आर्थिकी महिला-जगत क्या महिलाओं को घरेलू काम के लिए वेतन दिया जाना चाहिए? January 22, 2021 / January 22, 2021 | Leave a Comment इंटरनेशनल लेबर ऑर्गनाइजेशन द्वारा 2018 में प्रकाशित एक रिपोर्ट से पता चलता है कि, वैश्विक स्तर पर, महिलाएं घरेलू देखभाल के काम के कुल घंटों का 76.2% करती हैं, जो पुरुषों की तुलना में तीन गुना अधिक है। एशिया और प्रशांत में, यह आंकड़ा 80% तक बढ़ जाता है। उत्तरी अमेरिका और यूरोप में महिलाओं […] Read more » Should women be paid salary for domestic work? महिलाओं को घरेलू काम के लिए वेतन
लेख सोसिओ इकोनॉमिक की खैरात और पेपर लीक ने हरियाणा के युवाओं का किया बंटाधार January 19, 2021 / January 19, 2021 | Leave a Comment किसी भी राज्य का प्रथम उद्देश्य वहां के नागरिकों का कल्याण होता है. लेकिन जब राज्य ही उनको भ्रष्ट तरीके अपनाने के लिए मजबूर कर दे तो सोचिये क्या होगा? कुछ ऐसा ही पिछले सात सालों में हो रहा है देश के छोटे लेकिन सबसे ज्यादा ख्याति प्राप्त प्रान्त हरियाणा में. जहाँ की वर्तमान सरकार […] Read more » Socio Economic bailout Socio Economic bailout and paper leak divided Haryanas youth पेपर लीक सोसिओ इकोनॉमिक की खैरात सोसियो इकोनॉमिक हरियाणा कर्मचारी चयन आयोग हरियाणा के युवाओं का बंटाधार
कविता अक्सर ये है पूछता , मुझसे मेरा वोट !! January 16, 2021 / January 16, 2021 | Leave a Comment पंचायत लगने लगी, राजनीति का मंच !बैठे हैं कुछ मसखरे, बनकर अब सरपंच !! घोटालों के घाट पर, नेता करे किलोल !लिए तिरंगा हाथ में, कुर्सी की जय बोल !! अभिजातों के हो जहाँ, लिखे सभी अध्याय !बोलो सौऱभ है कहाँ, वह सामाजिक न्याय !! गली-गली में मौत है, सड़क-सड़क बेहाल !डर-डर के हम जी […] Read more » मेरा वोट
टेक्नोलॉजी लेख व्हाट्सएप और प्राइवेसी का उल्लंघन January 12, 2021 / January 12, 2021 | Leave a Comment सबसे लोकप्रिय मैसेजिंग ऐप में से एक व्हाट्सएप ने अपनी गोपनीयता नीति को अपडेट कर दिया है और उपयोगकर्ताओं को नए नियम और शर्तों को स्वीकार करने के लिए 8 फरवरी तक का समय दिया है। नई नीति इस मुद्दे पर चर्चा में है कि उपयोगकर्ता डेटा को किसी अन्य सोशल मीडिया प्रमुख फेसबुक के […] Read more » Whatsapp and privacy violations
विश्ववार्ता दरकता अमेरिकी लोकतंत्र और भारत की उम्मीदें January 11, 2021 / January 11, 2021 | Leave a Comment हाल के अमेरिकी चुनावों ने यह स्पष्ट कर दिया कि डेमोक्रेटिक पार्टी के उम्मीदवार जो बिडेन संयुक्त राज्य अमेरिका के अगले राष्ट्रपति होंगे. उन्होंने रिपब्लिकन उम्मीदवार और पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प को हराया है. वर्तमान दुनिया में अमेरिका सबसे प्रभावशाली देश है, इसलिए अमेरिका में सत्ता परिवर्तन का दुनिया के अधिकांश देशों पर प्रभाव पड़ेगा. […] Read more » Expectation of American democracy and India दरकता अमेरिकी लोकतंत्र
मनोरंजन सार्थक पहल हमारी आर्थिक तस्वीर को बदल सकते हैं मछली एवं पशु पालन January 6, 2021 / January 6, 2021 | Leave a Comment कृषि के साथ-साथ पशुधन पालन, डेयरी, मत्स्य पालन गतिविधियाँ सभ्यता के प्रारंभ से मानव जीवन का एक अभिन्न अंग हैं. इन गतिविधियों से खाद्य व्यवस्था में सुधार हुआ और पशुधन को सहेजने में मदद जलवायु और स्थलाकृति के कारण पशुपालन, डेयरी और मत्स्य पालन क्षेत्र ने भारत की उन्नति में एक प्रमुख सामाजिक-आर्थिक भूमिका निभाई […] Read more » Fish and animal husbandry Fish and animal husbandry can change our economic picture डेयरी पशुधन पालन मछली एवं पशु पालन मत्स्य पालन
राजनीति लेख खुलने लगे स्कूल, हो न जाये भूल | January 3, 2021 / January 3, 2021 | Leave a Comment 1 जनवरी से केरल, कर्नाटक और असम के स्कूलों को दोबारा से खोला गया है। बिहार सरकार के आदेशानुसार 4 जनवरी 2021 से राज्य भर के सभी सरकारी स्कूलों और कोचिंग सेंटरों को खोल दिया जाएगा। महाराष्ट्र में 9वीं से 12 वीं कक्षा के छात्रों के लिए 4 जनवरी से स्कूलों को खोला जाएगा। इनमें […] Read more » schools are opening amid corona खुलने लगे स्कूल
कविता बुरे समय की आंधियां ! December 30, 2020 / December 30, 2020 | Leave a Comment तेज प्रभाकर का ढले, जब आती है शाम !रहा सिकन्दर का कहाँ, सदा एक सा नाम !! उगते सूरज को करे, दुनिया सदा सलाम !नया कलेंडर साल का, लगता जैसे राम !! तिनका-तिनका उड़ चले, छप्पर का अभिमान !बुरे समय की आंधियां, तोड़े सभी गुमान !! तिथियां बदले पल बदले, बदलेंगे सब ढंग !खो जायेगा […] Read more » बुरे समय की आंधियां
राजनीति राजनीति में प्रतिभाशाली युवाओं की कमी लोकतंत्र के लिए खतरे की घंटी December 26, 2020 / December 26, 2020 | Leave a Comment एक देश का भविष्य इस बात पर निर्भर करता है कि वह कितना युवा है। 15-24 वर्ष के बीच के सभी युवा, आमतौर पर कॉलेज जाने वाले छात्र होते हैं। उनके करियर विकल्प में इंजीनियर, डॉक्टर, शिक्षक, खेल, रक्षा और कुछ उद्यमी शामिल हैं। विशेष रूप से भारत के संदर्भ में, राजनीति को कैरियर विकल्प के रूप में बहुत कम लिया […] Read more » Lack of talented youth in politics is the danger bell for democracy राजनीति में प्रतिभाशाली युवाओं की कमी
कविता सौरभ तुम बेकार || December 6, 2020 / December 6, 2020 | Leave a Comment वक्त पड़े तो फूल हम, दीखते समझदार |कह दी सच्ची बात तो, सौरभ तुम बेकार || बस अपनी ही हांकता, करता लम्बी बात |सौरभ ऐसा आदमी, देता सबको घात || जिसने सच को त्यागकर, पाला झूठ हराम |वो रिश्तों की फसल को, कर बैठा नीलाम || दुश्मन की चालें चले, रहकर तेरे साथ |सौरभ तेरी […] Read more » सौरभ तुम बेकार
कविता बीती अपने आप पर November 22, 2020 / November 22, 2020 | Leave a Comment बैठ न सौरभ हार के, रखना इतना ध्यान !चलने से राहें खुले, हो मंजिल का भान !! सुख में क्या है ढूंढ़ता, तू अपनी पहचान !संघर्षों में जो पले, बनते वही महान !! संबंध स्वार्थ से जुड़े, कब देते बलिदान !वक्त पड़े पर टूटते, शोक न कर नादान !! आंधी या बरसात हो, सहते एक […] Read more » Past on its own
महिला-जगत लेख विधि-कानून कानून के साथ लिंग संवेदीकरण महिलाओं के लिए अच्छा साबित हो सकता है November 10, 2020 / November 10, 2020 | Leave a Comment लैंगिक भेदभाव का मूल कारण भारतीय समाज में प्रचलित पितृसत्तात्मक मन है. हालांकि अब ये शहरीकरण और शिक्षा के साथ बदल रहा है, फिर भी एक के लिए लंबा रास्ता तय करना है. सामाजिक कंडीशनिंग और कठोर लिंग निर्माणों की घटनाओं के कारण असमान संतुलन बना हुआ है प्रियंका सौरभ लैंगिक असमानता हमारे समाज में […] Read more » Gender sensitization लिंग संवेदीकरण