आर्थिकी जन-जागरण विविधा प्रधानमंत्री ने कहा है अपनी मिट्टी के दिए जलाना November 10, 2015 | Leave a Comment नरेंद्र मोदी संभवतः पुरे विश्व में ऐसे प्रथम राष्ट्राध्यक्ष होंगे जिनके भाषणों में देश के बहुत छोटे छोटे से लगनें वाले किन्तु विराट प्रभाव वाले विषय प्रमुख स्थान पाते हैं. पिछले माह जब राष्ट्र के नाम अपनें संबोधन की श्रंखला “मन की बात “ में प्रधानमन्त्री नरेन्द्र जी मोदी ने देश की जनता से निवेदन […] Read more » प्रधानमंत्री ने कहा है अपनी मिट्टी के दिए जलाना मिट्टी के दिए
शख्सियत समाज भारत में मजदूर संगठनों के जनक दत्तोपंत ठेंगडी November 10, 2015 | Leave a Comment प्रारम्भिक दौर में मजदूर राजनीति भारत में सदैव विवादित भी रही व अविश्वास के वातावरण से सराबोर भी. मध्य में एक समय ऐसा भी था जब मजदूर संगठनों के नेता अपनी विश्वसनीयता को परवान तो चढ़ा ले रहे थे किन्तु अचानक कुछ ऐसा घटित होता था जिससे संगठन का सम्पूर्ण ढांचा ही चरमरा का ढह […] Read more » dattopant Thengri Featured दत्तोपंत ठेंगडी भारत में मजदूर संगठन
समाज देवी विसर्जन पर हुए हमलों की श्रंखला निस्संदेह षड्यंत्र ही तो हैं!! October 26, 2015 | Leave a Comment संदर्भ: देश भर में देवी विसर्जन पर हुए हमलों की श्रंखला निस्संदेह षड्यंत्र ही तो हैं!! भारतीय जनमानस में गणेशोत्सव व दुर्गात्सव का आदर व आस्था एक स्पष्ट तथ्य है. पिछले कुछ वर्षों से इन दोनों उत्सवों पर जिस प्रकार से प्रशासन को अतीव चुस्त-चौकन्ना रहना पड़ रहा है उससे इन त्यौहारों की छवि बिगड़ […] Read more » Featured देवी विसर्जन देवी विसर्जन पर हुए हमलों की श्रंखला
राजनीति संयुक्त राष्ट्र में आजम का पत्र बनाम संयुक्त राष्ट्र का गौ समर्थन !! October 13, 2015 | Leave a Comment गत सप्ताह संयुक्त राष्ट्र संघ के उल्लेख वाली दो घटनाएं देश भर के ध्यान में रही. इन दोनों घटनाओं का दीर्घकालीन प्रभाव भारत में और विश्व में देखनें को मिलता रहेगा. वैसे आजम खान जिस प्रकार की राजनैतिक प्रवृत्तियों के लती और नशेड़ी रहें हैं उस अनुसार उनके लिए राष्ट्र विरोध, संविधान उल्लंघन, देश विद्रोह […] Read more » Featured संयुक्त राष्ट्र का गौ समर्थन संयुक्त राष्ट्र में आजम का पत्र
टॉप स्टोरी राजनीति गौमांस भक्षण रूकनें से क्या बिगड़ जाएगा?! October 6, 2015 | 1 Comment on गौमांस भक्षण रूकनें से क्या बिगड़ जाएगा?! देश सचेत रहे, गौपालक हिन्दु; मुरलीधर रहे, सुदर्शन धारी न हो जाए!! सम्पूर्ण भारत में दादरी की धूम है. नेता दादरी के पहाड़े पढ़ रहें हैं तो उनके चमचे दादरी की गिनती को अनगिनत तक गिनें जा रहे हैं. धर्मनिरपेक्षता की मोक्ष भूमि बन गया है दादरी. दुःख तो सभी को है, सम्पूर्ण भारत को […] Read more » Featured गौमांस भक्षण
राजनीति शख्सियत समाज बाबासाहेब की अंतर्दृष्टि के अनुरूप हैं संघप्रमुख के विचार September 22, 2015 | 1 Comment on बाबासाहेब की अंतर्दृष्टि के अनुरूप हैं संघप्रमुख के विचार सरसंघचालक जी अर्थात राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ, प्रमुख मोहन रावजी भागवत के आरक्षण व्यवस्था पर पुनर्विचार की आवश्यकता व्यक्त करनें से वैचारिक तूफ़ान खड़ा हो गया है. संघप्रमुख ने आरक्षण के औचित्य पर प्रश्न कतई नहीं किया है, यह स्पष्ट है. मीडिया ने जानबूझकर उनसे बीते वर्षों में समय समय पर सार्वजनिक तौर पर उलझानें […] Read more » Featured बाबासाहेब की अंतर्दृष्टि के अनुरूप हैं संघप्रमुख के विचार
हिंदी दिवस दक्षिणी राज्यों में हिंदी की सुदृढ़ होती स्थिति September 13, 2015 | 2 Comments on दक्षिणी राज्यों में हिंदी की सुदृढ़ होती स्थिति हिंदी दिवस पर विशेष- हिंदी का देश की मातृभाषा के स्थान पर आरूढ़ होना कोई एकाएक नहीं हुआ था. स्वतंत्रता संघर्ष के दौरान ही समस्त देशभक्तों, स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों व सामान्य समाज ने औपनिवेशिक आचरण से मुक्ति पानें हेतु अंग्रेजी से मुक्ति और हिंदी को भारतीय भाषाओं की माँ का स्थान देनें के भाव को […] Read more » Featured hindi getting stronger in southern states दक्षिणी राज्यों में हिंदी हिंदी की सुदृढ़ होती स्थिति
टॉप स्टोरी विविधा विहिप पचास वर्षों की अनथक गौरवमयी यात्रा September 4, 2015 | Leave a Comment विश्व हिंदू परिषद उस संगठन का नाम है जो संभवतः देश में संगठन कम और परिवार अधिक के रूप में चिर परिचित है; इस देश के बहुसंख्य हिंदुओं ने इस संगठन को जहां परिवार के रूप में देखा व स्वयं को इसकी इकाई के रूप में महसूसा वहीँ इसे संगठन के रूप में समुचित […] Read more » Featured Vishw Hindu Parishad गौरवमयी यात्रा विहिप
राजनीति गुजरात में मोदी को बिहार से बाहर बैठाने का षड्यंत्र August 29, 2015 / August 30, 2015 | 3 Comments on गुजरात में मोदी को बिहार से बाहर बैठाने का षड्यंत्र आंदोलन की बलि पर अनावश्यक चढ़ा कर खड़े कर दिए गए गुजरात के संदर्भ में तीन नाम प्रतीक स्वरूप प्रस्तुत हैं. एक- कभी प्रधानमंत्री की दौड़ में असमय प्रवेश करके विध्वंस मचानें वाले नितीश, दूजे- समय-समय पर परिपक्वता का परिचय देते रहे शरद यादव और तीजे- गुजरात के पूर्व कांग्रेसी मुख्यमंत्री माधवसिंह सोलंकी. गुजरात […] Read more » Featured गुजरात
मीडिया राजनीति नितीश का टकराव अंदाज भाजपा को देगा बढ़त August 21, 2015 | 2 Comments on नितीश का टकराव अंदाज भाजपा को देगा बढ़त कभी नमो के पांच करोड़ से रन आऊट हुए नितीश अब नमो के सवा सौ लाख करोड़ से स्टम्पड आउट होते स्पष्ट दिख रहे. देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आसन्न बिहार चुनाव के पहले बिहार को सवा सौ लाख करोड़ का आर्थिक पैकेज देकर एक प्रकार से नितीश पर साहसिक किन्तु डबल गूगली […] Read more » नितीश का टकराव भाजपा को देगा बढ़त
राजनीति नितीश के नमो पत्र का उत्तर August 6, 2015 | Leave a Comment नितीश जी, आपके राजनैतिक डी एन ए को लेकर मैनें आपको एक खुला पत्र जुलाई, 2012 में भी लिखा था; उसे स्मरणार्थ पढ़ें, लिंक प्रस्तुत है – https://www.pravakta.com/an-open-letter-in-the-name-of-nitish-kumar आप समय समय पर अपनें विभिन्न रंग बताते रहें हैं. आपनें मंडल आयोग के समय भी कई प्रकार के रंग बताये थे. जाति-समाज में राजनीति […] Read more » नितीश के नमो पत्र का उत्तर
राजनीति कलाम से प्रेम याकूब से घृणा – भारत के दो रूप August 4, 2015 | Leave a Comment गत सप्ताह की दो घटनाओं से भारत के दो सशक्त रूप देखनें को मिले. एक घटना घृणा, विद्रूपता के रूप में आई तो दूसरी में सम्पूर्ण भारत सृजन, निष्ठा और प्रेम को वंदन करता दिखा. इन दो घटनाओं को संयोग कतई नहीं कहा जा सकता, क्योंकि एक घटना में भारत के प्रिय पुत्र, पूर्व राष्ट्रपति, […] Read more » कलाम से प्रेम भारत के दो रूप याकूब से घृणा