शलजम, गाजर और गोभी का अचार
इस अचार मे मूली भी कुछ लोग डालते हैं। सामग्री– 1 किलो शलजम, 500 ग्राम
इस अचार मे मूली भी कुछ लोग डालते हैं। सामग्री– 1 किलो शलजम, 500 ग्राम
सामग्री – 1 कटहल एकदम कच्चा(सफेद सा, पीलापन न हो) सौंफ 50 ग्राम, राई50ग्राम, लाल
‘जब दिल ही टूट गया, हम जी कर क्या करेंगे ’ पुराना गाना है, पर
मैने कहाँ मांगा था सारा आसमा, दो चार तारे बहुत थे मेरे लियें, दो चार
गूंजा राग बसंत बहार दिशा दिशा सम्मोहित हैं, फूल खिले तो रंग बिखरे हैं, गूंजा
बीनू भटनागर दुखी या परेशान कौन नहीं होता ! इसे डिप्रैसिव मूड कहा जा सकता
सू्र्यदेव का स्वागत मै बाँहें फैला कर करता हूँ, आग़ोश मे लेलूँ सूरज को, महसूस
नाम की बड़ी महिमा है, नाम पहचान है, ज़िन्दगी भर साथ रहता है। लोग शर्त
भोर मे भैरवी के स्वर छिड़े हैं, इन्ही के साथ हम प्रभु से जुड़े हैं,
मै और तुम और ये साथ, संजोये चल रहे हैं साथ साथ, अन्तर का ये
अक्सर कहानियों मे, उपन्यासों मे, फ़िल्मों मे, टी.वी. धारावाहिकों मे या लोगों की बातचीत मे
औद्योगिक नगरों की चिमनी से, कण कण वायु प्रदूषित होती। वाहन वायु प्रदूषित करते, वायु