पुस्तक समीक्षा भारतीय राजनीतिक एवं न्याययिक व्यवस्था से ज्यादा पश्चिमी देशों पर भरोसा करता है चर्च April 13, 2011 / December 14, 2011 | 2 Comments on भारतीय राजनीतिक एवं न्याययिक व्यवस्था से ज्यादा पश्चिमी देशों पर भरोसा करता है चर्च नई दिल्ली – आजादी के बाद से भारतीय ईसाई एक धर्मनिरपेक्ष राज्य के नागरिक रहे है। धर्मनिरपेक्ष व्यवस्था चाहे कितनी ही दोषपूर्ण हो, लोकतांत्रिक व्यवस्था चाहे कितनी ही गैर प्रतिनिधिक हो, यहां के ईसाइयों (चर्च) को जो खास सहूलियतें हासिल है, वे बहूत से ईसाइयों को यूरोप व अमेरिका में भी हासिल नही है। जैसे […] Read more » Indian Political
कविता कविता/ वतन छोड़ परदेस को भागते April 13, 2011 / December 14, 2011 | 3 Comments on कविता/ वतन छोड़ परदेस को भागते देश पूछेगा हमसे कभी न कभी, जब थी मजबूरियाँ, उसने पाला हमें हम थे कमज़ोर जब, तो सम्भाला हमें परवरिश की हमारी बड़े ध्यान से हम थे बिखरे तो सांचे में ढाला हमें बन गए हम जो काबिल तो मुंह खोल कर कोसने लग गए क्यों इसी देश को? देश के धन का, सुविधा का […] Read more »
विविधा परिवर्तन की आंधी चली April 11, 2011 / December 14, 2011 | 1 Comment on परिवर्तन की आंधी चली बृजनन्दन यादव भ्रष्टाचार और लोकपाल विधेयक पर अन्ना हजारे के आमरण अनशन से देश में एक नई चेतना का संचार हो रहा है। निश्चित ही यह देश के लिए शुभ संकेत है। यह परिवर्तन की आंधी है। इससे महापुरुषों की भविष्यवाणी सत्य सिद्ध होती दिखाई पड़ रही है। पं श्रीराम शर्मा आचार्य एवं हो. वे. […] Read more » Anna Hazare अन्ना हजारे जन लोकपाल विधेयक भ्रष्टाचार
विविधा जानिए, क्या है जन लोकपाल बिल? April 6, 2011 / December 14, 2011 | 4 Comments on जानिए, क्या है जन लोकपाल बिल? नई दिल्ली। देश में गहरी जड़ें जमा चुके भ्रष्टाचार को रोकने के लिए जन लोकपाल बिल लाने की मांग करते हुए अन्ना हजारे ने मंगलवार को आमरण अनशन शुरू कर दिया। जंतर – मंतर पर सामाजिक कार्यकर्ता हजारे को सपोर्ट करने हजारों लोग जुटे। आइए जानते हैं जन लोकपाल बिल के बारे में… – […] Read more » Anna Hazare जन लोकपाल बिल
विविधा अन्ना हजारे अनशन पर, प्रधानमंत्री निराश April 5, 2011 / April 13, 2012 | 29 Comments on अन्ना हजारे अनशन पर, प्रधानमंत्री निराश सुप्रसिद्ध समाजसेवी अन्ना हजारे जन लोकपाल बिल लाने की मांग को लेकर आज से नई दिल्ली स्थित जंतर-मंतर पर आमरण अनशन पर बैठ गए। देश के विशिष्टजनों सहित हजारों लोग उन्हें अपना समर्थन देने वहां जुट रहे हैं। अनशन स्थल पर उमड़े जनजवार को संबोधित करते हुए श्री हजारे ने कहा कि हम सरकार से […] Read more » Anna Hazare अन्ना हजारे भ्रष्टाचार
विधि-कानून सर्वोच्च न्यायालय द्वारा केंद्रीय सरकार की आलोचना April 4, 2011 / December 14, 2011 | 1 Comment on सर्वोच्च न्यायालय द्वारा केंद्रीय सरकार की आलोचना धार्मिक सुधारों के कानून मात्र बहुसंख्यकों के लिए क्यों? हरिकृष्ण निगम हाल में सर्वोच्च न्यायालय ने जिस तरह से केंद्र को कानूनी प्रक्रिया को अल्पसंख्यकवाद के शिकंजे में फंसाने के लिए उत्तरदायी ठहराकर उसकी भर्त्सना की है वह किसी की भी आंखे खोलने वाला है। सर्वोच्च न्यायालय में दायर समय-समय पर अनेक मुकद्मों में […] Read more » High Court सर्वोच्च न्यायालय
विविधा आउटसोर्सिंग क्या बला है? April 4, 2011 / December 14, 2011 | 2 Comments on आउटसोर्सिंग क्या बला है? हरिकृष्ण निगम आज हमारे देश में जब से आर्थिक सुधारों एवं निजीकरण के दौर का प्रारंभ हुआ है, अंग्रेजी भाषा की जो शब्दावली सबसे अधिक सामान्य वार्तालाप में उपयोग से सभी के द्वारा लाई जा रही है उसमें ‘आउटसोर्सिंग’ एक ऐसा हीं शब्द है। इसी तरह भूमंडलीकरण के कारण भी जब से बहुराष्ट्रीय कंपनियों […] Read more » Outsourcing आउटसोर्सिंग
विविधा जनता जब भीड़ में तब्दील हो जाती है April 2, 2011 / December 14, 2011 तो भीड़ का न्याय अकल्पनीय होता है| डॉ. पुरुषोत्तम मीणा ‘निरंकुश’ सुधी पाठक इस आगे पढने से पूर्व केवल इतना सा जान लें कि प्रत्येक सरकारी अधिकारी और कर्मचारी भारत के संविधान के अनुसार पब्लिक सर्वेण्ट हैं, जिसका स्पष्ट अर्थ है कि प्रत्येक सरकारी अधिकारी एवं कर्मचारी न तो भारत सरकार का नौकर है और […] Read more » Public जनता न्याय भीड़
खेल जगत क्रिकेट-अल्लाह और भगवान April 1, 2011 / December 14, 2011 | 1 Comment on क्रिकेट-अल्लाह और भगवान निर्मल रानी मोहाली क्रिकेट स्टेडियम में भारत ने पाकिस्तान पर 29 रनों से अपनी बढ़त बनाते हुए आखिरकार फतेह हासिल कर ली। भारत-पाक के बीच खेला गया विश्व कप क्रिकेट टूर्नामेंट 2011का यह सेमीफाईनल मैच निश्चित रूप से अत्यंत रोमांचकारी रहा। भारत व पाकिस्तान दोनों ही देशों की टीमें चूंकि अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट की सर्वाधिक […] Read more » Cricket क्रिकेट
विविधा राजस्थान में नाबालिग यौनकर्मी March 30, 2011 / December 14, 2011 | 3 Comments on राजस्थान में नाबालिग यौनकर्मी नन्द किशोर कुमावत उपलब्ध आंकडों के अनुसार वर्तमान में देश के 275000 कोठों में लगभग 23 लाख यौनकर्मी 52 लाख बच्चों के साथ रहती है। कुल मिलाकर देश में 1100 रेडलाइट इलाके है। आजादी के बाद से देश में यौन सेविकाओं की सही संख्या पता लगाने के लिए कोई सर्वेक्षण नहीं करवाया गया है, जबकि […] Read more » यौनकर्मी
विविधा स्वतंत्रता आंदोलन, पत्रकारिता और गणेश शंकर विद्यार्थी March 28, 2011 / December 14, 2011 | 1 Comment on स्वतंत्रता आंदोलन, पत्रकारिता और गणेश शंकर विद्यार्थी मृत्युंजय दीक्षित स्वतंत्रता आंदोलन के दौर में अपनी निर्भीक पत्रकारिता और लेखनी के माध्यम से अंग्रेज सरकार को हिला कर रख देने वाले महान पत्रकार एवं क्रान्तिकारी विचारक गणेश शंकर विद्यार्थी का जन्म प्रयाग के अतरसुइया मोहल्ले में 26 अक्टूबर, 1890 ई में हुआ। इनका जन्म नाना के घर हुआ था जो कि उस […] Read more » Independence war पत्रकारिता और गणेश शंकर विद्यार्थी स्वतंत्रता आंदोलन
विविधा मुंबई में घुसपैठ – एक आक्रमण March 28, 2011 / December 14, 2011 | Leave a Comment हरिकृष्ण निगम क्या बंग्लादेशियों से भारत के अनेक नगरों व सीमावर्ती क्षेत्रों में अरसे से योजनाबध्द रूप से होने वाली घुसपैठ पर हमारी राजनीतिक उपेक्षा नए जनसांख्यिक दबाव डालकर असम को मुस्लिम बहुल प्रदेश बना सकती है और हमारे महानगरों को भी असुरक्षित बना देगी? सारे देश में ये घुसपैठिए जैसे-जैसे फैलते जा रहे […] Read more » Mumbai घुसपैठ मुंबई