट का डाटाबेस, अनुसन्धान के कामों को देख कर लगता है की हर जगह लोगों के ज्ञान, सूझबूझ की […] Read more » मधुमेह से राहत
प्रवक्ता न्यूज़ पं.बृजलाल द्विवेदी सम्मान से नवाजे गए गिरीश पंकज March 11, 2013 | Leave a Comment साहित्य मानव मन की सबसे पवित्र भाषाः विजयबहादुर सिंह भोपाल। प्रख्यात कवि, आलोचक और लेखक विजयबहादुर सिंह का कहना है कि भारत में धर्म और राजनीति कोई दो बातें नहीं हैं। अन्यायी की पहचान और उससे ‘लोक’ की मुक्ति या त्राण दिलाने की सारी कोशिशें ही धार्मिक कोशिशें रही हैं। वे यहां पं.बृजलाल द्विवेदी स्मृति […] Read more » गिरीश पंकज पं.बृजलाल द्विवेदी सम्मान
महिला-जगत किन महिलाओं के लिए हो महिला दिवस March 8, 2013 | Leave a Comment प्रति वर्ष की तरह इस बार भी महिला दिवस आ गया है और साथ ही शुरू हो गयी है खोज, उन महिलाओं की जिन्हें आगे करके इसे मनाया जा सके। अखबार हो या टीवी चनैल, या फिर सामाजिक संगठन, सब बेतहाशा जुटे हैं। इन सबकी खोज में एक बड़ी समानता यह है कि लगभग सभी […] Read more » महिला दिवस