धर्म-अध्यात्म चेतन ब्रह्म की उपासना और सेवा करनी चाहिए और इससे भिन्न जड़ आदि पदार्थों की उपासना नहीं किन्तु उनसे उपकार ग्रहण करना चाहिए July 26, 2017 by मनमोहन आर्य | Leave a Comment -मनमोहन कुमार आर्य ईशावास्योपनिषद् में कुल 17 मन्त्र हैं। इस लेख में ईशावास्योपनिषद् के मन्त्र क्र्रमांक 12 से 14 पर ऋषि दयानन्द के यजुर्वेद भाष्य से इन मंत्रों के भाषार्थ एवं भावार्थ आदि प्रस्तुत हैं: मन्त्र संख्या 12 मन्त्र के ऋषि दीर्घतमाः। देवता आत्मा=स्पष्टम्। छन्द निचृदनुष्टुप् स्वर गान्धारः।। अब विद्या और अविद्या […] Read more » ईशावास्योपनिषद्
धर्म-अध्यात्म जानिए कुछ विशेष जानकारियां इन नागपंचमी (27 /28 जुलाई 2017 ) पर– July 25, 2017 by पंडित दयानंद शास्त्री | Leave a Comment नाग पंचमी का त्यौहार श्रावण मास के शुक्ल पक्ष की पंचमी को मनाया जाता है। ज्योतिष के अनुसार पंचमी तिथि के स्वामी नाग हैं। इस दिन नागों की पूजा प्रधान रूप से की जाती है। शास्त्रों के अनुसार पंचमी तिथि के स्वामी नाग देवता है. श्रवण मास में नाग पंचमी होने के कारण इस मास […] Read more » Featured नाग पंचमी स्वस्थ तन और स्वस्थ समाज का द्योतक है ‘नाग पंचमी’
धर्म-अध्यात्म ‘ईश्वर विद्वानों के निकट और अविद्वानों से दूर है : ईशावास्योपनिषद’ July 24, 2017 by मनमोहन आर्य | Leave a Comment -मनमोहन कुमार आर्य ईशावास्योपनिषद् के नाम से विख्यात यजुर्वेद के चालीसवें अध्याय के मन्त्र क्रमांक 4 से 7 का ऋषि दयानन्दकृत व्याख्यान महत्वपूर्ण होने के कारण इस लेख के माध्यम से यहां प्रस्तुत कर रहे हैं। ऋषि दीर्घतमाः। देवता ब्रह्म=स्पष्टम्। छन्द निचृत्त्रिष्टुप्। स्वर धैवतः।। कैसा मनुष्य ईश्वर का साक्षात् करता है, यह उपदेश किया है।। […] Read more » ईशावास्योपनिषद
कला-संस्कृति धर्म-अध्यात्म भगवान शिव की आराधना के लिये प्रसिध्द है आगरा का कैलाश मेला July 24, 2017 / July 24, 2017 by ब्रह्मानंद राजपूत | Leave a Comment (24 जुलाई 2017 कैलाश मेले पर विशेष आलेख) हमारे भारत देश में एक समृद्ध आध्यात्मिक और धार्मिक विरासत के साथ, कई धर्मों का पालन किया जाता है। नतीजतन धार्मिक त्योहारों की एक बड़ी संख्या को मनाया जाता है। ऐसा ही एक त्यौहार आगरा का सुप्रसिध्द कैलाश मेला है। आगरा का यह सुप्रसिध्द कैलाश मेला हर […] Read more » आगरा आगरा का कैलाश मेला कैलाश मेला
कला-संस्कृति धर्म-अध्यात्म जानिए भगवान् शिव को श्रावण की शिवरात्रि विशेष प्रिय क्यों है? July 21, 2017 by पंडित दयानंद शास्त्री | Leave a Comment यूं तो सनातन धर्म में सृष्टि संहार के स्वामी श्रीरूद्र की उपासना के लिए श्रावण माह को सर्वाधिक पुण्य फलदाई माना गया है | पूरे साल सोमवार के दिन महादेव को प्रसन्न करने के लिए विशेष रूप से उनकी पूजा-अर्चना की जाती है और शिवलिंग पर जलाभिषेक किया जाता है, लेकिन महाशिवरात्रि और श्रावण शिवरात्रि […] Read more » Featured शिवरात्रि श्रावण श्रावण की शिवरात्रि
धर्म-अध्यात्म स्वामी सत्यानन्द रचित ऋषि दयानन्द के भावपूर्ण जीवनचरित की भूमिका में प्रस्तुत महत्वपूर्ण विचार July 20, 2017 by मनमोहन आर्य | Leave a Comment मनमोहन कुमार आर्य महर्षि दयानन्द के प्रमुख जीवन चरितों में एक जीवन चरित है ‘श्रीमद्दयानन्द प्रकाश’। इस ग्रन्थ के लेखक हैं स्वामी सत्यानन्द जी। स्वामी दयानन्द जी के जीवन चरितों में पं. लेखराम जी रचित जीवन चरित का शीर्षस्थ स्थान है। अन्य सभी जीवन चरित उनके द्वारा संग्रहित जीवन चरित की सामग्री के आधार […] Read more » ‘श्रीमद्दयानन्द प्रकाश’
धर्म-अध्यात्म सृष्टि का उत्पत्ति, पालन व प्रलयकर्ता होने से ईश्वर ही सब मनुष्यों का उपासनीय July 19, 2017 / July 19, 2017 by मनमोहन आर्य | Leave a Comment मनमोहन कुमार आर्य मनुष्य को ज्ञान की आवश्यकता होती है। यह ज्ञान वह मुख्य रूप से अपने माता-पिता व आचार्यों से प्राप्त करता है। मनुष्य अल्पज्ञ है, इस कारण समय के साथ साथ उसमें विस्मृति का होना भी होता है। माता-पिता व आचार्य अल्पज्ञ प्राणी होते हैं। अतः अधिक से अधिक ज्ञान प्राप्त करने के […] Read more » ईश्वर
धर्म-अध्यात्म वेद और ऋषि दयानन्द के सिद्धान्तों को अपनाकर ही देश अखण्डित, स्वतन्त्र और सुरक्षित रह सकता है July 18, 2017 by मनमोहन आर्य | Leave a Comment -मनमोहन कुमार आर्य आजकल हमारा देश इतिहास के बहुत ही खराब दौर से गुजर रहा है। कश्मीर में आतंकवाद अपनी तीव्रतम स्थिति में है जहां पाकिस्तानी और राज्य के कुछ गुमराह लोग देश की रक्षा करने वाली सेना का विरोध करते हैं और न केवल उनकी जान लेने के लिए तत्पर रहते हैं अपितु […] Read more » ऋषि दयानन्द वेद
कला-संस्कृति धर्म-अध्यात्म जानिए पितृ दोष के लक्षण,कारण एवं निवारण हेतु उपाय July 18, 2017 by पंडित दयानंद शास्त्री | Leave a Comment ️ ️ ️पितृ -दोष शांति के सरल उपाय पितृ या पितृ गण कौन हैं ? आप सभी की जिज्ञासा को शांत करने के लिए प्रस्तत हैं मेरा विनम्र प्रयास— प्रिय पाठकों/मित्रों, पितृ गण हमारे पूर्वज हैं जिनका ऋण हमारे ऊपर है ,क्योंकि उन्होंने कोई ना कोई उपकार हमारे जीवन के लिए किया है मनुष्य […] Read more » पितृ दोष
कला-संस्कृति धर्म-अध्यात्म सावन की फुहार में ‘ कजरी ‘ का महत्व July 17, 2017 / July 17, 2017 by अशोक भाटिया | Leave a Comment अशोक भाटिया सावन चल है जो इस भीषण तपिश से राहत ही नहीं प्रदान करेगा बल्कि अपनी मखमली हरियाली से मन मयूर को नाचने के लिए विवश कर देगा और फिर सावन नाम आते ही ‘कजरी‘ गीतों का उनसे जुड़ जाना स्वाभाविक ही है। गाँवों में जब युवतियाँ सावन में पेड़ों पर झूला झूलते समय समवेत स्वर […] Read more » ‘ कजरी ‘ का महत्व सावन की फुहार
धर्म-अध्यात्म आर्यसमाज चकराता (देहरादून) व चकराता विषयक हमारे कुछ संस्मरण July 17, 2017 by मनमोहन आर्य | 1 Comment on आर्यसमाज चकराता (देहरादून) व चकराता विषयक हमारे कुछ संस्मरण मनमोहन कुमार आर्य देहरादून में आर्यसमाज की स्थापना अक्तूबर, सन् 1880 में हुई थी जब ऋषि दयानन्द दूसरी बार देहरादून पधारे थे। देहरादून से लगभग 87 किमी. दूरी पर पर्वतीय व पर्यटक स्थल चकराता है। मसूरी की ही भांति चकराता भी पर्वतीय व वनाच्छादित होने के साथ मसूरी से अधिक ऊंचाई पर है परन्तु यह […] Read more » आर्यसमाज
कला-संस्कृति धर्म-अध्यात्म कांवड़ यात्रा पर किच – किच क्यों ? July 17, 2017 by तारकेश कुमार ओझा | Leave a Comment तारकेश कुमार ओझा बचपन के दिनों में श्रावण के महीने में अपने शहर के नजदीक से बहने वाली नदी से जल भर कर प्राचीन शिव मंदिर में बाबा भोलेनाथ का जलाभिषेक किया करता था। कुछ बड़े होने पर शिवधाम के तौर पर जेहन में बस दो ही नाम उभरते थे। मेरे गृहप्रदेश पश्चिम बंगाल […] Read more » Featured कांवड़ यात्रा बाबा तारकनाथ धाम बाबा बैद्यानाथ धाम