विविधा बेरोजगारी, अशांति एवं असन्तुलन की आशंकाएं January 19, 2017 | Leave a Comment अर्थशास्त्री प्रोफेसर डीके भट्टाचार्य कहते हैं, ‘बेरोजगारों को नई सरकार से काफी उम्मीदें हैं। इस समस्या के समाधान के लिए कौशल विकास और लघु उद्योगों को बढ़ावा देना जरूरी है। वे कहते हैं कि युवाओं को नौकरी के लायक बनाने के लिए वोकेशनल ट्रेनिंग के जरिये कौशल विकास (स्किल डेवलपमेंट) बढ़ाने पर ध्यान देना चाहिए। इसके साथ ही उद्योगों व तकनीकी संस्थानों में बेहतर तालमेल जरूरी है. Read more » अशांति असन्तुलन की आशंकाएं बेरोजगारी संयुक्त राष्ट्र अंतरराष्ट्रीय श्रम संगठन (
राजनीति चुनाव आचार संहिता कोरा दिखावा न बने January 19, 2017 | Leave a Comment ललित गर्ग – चुनाव आयोग द्वारा पांच राज्यों उत्तर प्रदेश, पंजाब, उत्तराखंड, मणिपुर व गोवा के चुनावी कार्यक्रम की घोषणा के साथ ही आचार संहिता के उल्लंघन के मामले भी तेजी से सामने आने लगे हैं। यहां तक कि अनेक वरिष्ठ नेताओं और राज्यों के मंत्रियों तक पर इसके उल्लंघन के आरोप लगे हैं। जो […] Read more » Featured Model Code of Conduct Model Code of Conduct should not be for showoff चुनाव आचार संहिता
विविधा सेना की साख में सुराख होना चिन्तनीय January 14, 2017 | Leave a Comment ना की साख में यह पहला सुराख नहीं है। समय-समय पर अनेक सुराख कभी भ्रष्टाचार के नाम पर, कभी सेवाओं में धांधली के नाम पर, कभी घटिया साधन-सामग्री के नाम पर, कभी राजनीतिक स्वार्थों के नाम पर होते रहे हैं। एक बार नहीं कई बार सुराख हो चुके हैं। कभी जीप घोटाला तो कभी घटिया कम्बल खरीदने पर खूब विवाद हुआ था। कभी बोफोर्स तोप खरीद घोटाला तो कभी ताबूत खरीद में हेराफेरी के मामले उछलते रहे हैं। दाल खरीद में घोटाला हुआ तो दूध पाउडर घोटाला, अंडा घोटाला, घटिया जूतों की खरीद घोटाला भी चर्चित हुआ। Read more » Featured साख में सुराख सेना़ सेना की साख सेना की साख में सुराख
राजनीति राजनीतिक का ‘शुद्धिकरण’ जरूरी January 14, 2017 | Leave a Comment सर्वोच्च अदालत ने दागियों को विधायिका से बाहर रखने के तकाजे से जो पहल की है उसका लाभ पांच राज्यों के विधानसभा चुनावों में तो नहीं मिल पाएगा, पर उम्मीद की जा सकती है कि अगले लोकसभा चुनाव से पहले जरूर कुछ ऐसी वैधानिक व्यवस्था बन पाएगी जिससे आपराधिक तत्त्व उम्मीदवार न हो सकें। एक समय था जब ऐसे किसी नियम-कानून की जरूरत महसूस नहीं की जाती थी, क्योंकि तब देश-सेवा और समाज-सेवा की भावना वाले लोग ही राजनीति में आते थे। पर अब हालत यह है कि हर चुनाव के साथ विधायिका में ऐसे लोगों की तादाद और बढ़ी हुई दिखती है जिन पर आपराधिक मामले चल रहे हों। हमारे लोकतंत्र के लिए इससे अधिक शोचनीय बात और क्या हो सकती है! Read more » Featured राजनीतिक का ‘शुद्धिकरण’ जरूरी राजनीतिक शुद्धिकरण
जन-जागरण बच्चों का पन्ना विविधा बचपन मुस्कुराने से महरूम न हो जाए January 12, 2017 | 1 Comment on बचपन मुस्कुराने से महरूम न हो जाए – ललित गर्ग – इन दिनों बन रहे समाज में बच्चों की स्कूल जाने की उम्र लगातार घटती जा रही है, बच्चों के खेलने की उम्र को पढ़ाई-लिखाई में झोंका जा रहा है, उन पर तरह-तरह के स्कूली दबाव डाले जा रहे हैं। अभिभावकों की यह एक तरह की अफण्डता है जो स्टेटस सिम्बल के […] Read more » play school प्ले स्कूल शिक्षा का बोझ
राजनीति चुनावों की तैयारी मतदाता भी करें January 6, 2017 | Leave a Comment एक बात बार-बार सामने आती रही है कि भारत के मतदाता राजनीतिज्ञों से ज्यादा अक्लमंद हैं। जहां नेताओं की अक्ल काम करना बन्द कर देती है वहां इन्हीं अनपढ़ और गरीब कहे जाने वाले मतदाताओं की अक्ल चलनी शुरू हो जाती है और ये देश की राजनीतिक दिशा तय कर देते हैं एवं राजनेताओं का भविष्य बना या बिगाड़ देते हैं। Read more » Featured उत्तर प्रदेश का चुनावी कार्यक्रम उत्तराखंड उत्तराखंड का चुनावी कार्यक्रम गोवा का चुनावी कार्यक्रम चुनावों की तैयारी चुनावों की तैयारी मतदाता भी करें पंजाब का चुनावी कार्यक्रम मणिपुर का चुनावी कार्यक्रम मतदाता
कला-संस्कृति धर्म-अध्यात्म गुरु गोविन्द सिंह : सभ्यता और संस्कृति के प्रतीकपुरुष January 3, 2017 / January 3, 2017 | Leave a Comment गुरु गोविन्द सिंह के 350वें प्रकाश उत्सव- 5 जनवरी 2017 – ललित गर्ग- भारत का सौभाग्य है कि यहां की रत्नगर्भा माटी में महापुरुषों को पैदा करने की शोहरत प्राप्त है। जिन्होंने अपने व्यक्तित्व और कर्तृत्व से न सिर्फ स्वयं को प्रतिष्ठित किया वरन् उनके अवतरण से समग्र विश्व मानवता धन्य हुई है। इसी संतपुरुषों, […] Read more » Featured Guru Gobind Singh Prakash parv गुरु गोविन्द सिंह
विविधा नयी सोच से नए जीवन की शुरुआत करें January 2, 2017 | Leave a Comment ललित गर्ग – हर व्यक्ति शांति, सुख और प्रसन्नता चाहता है और जिन्दगीभर उसी की खोज में लगा रहता है। ऐसी ही चाहत को लेकर एक व्यक्ति एक संत के पास गया और बोला मैंने अनेक स्थानों पर इनको ढूंढा, पर तीनों वस्तुएं कहीं नहीं मिली। आपको अत्यंत शांत, सुखी और प्रसन्न देखकर ही आपके […] Read more » नए जीवन की शुरुआत नयी सोच नयी सोच से नए जीवन की शुरुआत करें
विविधा नववर्ष की राह: शांति की चाह December 29, 2016 | Leave a Comment ललित गर्ग – नया वर्ष है क्या? मुड़कर एक बार अतीत को देख लेने का स्वर्णिम अवसर। क्या खोया, क्या पाया, इस गणित के सवाल का सही जवाब। आने वाले कल की रचनात्मक तस्वीर के रेखांकन का प्रेरक क्षण। क्या बनना, क्या मिटाना, इस अन्वेषणा में संकल्पों की सुरक्षा पंक्तियों का निर्माण। ‘आज’, ‘अभी’, ‘इसी […] Read more » नववर्ष नववर्ष की राह भारतीय नववर्ष शांति की चाह
समाज दशा एवं दिशा बदलने का संकल्प हो December 27, 2016 | Leave a Comment ललित गर्ग नए वर्ष का स्वागत हम और हमारे निर्माता इस सोच और संकल्प के साथ करें कि हमें कुछ नया करना है, नया बनना है, नये पदचिह्न स्थापित करने हैं। हमें नीतियां ही नहीं नियम भी बदलने है और इसी दिशा में मोदी सरकार जुटी है। नोटबंदी के बाद एक और अच्छी शुरूआत के […] Read more » resolution in new year दशा एवं दिशा बदलने का संकल्प हो दशा बदलने का संकल्प दिशा बदलने का संकल्प
कला-संस्कृति समाज संतकवि नरसी मेहता : ईश्वर से सम्पर्क के सूत्रधार December 18, 2016 / December 18, 2016 | Leave a Comment नरसी मेहता की जन्म जयन्ती- 19 दिसम्बर, 2016 के लिये विशेष ललित गर्ग ‘वैष्णव जन तो तेने कहिए’ भजन में एक बात अच्छी प्रकार से कह दी है। ‘पर दुःखे उपकार करे’ कह कर भजन में रुक गए होते, तो वैष्णव जनों की संख्या बहुत बढ़ जाती है। ‘पर दुःखे उपकार करे तोए मन अभिमान […] Read more » Featured sant kavi narsi mehta संतकवि नरसी मेहता
विधि-कानून विविधा इससे लोकतंत्र का बागवां महकेगा December 15, 2016 / December 15, 2016 | Leave a Comment विमुद्रीकरण के ऐतिहासिक फैसले के बाद अब मोदी सरकार चुनाव सुधार की दिशा में भी बड़ा निर्णय लेने की तैयारी में है। संभव है सारे राष्ट्र में एक ही समय चुनाव हो- वे चाहे #लोकसभा हो या #विधानसभा। इन चुनाव सुधारों में दागदार नेताओं पर तो चुनाव लड़ने की पाबंदी लग ही सकती है, वहीं शायद एक व्यक्ति एक साथ दो सीटों पर भी चुनाव नहीं लड़ पाएगा? Read more » Featured one India one election tainted politicians deprived of election चुनाव चुनाव आयोग दागदार नेताओं पर चुनाव लड़ने की पाबंदी नोटबंदी लोकसभा विधानसभा विमुद्रीकरण सारे राष्ट्र में एक चुनाव