समाज जननी तेरी जय है। May 13, 2012 / July 22, 2012 | 1 Comment on जननी तेरी जय है। राजेश कश्यप ‘‘माँ !’’ यह वो अलौकिक शब्द है, जिसके स्मरण मात्र से ही रोम-रोम पुलकित हो उठता है, हृदय में भावनाओं का अनहद ज्वार स्वतः उमड़ पड़ता है और मनोःमस्तिष्क स्मृतियों के अथाह समुद्र में डूब जाता है। ‘माँ’ वो अमोघ मंत्र है, जिसके उच्चारण मात्र से ही हर पीड़ा का नाश हो जाता […] Read more » mother day
आर्थिकी श्रमिक के सरोकारों और क्रांति को समर्पित है ‘मजदूर दिवस’ May 8, 2012 / May 8, 2012 | Leave a Comment राजेश कश्यप 1 मई/अंतर्राष्ट्रीय मजदूर दिवस विशेष एक मई अर्थात अंतर्राष्ट्रीय मजदूर दिवस। यह दिवस विशेषकर मजदूरों के लिए अपनी एकता प्रदर्शित करने का दिन माना जाता है। मजदूर लोग अपने अधिकारों एवं उनकी रक्षा को लेकर प्रदर्शन करते हैं। अगर आज के परिदृश्य में यदि हम मजदूर दिवस की महत्ता का आकलन करें तो […] Read more » 1st May Labour Day मजदूर दिवस श्रमिक के सरोकारों और क्रांति
मीडिया लौटकर भी नहीं लौटी चन्द्रावल May 8, 2012 / May 8, 2012 | Leave a Comment फिल्म समीक्षा / लौटकर भी नहीं लौटी चन्द्रावल ! / -राजेश कश्यप जिस ‘चन्द्रावल’ के लौट आने के लिए हरियाणवी सिनेमा बेसब्री से पलकें बिछाए बाट जोह रहा था, वह लौटकर भी नहीं लौटी! 28 वर्ष पहले जिस चन्द्रावल ने बॉलीवुड तक तहलका मचाकर हरियाणवी सिनेमा को एक नया आयाम दिया था, उसी चन्द्रावल से […] Read more » लौटकर भी नहीं लौटी चन्द्रावल
विविधा श्रमिक के सरोकारों और क्रांति को समर्पित है ‘मजदूर दिवस’ April 30, 2012 | Leave a Comment 1 मई/अंतर्राष्ट्रीय मजदूर दिवस विशेष – राजेश कश्यप एक मई अर्थात अंतर्राष्ट्रीय मजदूर दिवस। यह दिवस विशेषकर मजदूरों के लिए अपनी एकता प्रदर्शित करने का दिन माना जाता है। मजदूर लोग अपने अधिकारों एवं उनकी रक्षा को लेकर प्रदर्शन करते हैं। अगर आज के परिदृश्य में यदि हम मजदूर दिवस की महत्ता का आकलन […] Read more » 1 मई मजदूर दिवस
टॉप स्टोरी धर्म-अध्यात्म क्या लोगों की धार्मिक आस्था एवं विश्वास पर कुठाराघात ‘देशद्रोह’ नहीं है? April 17, 2012 | 2 Comments on क्या लोगों की धार्मिक आस्था एवं विश्वास पर कुठाराघात ‘देशद्रोह’ नहीं है? राजेश कश्यप देश में पाखण्डी बाबाओं, गुरूओं, योगियों और धर्मोपदेशकों की बाढ़ आई हुई है। लगभग सभी धर्म के नाम पर गोरखधंधा कर रहे हैं। जो जितना बड़ा संत, बाबा, गुरू अथवा योगी के रूप में उभरता है, थोड़े दिन बाद उसकी काली कारतूतों का लंबा चौड़ा पिटारा खुलकर सामने आ जाता है। इस समय […] Read more » अंधविश्वास धर्म
समाज कब नसीब होगी गरीब बच्चों को उच्च मानकों पर आधारित शिक्षा? April 13, 2012 / April 13, 2012 | Leave a Comment राजेश कश्यप सर्वोच्च न्यायालय ने केन्द्र सरकार के ‘शिक्षा का अधिकार अधिनियम-2009’ (आरटीई) के तहत सरकारी व निजी स्कूलों में गरीब बच्चों के दाखिलों में 25 प्रतिशत आरक्षण पर अपनी मुहर लगाकर अत्यन्त सराहनीय एवं स्वागत योग् निर्णय सुनाया है। इससे निजी स्कूलों में भी 6 से 14 वर्ष के गरीब बच्चों को अमीरों के […] Read more » education to poor students गरीब बच्चों को शिक्षा
चिंतन आखिर देश किस दिशा में जा रहा है? April 12, 2012 / April 12, 2012 | 1 Comment on आखिर देश किस दिशा में जा रहा है? राजेश कश्यप विश्व का सबसे बड़ा लोकतांत्रिक देश और विकसित राष्ट्रों की श्रेणी में शुमार होने के लिए तेजी से अग्रसित राष्ट्र एकाएक आखिर किस दिशा में मुड़ गया है? जिस देश का इतिहास ईमानदारी, कर्त्तव्यनिष्ठा, देशभक्ति, परोपकारिता, मानवता, भातृभावना, कर्मठता, सौहार्द, समर्पणता, शौर्य, त्याग, बलिदान, शहादत, सादगी, सकारात्मकता, सात्विक आस्था जैसी अनेक अनूठी, अद्भूत, […] Read more » India world largest democratic country लोकतांत्रिक देश
चुनाव चुनावी हार और जीत के मूल सबक March 7, 2012 | 1 Comment on चुनावी हार और जीत के मूल सबक -राजेश कश्यप पाँच राज्यों के चुनावी परिणामों ने यह साबित कर दिया है कि जो भी नेता अथवा पार्टी आम आदमी की भावनाओं की कद्र नहीं करती, उसकी ऐसी ही परिणति होती है। ये चुनाव परिणाम खासकर कांग्रेस पार्टी के लिए गहन आत्म-मंथन करने और सबक लेने वाले हैं। चार राज्यों में कांग्रेस की करारी […] Read more » Mayawati up election उत्तर प्रदेश चुनाव चुनाव चुनावी हार और जीत के मूल सबक मायावती
पर्व - त्यौहार वैश्विक संस्कृति में रची बसी होली March 2, 2012 | Leave a Comment राजेश कश्यप होली विशेष फाल्गुन मास की पूर्णिमा को रंगो का त्यौहार होली सबके लिए खुशियों व उमंगो की झोली भरकर लाता है। इस पर्व पर प्रेम और प्यार की बयार और प्रकृति का श्रृंगार देखते ही बनता है। यूं तो हमारा देश त्यौहारों का देश है। लेकिन यदि होली को त्यौहारों का त्यौहार कहा […] Read more » Holi होली
कला-संस्कृति भक्ति परम्परा का प्राचीनतम प्रतीक शबरी February 25, 2012 / February 25, 2012 | 1 Comment on भक्ति परम्परा का प्राचीनतम प्रतीक शबरी राजेश कश्यप रामायण भगवान श्रीराम के सम्पूर्ण जीवन का दर्पण है। विष्णु के अवतार रूपी श्रीराम की सम्पूर्ण कार्यकलापों व लीलाओं के प्रसंग श्रीमद्वाल्मीकीय ‘रामायण’, गोस्वामी तुलसीदास कृत ‘श्रीराम चरितमानस’ आदि पौराणिक ग्रन्थों में वर्णित हैं। इन ग्रन्थों में श्रीराम के जीवन से जुड़े प्रत्येक व्यक्ति की अपनी विशिष्टता एवं महत्ता रही। कई व्यक्ति तो […] Read more » shabri and Ram भक्ति परम्परा शबरी
शख्सियत स्वतंत्रता आंदोलन के अग्रदूत वीर सावरकर February 24, 2012 / February 24, 2012 | Leave a Comment 26 फरवरी/पुण्यतिथि विशेष राजेश कश्यप देश की आजादी के लिए असंख्य वीरों ने असीम त्याग एवं बलिदान किए। उन्होंने अंग्रेजी सरकार के जुल्म एवं अत्याचार सहे। भूखे-प्यासे रहकर स्वतंत्रता के लिए निरन्तर अथक संघर्ष किया। देश की आजादी का दृढ़ संकल्प लेने वाले देशभक्तों ने अपना सर्वस्व न्यौछावर कर दिया। ऐसे ही महान […] Read more » राजेश कश्यप
पर्व - त्यौहार महाशिवरात्रि विशेष February 21, 2012 | Leave a Comment राजेश कश्यप शिवमयी है हरियाणा का जन-जन और कण-कण ‘शिव शंकर’, ‘महादेव’, ‘महाकाल’, ‘नीलकण्ठ’, ‘विश्वनाथ’, ‘आदिदेव’, ‘उमापति’, ‘सृष्टि-संहारक’ आदि अनेक नामों से पुकारे जाने वाले ‘देवों के देव’ भगवान शिव सबका उद्धार करते हैं। उनकी महिमा अपार है। भगवान शिव के प्रति असंख्य भक्तों की अगाध श्रद्धा, विश्वास और आस्था बस देखते ही बनती है। […] Read more » mahashivratri महाशिवरात्रि