मनोरंजन मीडिया लेख सोशल मीडिया प्लेटफार्म पर लगाम ही आएगी काम. January 15, 2021 / January 15, 2021 | Leave a Comment सोशल मीडिया संचार, सहयोग, शिक्षा जैसे विषयों में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है और परिणामस्वरूप सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म को सार्वजनिक और सरकारी अधिकारियों की भागीदारी की तरह इसे महत्वपूर्ण मानते हैं. आज हमें सोशल मीडिया को सुरक्षित और संरक्षित रखने की जिम्मेदारी को समझने की जरूरत है ताकि यह समाज के लिए एक प्रगतिशील उपकरण के […] Read more » सोशल मीडिया प्लेटफार्म पर लगाम
कविता दादी का संदूक ! January 13, 2021 / January 13, 2021 | Leave a Comment स्याही-कलम-दवात से, सजने थे जो हाथ !कूड़ा-करकट बीनते, नाप रहें फुटपाथ !!बैठे-बैठे जब कभी, आता बचपन याद !मन चंचल करने लगे, परियों से संवाद !! मुझको भाते आज भी, बचपन के वो गीत !लोरी गाती मात की, अजब-निराली प्रीत !! मूक हुई किलकारियां, चुप बच्चों की रेल !गूगल में अब खो गए,बचपन के सब खेल […] Read more » दादी का संदूक
लेख समाज बुजुर्गों को आशीर्वाद के रूप में देखा जाना चाहिए, बोझ नहीं। January 11, 2021 / January 11, 2021 | Leave a Comment हमारे देश में बुजुर्ग तेजी से बढ़ते जा रहे हैं, लेकिन उनके लिए उपलब्ध संसाधन कम होते जा रहें हैं। ऐसे में हम सबकी जिम्मेवारी बनती है कि उन्हें एक तरफ रखने के बजाय उनकी शारीरिक और मानसिक देखभाल करने के लिए समुदायों के जीवन में एकीकृत किया जाना चाहिए, जहां वे सामाजिक परिस्थितियों को […] Read more » elderly not a burden The elderly should be seen as a blessing बुजुर्ग आशीर्वाद के रूप में बुजुर्गों को आशीर्वाद के रूप में देखा जाना चाहिए
राजनीति भारत को नए साल में नए सिद्धांत और क्षमता की आवश्यकता है। January 2, 2021 / January 2, 2021 | Leave a Comment वर्ष 2020 तक चल रहे कोरोनावायरस महामारी के कारण कई मोर्चों पर एक चुनौतीपूर्ण रहा है। महामारी के बावजूद, कई महत्वपूर्ण शिखर आयोजित किए गए, इन शिखर सम्मेलनों में, भारत ने समस्या के संभावित समाधानों पर चर्चा करने में अग्रणी भूमिका निभाई। न केवल महामारी के मोर्चे पर, बल्कि चीन ने भारत के लिए और […] Read more » India needs new principles भारत
टेलिविज़न मीडिया लेख ख़बरों के पीछे दौड़ती पत्रकारिता को थोड़ी रैड लाइट की जरूरत है। December 28, 2020 / December 28, 2020 | Leave a Comment आज के दौर में सोशल मीडिया के बढ़ते प्रभाव के बीच मीडिया के लिए विश्वसनियता की अहमियत पहले से ज्यादा बढ़ गई है। आज देश भर के चैनलों और अख़बारों में खबर जहां जल्दी पहुंचाने पर जोर है, वहीं समाचार में वस्तुनिष्ठता, निष्पक्षता और सटीकता बनाए रखना भी बेहद जरूरी है। इंटरनेट और सूचना के […] Read more » पत्रकारिता को थोड़ी रैड लाइट की जरूरत
कविता बन सौरभ तू बुद्ध !! December 27, 2020 / December 27, 2020 | Leave a Comment मतलबी संसार का, कैसा मुख विकराल !अपने पाँवों मारते, सौरभ आज कुदाल !! सिमटा धागा हो सही, अच्छे है कम बोल !सौरभ दोनों उलझते, अगर रखे ना तोल !! काँप रहे रिश्ते बहुत, सौरभ हैं बेचैन !बेरूखी की मार को, झेल रहें दिन-रैन !! जहर आज भी पी रहा, बनता जो सुकरात !कौन कहे है […] Read more » बन सौरभ तू बुद्ध
लेख समाज घर में बच्चे दो ही अच्छे नीति कर देगी सामाजिक बंधन कच्चे December 24, 2020 / December 24, 2020 | Leave a Comment राष्ट्रीय परिवार स्वास्थ्य सर्वेक्षण -5 (एनएफएचएस -5) के नवीनतम आंकड़ों से पता चलता है कि भारत को घर में बच्चे दो ही अच्छे नीति की आवश्यकता नहीं है। रिपोर्ट का कहना है कि ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों में आधुनिक गर्भ निरोधकों का उपयोग से परिवार नियोजन मांगों में सुधार को पूरा किया जा रहा है। […] Read more » Only two good policy at home will make the social bond raw घर में बच्चे दो ही अच्छे नीति जनसंख्या नियंत्रण
कविता तुमसे मेरे ख्वाब ! December 20, 2020 / December 20, 2020 | Leave a Comment घर-आँगन खुशबू बसी, महका मेरा प्यार !पाकर तुझको है परी, सपन हुआ साकार !! मंजिल कोसो दूर थी ,मैं राही अनजान !पता राह का दे गई, इक तेरी मुस्कान !! मैं प्यासा राही रहा, तुम हो बहती धार।अंजुली भर तुम बाँट दो, मुझको प्रिये प्यार।। मेरी आदत में रमे, दो ही तो बस काम।एक हाथ […] Read more » My dreams to you तुमसे मेरे ख्वाब
कविता किस से करे गुहार ! December 14, 2020 / December 14, 2020 | Leave a Comment सच्चे पावन प्यार से, महके मन के खेत !दगा झूठ अभिमान से, हो जाते सब रेत !! किस से बातें वो करे, किस से करे गुहार !भटकी राहें भेड़ जो, त्यागे स्व परिवार !! मंत्र प्यार का फूँकते, दिल में रखते घात !रिश्ते क्या बेकार है, करना उन से बात !! नेह-स्नेह सूखे सभी, पाले […] Read more » Whom to plead with! किस से करे गुहार
आर्थिकी ग्रामीण विकास से होगा देश का आर्थिक विकास December 5, 2020 | Leave a Comment डॉo सत्यवान सौरभइन्फ्रास्ट्रक्चर किसी भी देश के आर्थिक विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। वर्तमान में भारत की 65% आबादी अपने ग्रामीण क्षेत्रों में निवास करती है। अगर हम देश में ग्रामीण बुनियादी ढांचे के बारे में बात करते हैं, तो यह कृषि, कृषि-उद्योगों और ग्रामीण क्षेत्रों में गरीबी उन्मूलन के लिए महत्वपूर्ण है। मूल रूप […] Read more » Rural development Rural development will lead to economic development Rural development will lead to economic development of the country The implementation of new labor laws may give wings to the economic development of the country. ग्रामीण विकास
कविता चलना जीवन सार !! November 29, 2020 / November 29, 2020 | Leave a Comment समय सिंधु में क्या पता, डूबे; उतरे पार !छोटी-सी ये ज़िंदगी, तिनके-सी लाचार !! पिंजड़े के पंछी उड़े, करते हम बस शोक !जाने वाला जायेगा, कौन सके है रोक !! पथ के शूलों से डरे, यदि राही के पाँव !कैसे पहुंचेगा भला, वह प्रियतम के गाँव !! रुको नहीं चलते रहो, जीवन है संघर्ष !नीलकंठ […] Read more » चलना जीवन सार
कविता बैठक है वीरान !! November 19, 2020 / November 19, 2020 | Leave a Comment चूस रहे मजलूम को, मिलकर पुलिस-वकील !हाकिम भी सुनते नहीं, सच की सही अपील !! जर्जर कश्ती हो गई, अंधे खेवनहार !खतरे में सौरभ दिखे, जाना सागर पार !! थोड़ा-सा जो कद बढ़ा, भूल गए वो जात !झुग्गी कहती महल से, तेरी क्या औकात !! बूढ़े घर में कैद हैं, पूछ रहे न हाल !बचा-खुचा […] Read more » बैठक है वीरान