आर्थिकी गरीबी रेखा में पिसता गरीब September 18, 2012 / September 19, 2012 | Leave a Comment राखी रघुवंशी देश भर में गरीबी को लेकर मोंटेकनुमा बहसों के साथ जो तथ्य और आंकड़े पिछले कुछ सालों में सामने आये हैं, उसने गरीब और गरीबी की परिभाषाओं को लगातार उलझाने का काम किया है. अब तक की तमाम सरकारें गरीबों की संख्या कम होने का दावा करती रही हैं लेकिन न गरीब कम […] Read more » गरीबी रेखा पिसता गरीब
प्रवक्ता न्यूज़ शिक्षा और हम August 9, 2012 / August 9, 2012 | Leave a Comment राखी रघुवंषी एक समय था जब माता पिता के बाद र्इष्वर का दर्जा यदि किसी को दिया जाता था तो वे शिक्षक थे ! कहा भी जाता था कि बच्चों की घर के बाद पहली पाठशाला विधालय ही होता है। वहीं रहकर विधार्थी बड़ों के प्रति मान-सम्मान, अच्छे संस्कार ,सहमित्रों के प्रति प्रेम-करूणा, दूसरों के […] Read more »
विविधा लेखन के बहुआयामी आयाम July 10, 2012 | 1 Comment on लेखन के बहुआयामी आयाम राखी रघुवंशी ” अब्बा थैंक्यू, आपने मुझे इस लेखन कार्यशाला में आने दिया। यह बात भोपाल की तंग गलियों में बने एक मदरसे में लेखन कार्यशाला के दौरान हुर्इ गतिविधि में तैयबा ने लिखी। कार्यशाला में ”अपनों के नाम चिटठी लिखने की एक गतिविधि हुर्इ, जिसमें ज्यादातर लड़कियों ने अपने पिता के नाम चिटठी लिखीं, […] Read more » Journalism लेखन के बहुआयामी आयाम
चिंतन समाज बदहाल कानून के साये में जिंदगी June 3, 2012 / June 3, 2012 | Leave a Comment राखी रघुवंशी अपने चरम पर हैं। हर रोज अखबार में अपराध से जुड़ी दो खबरें तो निशिचत तौर पर प्रकाशित होती ही हैं। मर्डर, चोरी, बलात्कार, दुर्घटना या फिर विधार्थियों द्वारा आत्महत्या। इनमें सबसे निर्मम है, ट्रक या डंपर चालकों का आम व्यकित को बेरहमी से कुचलते हुए जाना। हम रोज सुबह की शुरूआत अखबार […] Read more » crime in M.P मध्यप्रदेश में अपराध
धर्म-अध्यात्म मदरसा आरक्षण और आधुनिक शिक्षा February 19, 2011 / December 15, 2011 | 1 Comment on मदरसा आरक्षण और आधुनिक शिक्षा राखी रघुवंशी मदरसों के पाठयक्रम को बदलने की कोशिश की जा रही है। मदरसे काफी पुराने पाठ्यक्रम और इस्लामी शिक्षा पद्धति पर ही चल रहे हैं। पिछले कुछ समय से मदरसों की भूमिका को लेकर लगातार बहस होती रही है, मदरसों पर चरमपंथ को बढ़ावा देने के आरोप भी लगते रहे हैं। पाकिस्तान की लाल […] Read more » Reservation इस्लाम मदरसा
विविधा विकास के नाम पर भुखमरी भुगतते लोग February 15, 2011 / December 15, 2011 | 4 Comments on विकास के नाम पर भुखमरी भुगतते लोग -राखी रघुवंशी बिसाली गांव के पूनमसिंह ने जीवन जीने के लिए कड़ा संघर्ष किया। बचपन से ही मजदूरी की, बंधुआ मजदूर रहा और अभावों में पला। किन्तु उसने हिम्मत नहीं हारी और कठोर परिश्रम, सूझबूझ तथा पाई-पाई की बचत से गांव के आटा चक्की लगाई। जिससे वह हर रोज 50-60 रूपए कमा लेता। इस तरह […] Read more » Famine भुखमरी विकास
महिला-जगत पर आखिर पुरूष हैं कहां December 30, 2010 / December 18, 2011 | Leave a Comment राखी रघुवंशी प्रत्यक्ष और परोक्ष रूप से महिलाओं पर हिंसा पुरूषों की सुविधाओं को बरकरार रखने का असरदार हथियार है। हमने यह देखा है कि महज़ हिंसा की धमकी औरतों को चुप्पी साधने या फिर सब बातों को मानने के लिए बाध्य कर देती है। और फिर हिंसा का शिकार हुई औरत इस हिंसा का […] Read more » Woman Torture महिलाओं पर हिंसा
समाज मर्यादाओं की जकड़न – राखी रघुवंशी November 13, 2010 / December 20, 2011 | 3 Comments on मर्यादाओं की जकड़न – राखी रघुवंशी कल अपने साथियों के साथ श्याम नगर की बस्ती में पुस्तकालय कार्यक्रम के लिए जाना हुआ। इस पुस्तकालय में कई दिनों के बाद गई। बच्चों और युवाओं के लिए संचालित पुस्तकालय में दीपिका भी आई। दीपिका 1617 साल की 3री पास लड़की है। दीपिका से मैं पहली बार मिली थी और उससे कहानी की किताबों […] Read more » Limitations मर्यादाओं
महिला-जगत दलीय राजनीति और महिलाएं October 20, 2010 / December 20, 2011 | 4 Comments on दलीय राजनीति और महिलाएं -राखी रघुवंशी दलित महिलाओं की स्थिति पर अक्सर मीडिया का ध्यान तब जाता है जब वे बलात्कार की शिकार होती हैं या उन्हें नग्न, अर्धनग्न करके सड़कों पर घुमाया जाता है। ऐसी शर्मनाक घटनाओं की रिर्पोटिंग के बाद उनका फॉलोअप बहुत ही कम किया जाता है। दरअसल आजादी के छह दशक बाद भी दलित महिलाओं […] Read more » Woman दलित महिला
विविधा प्राथमिकशाला में भाषा, शिक्षा और गिजुभाई October 13, 2010 / December 21, 2011 | 1 Comment on प्राथमिकशाला में भाषा, शिक्षा और गिजुभाई -राखी रघुवंशी हमारे देश में प्राथमिक शाला वह जगह है जिसकी कोई प्राथमिकता आज तक ठीक से तय नहीं हुई। सब तरह के अभावों में जीती, हर बार उपेक्षाओं में जीती और हर बार चिंता का विषय बन कर भी दिन पर दिन बिगड़ती शिक्षा की यह प्राथमिक भूमि अपने ही बंजरीकरण से ग्रस्त है। […] Read more » Education भाषा शिक्षा
महिला-जगत महिला सशक्तिकरण में स्वयंसहायता समूहों की भूमिका July 3, 2010 / December 23, 2011 | 1 Comment on महिला सशक्तिकरण में स्वयंसहायता समूहों की भूमिका -राखी रघुवंशी ”पहले हम समूह में केवल बचत की ही बात करते थे, लेकिन अब जब महिलाएं एक साथ समूह की बैठकों में आती हैं, तो बचत के अलावा भी हम गांव और महिलाओं की दिक्कतों के बारे में बात करने लगे हैं।” यह कहना महिला वित्त एवं विकास निगम द्वारा गठित किए गए स्वयं […] Read more » Woman Empowerment महिला सशक्तिकरण स्वयंसहायता समूह
स्वास्थ्य-योग स्वास्थ्य के मानकों पर लड़ाई हारते आदिवासी June 23, 2010 / December 23, 2011 | Leave a Comment -राखी रघुवंशी खुली अर्थव्यवस्था, बाजारवाद और नव उपभोक्तावाद की चकाचौंध में कई मूलभूत समस्याएं सरकारी फाइलों में, नेताओं के झूठे वादों में और समाज के बदलते दृष्टिकोण के चलते दबकर रह जाती हैं। गरीबी, बदतर स्वास्थ्य सेवाएं और अशिक्षा के साथ-साथ बच्चों का बढ़ता कुपोषण भारत में एक बड़ी समस्या है जिसका निदान कहीं नहीं […] Read more » Aboriginal आदिवासी कुपोषण