समाज क्यों गुम हो रहा है जीवन का संगीत? July 4, 2016 / July 4, 2016 | Leave a Comment ललित गर्ग जीवन का तब तक कोई मतलब नहीं होता जब तक इसे जीने वाला इसके लिये अर्थ न चुन ले। मानव जीवन का मूल्य तभी बढ़ता है जब आप जीवन को समझते हैं, जीवन के प्रति आपका सकारात्मक नजरिया होता है। क्लियरवाॅटर ने कहा भी है कि हरेक पल आप नया जन्म […] Read more » क्यों गुम हो रहा है जीवन का संगीत? गुम हो रहा है जीवन का संगीत
समाज ईद है मानव से मानव के मिलन का त्यौहार July 1, 2016 | Leave a Comment ललित गर्ग भारतवर्ष की ख्याति जहां यहां के साम्प्रदायिक सौहार्द एवं आपसी सद्भावना के कारण है वहीं यहां के पर्व-त्यौहारों की धर्म-समन्वय एवं एकता के कारण भी है। इन त्योहारों में इस देश की सांस्कृतिक विविधता झलकती है। यहां बहुत-सी कौमें एवं जातियां अपने-अपने पर्व-त्योहारों तथा रीति-रिवाजों के साथ आगे बढ़ी हैं। प्रत्येक पर्व-त्यौहार […] Read more » ईद मानव से मानव के मिलन का त्यौहार
समाज धर्मगुरुओं का व्यावसायी हो जाना! June 28, 2016 / June 28, 2016 | 2 Comments on धर्मगुरुओं का व्यावसायी हो जाना! ललित गर्ग हाल में हमारे देश में अनेक ऐसे धर्मगुरुओं का उभार हुआ है, जिन्होंने धर्म को धन से जोड़ दिया है। वे भारत में सबसे तेज रफ्तार से उपभोक्ता सामान बेच कर लोकप्रियता हासिल कर रहे हैं। उनके प्रशंसकों की संख्या करोड़ों में है जो उन्हें धर्मगुरु से ज्यादा एक व्यावसायिक के रूप […] Read more » Featured धर्म और राजनीति धर्मगुरु धर्मगुरुओं की धन के प्रति बढ़ते आकर्षण व्यावसायी धर्मगुरु
महिला-जगत समाज घरेलू महिलाओं के अस्तित्व से जुड़े प्रश्न June 25, 2016 / June 25, 2016 | Leave a Comment ललित गर्ग एक महिला एक कंपनी में काम करती है। निश्चित अवधि एवं निर्धारित दिनों तक काम करने के बाद उसे एक निर्धारित राशि वेतन के रूप में मिलती है। उसके इस कार्य को और उसके इस क्रम को राष्ट्रीय उन्नति के योगदान के रूप में देखा जाता है। यह माना जाता है […] Read more » domestic women Featured incentives to domestic women घरेलू महिला
शख्सियत समाज आचार्य तुलसी : जिन्होंने धर्म को आडम्बरमुक्त बनाया June 10, 2016 / June 11, 2016 | Leave a Comment आचार्य तुलसी निर्वाण दिवस- 23 जून, ललित गर्ग अपनी आवाज की डोर से लाखों-करोड़ों लोगों में मानवीयता का जुनून भर दे और यह अहसास दिला दे कि ये कायनात उतनी ही नहीं जितनी हमने देखी हैं- सितारों से आगे जहां और भी है- आज के दौर में यह आवाज आचार्य तुलसी की हैै। आचार्य तुलसी […] Read more » आचार्य तुलसी आचार्य तुलसी निर्वाण दिवस- 23 जून आडम्बरमुक्त धर्म धर्म को आडम्बरमुक्त बनाया
खान-पान विविधा राजस्थानी व्यंजन: जायका भी गुणवत्ता भी June 6, 2016 / June 6, 2016 | 1 Comment on राजस्थानी व्यंजन: जायका भी गुणवत्ता भी ललित गर्ग – राजस्थान को सांस्कृतिक दृष्टि से भारत के समृद्ध प्रदेशों में गिना जाता है। यहां की संस्कृति जहां त्याग, बलिदान एवं शौर्य की अद्भुत दास्तान है वहीं कला, संगीत, साहित्य एवं सांस्कृतिक प्रतीकों एक विशाल सागर है। यहां संस्कृति तो गाँव-गाँव ढांणी-ढांणी, चैपाल चबूतरों, महल-प्रासादों में ही नहीं, वह तो घर-घर जन-जन में […] Read more » Featured Rajasthani dishes राजस्थानी व्यंजन
प्रवक्ता न्यूज़ दो संस्कृतियों के संगम थे संत कबीर June 4, 2016 | Leave a Comment ललित गर्ग महामना संत कबीर भारतीय संत परम्परा और संत-साहित्य के महान् हस्ताक्षर है। हमारे यहां संत-साहित्य का एक विशिष्ट महत्व रहा है। क्योंकि इस साहित्य ने कभी भोग के हाथों योग को नहीं बेचा, धन के बदले आत्मा की आवाज को नहीं बदला तथा शक्ति और पुरुषार्थ के स्थान पर कभी संकीर्णता और […] Read more » Featured दो संस्कृतियों के संगम संत कबीर
समाज स्वास्थ्य-योग जीवन को बदलो-यही है योग दिवस का उद्घोष May 28, 2016 | Leave a Comment ललित गर्ग – आज की तेज रफ्तार जिंदगी मनुष्य को अशांति, असंतुलन, तनाव, थकान तथा चिड़चिड़ाहट की ओर धकेल रही हैं, जिससे अस्त-व्यस्तता बढ़ रही है। ऐसी विषमता एवं विसंगतिपूर्ण जिंदगी को स्वस्थ तथा ऊर्जावान बनाये रखने के लिये योग एक ऐसी रामबाण दवा है जो, माइंड को कूल तथा बॉडी को फिट रखता है। […] Read more » योग दिवस
राजनीति उत्तर प्रदेश को चाहिए अर्जुन की आंख May 17, 2016 | Leave a Comment ललित गर्ग उत्तर प्रदेश में विधानसभा चुनाव जैसे-जैसे निकट आते जा रहे हैं, विभिन्न राजनीतिक दलों की सक्रियता बढ़ती जा रही है। प्रान्त में चुनाव का माहौल गरमा रहा है। अभी से विभिन्न राजनीतिक दल भावी नेतृत्व के विकल्प की खोज शुरू करें, जो देश के सबसे बड़े प्रान्त को सुशासन दे सके। जो पार्टियां […] Read more » election campaign in uttar pradesh election in uttar pradesh Featured उत्तर प्रदेश
शख्सियत समाज आचार्य महाश्रमण May 5, 2016 | Leave a Comment पंथ और ग्रंथ के भेद से ऊपर एक निराला संत -ललित गर्ग- भगवद्गीता में श्रीकृष्ण ने अर्जुन को हिदायत दी है, तुम गुण ही गुण में वर्तन करते हों, जिससे अनेेक उर्मियों के बीच ही मन नर्तन करता रहता है। इस नर्तन को खत्म करके अर्जुन अब तू गुणों से ऊपर उठ जा, निर्गुण अवस्था […] Read more » Featured आचार्य महाश्रमण
कला-संस्कृति वर्त-त्यौहार विविधा आदि तीर्थंकर ऋषभ के कठोर तप से जुड़ा है अक्षय तृतीया May 2, 2016 | Leave a Comment 9 मई 2016 अक्षय तृतीया अक्षय तृतीया का इन्द्रधनुषी त्यौहार फिर एक बार हमारे द्वार पर दस्तक दे रहा है। न केवल जैन परम्परा में बल्कि भारत की सांस्कृतिक परम्परा में यह एक महत्वपूर्ण त्यौहार है, यह त्यौहार के साथ-साथ एक अबूझा मांगलिक एवं शुभ दिन भी है, जब बिना किसी मुहूर्त के विवाह एवं […] Read more » Featured अक्षय तृतीया
समाज नये दौर की नयी सोच : स्टार्टअप इंडिया April 26, 2016 / April 29, 2016 | Leave a Comment ललित गर्ग स्टार्टअप इंडिया-भारत के युवाओं के उज्ज्वल भविष्य की एक नई सुबह की आहट है। बिजनेस के नए आयडियाज तलाशना और दुनिया में भारत के व्यापार को नई पहचान देना ही स्टार्टअप की ओर पहला कदम है। ये स्टार्टअप ही टेक्नोलॉजी और बड़े निवेशक के आयडिया को बड़े स्तर पर ले सकते हैं। भारत […] Read more » Featured Start Up India नये दौर की नयी सोच स्टार्टअप इंडिया