राजनीति चुनाव आयोग तोड़े धर्म और राजनीति की ‘सगाई’ January 31, 2013 / January 31, 2013 | 1 Comment on चुनाव आयोग तोड़े धर्म और राजनीति की ‘सगाई’ तनवीर जाफ़री हालाँकि भारत की पहचान विश्व के सबसे बड़े धर्मनिरपेक्ष गणराज्य के रूप में बनी हुई है। परंतु इसके बावजूद इसी देश से जुड़ी कुछ ऐसी बुनियादी हक़ीक़तें भी हैं जिनसे इंकार नहीं किया जा सकता। हमारी पहचान ‘अनेकता में एकता’ रखने वाले राष्ट्र के रूप में तो ज़रूर है परंतु यह भी एक […] Read more »
विविधा बदहाल पाकिस्तान में जनक्रांति January 22, 2013 / January 22, 2013 | Leave a Comment तनवीर जाफ़री पाकिस्तान इस समय निश्चित रूप से अपने अस्तित्व को बचाने के लिए बुरी तरह से जूझ रहा है। पाकिस्तान को इस समय जहां भीतरी तौर पर तमाम राजनैतिक चुनौतियों का सामना है वहीं साथ-साथ आतंकवाद तथा आतंकवाद को संरक्षण देने वाली कट्टरपंथी ताकतें भी पाकिस्तान को अपने शिकंजे में पूरी तरह जकडऩे को […] Read more »
टॉप स्टोरी राजनीति ‘भागवत पुराण’: निगाहें कहीं पर, निशाना कहीं January 13, 2013 | 3 Comments on ‘भागवत पुराण’: निगाहें कहीं पर, निशाना कहीं तनवीर जाफ़री राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ प्रमुख मोहन भागवत ने महिलाओं के साथ होने वाले दुराचार व बलात्कार के परिपेक्ष्य में पिछले दिनों अपनी यह राय ज़ाहिर की कि बलात्कार जैसे मामले भारत में कम होते हैं जबकि इंडिया में अधिक। गोया उन्होंने साफतौर पर प्रगतिशील शहरी समाज पर निशाना साधते हुए यह कहने की […] Read more » mohan bhagwat on delhi rape case
हिंद स्वराज राष्ट्रवादी हैं भारतीय मुसलमान, अलगाववादी नहीं January 6, 2013 / January 6, 2013 | 5 Comments on राष्ट्रवादी हैं भारतीय मुसलमान, अलगाववादी नहीं तनवीर जाफ़री भारतवर्ष के विभिन्न क्षेत्रों से अलगाववाद की राजनीति करने वाले नेताओं के स्वर बुलंद होते देखे जाते रहे हैं। कभी धर्म के नाम पर तो कभी क्षेत्र व भाषा के नाम पर। परंतु समय रहते ऐसी अलगाववादी आवाज़ें कभी खुद दब गईं तो कभी दबा दी गईं। परंतु भारत में ही रहकर अलगाववाद […] Read more » Indian muslims
राजनीति कहां गांधी-पटेल और कहां भाई नरेन्द्र मोदी December 31, 2012 / December 31, 2012 | 7 Comments on कहां गांधी-पटेल और कहां भाई नरेन्द्र मोदी तनवीर जाफ़री प्रचलित कहावत है- जो दिखता है वह बिकता है। परंतु लगता है व्यवसाय व राजनीति के मध्य रिश्ते प्रगाढ़ होने के साथ -साथ व्यवसायिक उपयोग में आने वाली कहावतें अब राजनैतिक क्षेत्र में भी सही साबित होने लगी हैं। भले ही प्रत्येक राजनीतिज्ञ जो दिखता है वह बिकता है की कहावत का पात्र […] Read more » Narendra Modi नरेन्द्र मोदी
राजनीति राष्ट्रीय परिपेक्ष्य में गुजरात-हिमाचल जनादेश December 23, 2012 | Leave a Comment तनवीर जाफ़री गुजरात व हिमाचल प्रदेश विधानसभाओं के चुनाव परिणाम सामने आ चुके हैं। जहां गुजरात राज्य की जनता ने राजनैतिक भविष्यवक्ताओं के क़यासों को सच साबित करते हुए तीसरी बार नरेंद्र मोदी के हाथों में गुजरात की सत्ता सौंपी है वहीं हिमाचल प्रदेश की अवाम ने भी अपनी पूर्व परंपराओं का अनुसरण करते हुए […] Read more » नरेंद्र मोदी वीरभद्र सिंह
टॉप स्टोरी क्यों कहा जस्टिस काटजू ने ‘बेवक़ूफ़’ हैं 90 प्रतिशत भारतीय’ December 17, 2012 / December 17, 2012 | 5 Comments on क्यों कहा जस्टिस काटजू ने ‘बेवक़ूफ़’ हैं 90 प्रतिशत भारतीय’ तनवीर जाफ़री अपनी तीखी व तल्ख़ टिप्पणी, स्पष्टवादिता तथा न्यायधीश रहते हुए कई मुकद्दमों में बेबाक व ऐतिहासिक निर्णय सुनाए जाने के लिए चर्चा में रहने वाले जस्टिस मार्कंडेय काटजू ने पिछले दिनों भारतवासियों को आईना दिखाने की कोशिश करते हुए एक बार फिर अपनी इस बेबाक टिप्पणी से कोहराम पैदा कर दिया कि ‘90 […] Read more » जस्टिस काटजू
जन-जागरण बिहार की विकास गाथा का एक पहलू यह भी….. December 10, 2012 / December 10, 2012 | Leave a Comment तनवीर जाफ़री पूरे देश में इस समय धूम मची हुई है कि देश का दूसरा सबसे बड़ा राज्य बिहार प्रगति के पथ पर तेज़ी से आगे बढ़ रहा है। बिहार से होकर गुज़रने वाले राष्ट्रीय राजमार्गों पर यात्रा करने पर आपको कुछ ऐसा आभास हो भी सकता है। निश्चित रूप से राज्य के जो राजमार्ग […] Read more » बिहार की विकास गाथा
धर्म-अध्यात्म हुसैन दीन भी हैं दीन की पनाह भी हैं November 22, 2012 / November 22, 2012 | 1 Comment on हुसैन दीन भी हैं दीन की पनाह भी हैं तनवीर जाफ़री इस्लाम धर्म के आखिरी पैगंबर हज़रत मोहम्मद के नवासे तथा हज़रत अली के पुत्र इमाम हुसैन व उनके 72 परिजनों व साथियों की शहादत की याद दिलाने वाला मोहर्रम प्रत्येक वर्ष की भांति इस वर्ष भी पूरी दुनिया में सभी धर्मों व समुदायों के लोगों द्वारा मनाया जा रहा है। हालांकि करबला की […] Read more »
साहित्य राम का नाम बदनाम न करो … November 19, 2012 / November 19, 2012 | 4 Comments on राम का नाम बदनाम न करो … तनवीर जाफ़री भारतवर्ष का बहुसंख्य हिंदू समुदाय जिस भगवान राम को मर्यादा पुरुषोत्तम कहकर संबोधित करता हो और मुस्लिम समुदाय से संबंध रखने वाले विश्व के जाने-माने कवि अल्लामा इकबाल ने जिस भगवान राम को ‘इमाम-ए-हिंद’ कहकर संबोधित किया हो तथा सिख समुदाय के सबसे पावन धर्मग्रंथ गुरु ग्रंथ साहब में जिस रामनाम का अनेक […] Read more » राम का नाम बदनाम न करो ...
महिला-जगत पुरुष प्रधान समाज के यह महिला विरोधी फ़ैसले November 14, 2012 | Leave a Comment तनवीर जाफ़री विभिन्न राजनैतिक,धार्मिक व सामाजिक मंचों से हालाँकि प्राय: महिलाओं को लुभाने वाली इस प्रकार की भाषणबाज़ी सुनाई देती है कि महिलाओं को समाज में ‘देवी’ जैसा रुतबा व स्थान प्राप्त है। कभी महिलाओं को बराबर की हिस्सेदारी देने की बात भी की जाती है। भारत की राजनैतिक व्यवस्था में तो महिलाओं को 33 […] Read more »
समाज टूटी है किसके हाथ में तलवार देखना… November 5, 2012 / November 5, 2012 | 2 Comments on टूटी है किसके हाथ में तलवार देखना… तनवीर जाफ़री भारतीय राजस्व सेवा की नौकरी त्याग कर भ्रष्ट राजनैतिक व्यवस्था को सुधारने का बीड़ा उठाने वाले अरविंद केजरीवाल की इस समय एक ऐसी पहचान बन चुकी है जिसने कि भ्रष्ट राजनीतिज्ञों की नींदें हराम कर दी हैं.खासतौर पर उच्च स्तर पर बैठे सफेदपोश भ्रष्टाचारियों की.इतना ही नहीं बल्कि केजरीवाल व उनकी संस्था इंडिया […] Read more » arvind kejriwal and anna