प्रवक्ता न्यूज़ स्त्री आर्यसमाज धामावाला देहरादून की पूर्व प्रधाना माता सुशीला सेठ जी की श्रद्धांजलि सभा श्रद्धापूर्ण वातावरण में सम्पन्न September 15, 2017 | Leave a Comment आज 14 सितम्बर 2017 को अपरान्ह 2 से 3 बजे तक आर्यसमाज धामावाला देहरादून में 87 वर्षीय माता सुशीला सेठ जी की श्रद्धांजलि सभा सम्पन्न हुई। तीन वर्ष की लम्बी बीमारी के बाद दिनांक 11 सितम्बर, 2017 को उनकी मृत्यु हो गई थी। श्रद्धांजलि सभा का आरम्भ आर्यसमाज के विद्वान पुरोहित पं. विद्यापति शास्त्री […] Read more »
लेख हिंदी दिवस आर्यसमाज विश्व की प्रथम धार्मिक सामाजिक संस्था जिसने हिन्दी को धर्मभाषा के रूप में अपनाकर वेदों का प्रचार किया September 15, 2017 | Leave a Comment आज हिन्दी दिवस पर- मनमोहन कुमार आर्य आर्य समाज की स्थापना गुजरात में जन्में स्वामी दयानन्द सरस्वती जी ने 10 अप्रैल, सन् 1875 को मुम्बई नगरी में की थी। आर्यसमाज क्या है? यह एक धार्मिक एवं सामाजिक संस्था है जिसका उद्देश्य धर्म, समाज व राजनीति के क्षेत्र से असत्य को दूर करना व उसके स्थान […] Read more » धर्मभाषा हिन्दी
शख्सियत समाज ऋषि दयानन्द ने अपने विद्या गुरू स्वामी विरजानन्द सरस्वती की शिक्षा एवं प्रेरणा से देश में धार्मिक एवं सामाजिक क्रान्ति की September 15, 2017 | Leave a Comment आज स्वामी विरजानन्द सरस्वती जी की पुण्य तिथि पर मनमोहन कुमार आर्य आज ऋषि दयानन्द के विद्या गुरु प्रज्ञाचक्षु दण्डी स्वामी विरजानन्द सरस्वती जी की पुण्य तिथि है। 14 सितम्बर, सन् 1868 (सोमवार) को मथुरा में उनका देहान्त हुआ था। उस दिन हिन्दी तिथि आश्विन मास के कृष्ण पक्ष की त्रयोदशी थी। विक्रमी संवत् 1925 […] Read more » स्वामी विरजानन्द सरस्वती जी की पुण्य तिथि
धर्म-अध्यात्म वेद ईश्वरीय ज्ञान और सृष्टि के आरम्भ और बाद में उसकी आवश्यकता September 12, 2017 | Leave a Comment मनमोहन कुमार आर्य ईश्वरीय ज्ञान की चर्चा से पूर्व यह जानना आवश्यक है कि ईश्वर क्या है वा ईश्वर किसे कहते हैं। ईश्वर एक सत्य-चित्त-आनन्द युक्त सत्ता का नाम है। यह सत्ता निराकार एवं सर्वव्यापक है। यह सर्वज्ञ है एवं इसी ने सत्व, रजस व तम गुणों वाली त्रिगुणात्मक सूक्ष्म प्रकृति से इस संसार की […] Read more » वेद
समाज अधिक धन-सम्पत्ति कहीं हमारे लिए दुःख का कारण न बने September 11, 2017 | Leave a Comment मनमोहन कुमार आर्य आजकल सभी मनुष्यों का जीवन मुख्यतः धनोपार्जन को ही समर्पित रहता है। कुछ पुरुषार्थ, सच्चाई व अच्छे कार्यों को करके धनोपार्जन करते हैं और कुछ ऐसे भी हैं कि जिनके धनोपार्जन में पुरुषार्थ कम होता है, सच्चाई भी कम होती है, अनुचित व निषिद्ध व्यवहार किया जाता है और धनोपार्जन बहुत होता […] Read more » धनोपार्जन
धर्म-अध्यात्म विश्व में सत्य की प्रचारक धार्मिक एवं सामाजिक संस्था आर्य समाज September 10, 2017 | Leave a Comment मनमोहन कुमार आर्य सत्य को मानना व उसका प्रचार करना ही धर्म है और जो असत्य है उसे जानना व उसका त्याग करना व कराना भी धर्म ही है। आजकल हम देखते हैं कि संसार अनेक मत-मतान्तर व पंथों से भरा हुआ है। सबकी परस्पर कुछ समान व कुछ असमान मान्यतायें हैं। सबके अपने […] Read more » आर्य समाज विश्व विश्व में सत्य की प्रचारक सत्य की प्रचारक
धर्म-अध्यात्म गायत्री मन्त्र के जप से मन्द बुद्धि बालक विख्यात विद्वान बना September 1, 2017 / September 1, 2017 | Leave a Comment मनमोहन कुमार आर्य महात्मा(पूर्व आश्रम का नाम खुशहाल चन्द) का नाम आज भी प्रायः प्रत्येक आर्यसमाज का सक्रिय अनुयायी जानता है। आपके प्रवचन पुस्तक रूप में प्रकाशित मिलते हैं जिन्हें लोग बहुत श्रद्धा से पढ़ते हैं। इन्हें पढ़कर कोई भी व्यक्ति वैदिक मान्यताओं व सिद्धान्तों का जानकार बन सकता है। जो भी पढ़ेगा उसका निश्चित […] Read more » आनन्द स्वामी जी
प्रवक्ता न्यूज़ अनूठे ऋषि भक्त एवं आर्यसमाज के एक मूक प्रचारक श्री राजेन्द्र आर्य, बरेली September 1, 2017 | 1 Comment on अनूठे ऋषि भक्त एवं आर्यसमाज के एक मूक प्रचारक श्री राजेन्द्र आर्य, बरेली मनमोहन कुमार आर्य आर्यसमाज एक संगठन है जो वैदिक धर्म और संस्कृति का विश्व में प्रचार व प्रसार करता है। प्रचार के मुख्य साधन ऋषि दयानन्द कृत सत्यार्थप्रकाश और उसके पूरक उनके व कुछ शीर्ष विद्वानों के ग्रन्थ हैं। इन ग्रन्थों के प्रकाशक, लेखक व इनके प्रचार में सहायक सभी बन्धु एक प्रकार से वैदिक […] Read more » मूक प्रचारक श्री राजेन्द्र आर्य
धर्म-अध्यात्म मनुष्य का जीवन व चरित्र उज्जवल होना चाहिये August 30, 2017 | Leave a Comment मनमोहन कुमार आर्य मनुष्य का जीवन व चरित्र उज्जवल होना चाहिये परन्तु आज ऐसा देखने को नहीं मिल रहा है। जो जितना बड़ा होता है वह अधिक संदिग्ध चरित्र व जीवन वाला होता है। धर्म हो या राजनीति, व्यापार व अन्य कारोबार, शिक्षित व अशिक्षित सर्वत्र चरित्र में गड़बड़ होने का सन्देह बना रहता है। […] Read more » मनुष्य मनुष्य का जीवन
धर्म-अध्यात्म शहीद भगत सिंह के दादा सरदार अर्जुन सिंह की आर्यसमाज की विचारधारा को पुष्ट करने के लिए लिखी पुस्तक ‘हमारे गुरु साहिबान वेद के पैरोकार थे’ और उसकी पृष्ठभूमि August 28, 2017 / August 28, 2017 | Leave a Comment -मनमोहन कुमार आर्य इतिहास की हर छोटी बड़ी बात सभी ऋषि भक्तों को स्मरण हो, यह सम्भव नहीं है। इसके लिए समय समय पर इस विषय के ग्रन्थों को पढ़ना उपुयक्त रहता है। स्वाध्याय से हमें सबसे बड़ा लाभ यही प्रतीत होता है कि इस प्रवृत्ति से मनुष्य के ज्ञान में निरन्तर वृद्धि होती जाती […] Read more » आर्यसमाज शहीद भगत सिंह सरदार अर्जुन सिंह
धर्म-अध्यात्म ऋषि दयानन्द ने सभी खतरों को जानते हुए भी मनुष्यमात्र के हित के लिए निर्भीकता से ईश्वरीय ज्ञान वेद का प्रचार किया August 25, 2017 | Leave a Comment मनमोहन कुमार आर्य ऋषि दयानन्द सत्य की खोज करने अपने पिता के घर से निकले थे और उन्होंने देश देशान्तर का भ्रमण करके अनेक विद्वानों, योगियों, ज्ञानियों की सगंति सहित देश के अधिकांश स्थानों भर उपलब्ध वेद एवं सभी प्रकार के धार्मिक ग्रन्थों का अध्ययन व उनका मनन किया था। सद्ज्ञान व सच्चे योग को […] Read more » ऋषि दयानन्द वेद का प्रचार
धर्म-अध्यात्म ईश्वर से स्वराज्य अर्थात् मोक्ष सुख की प्रार्थना August 25, 2017 | Leave a Comment स्वाध्याय, चिन्तन, जप, तप व ध्यान से मोक्ष की ओर प्रस्थान– मनमोहन कुमार आर्य अथर्ववेद का 10/7/31 मन्त्र है जिसमें स्वराज्य अर्थात् मोक्ष सुख की ईश्वर से प्रार्थना की गई है।। यह मन्त्र प्रस्तुत हैः “नाम नाम्ना जोहवीति पुरा सूर्यात् पुरोषसः। यदजः प्रथमं सम्बभूव स ह तत्स्वराज्यमियाय यस्मान्न परमन्यदस्ति भूतम्।।” मन्त्र के पदार्थ पर […] Read more » ईश्वर चिन्तन जप तप ध्यान मोक्ष सुख की प्रार्थना स्वराज्य स्वाध्याय