धर्म-अध्यात्म जाने चले जाते हैं कहां दुनिया से जाने वाले April 11, 2022 / April 11, 2022 by मनमोहन आर्य | Leave a Comment -मनमोहन कुमार आर्यमनुष्य संसार में जन्म लेता है, शिशु से किशोर, युवा, प्रौढ़ व वृद्ध होकर किसी रोग व अचानक दुर्घटना आदि से मृत्यु को प्राप्त हो जाता है। वैदिक ग्रन्थों में मृत्यु का कारण जन्म को बताया गया है। यदि हमारा जन्म ही न हो तो हमारी मृत्यु नहीं हो सकती। यदि जन्म हुआ […] Read more » Going to know where the world goes जाने चले जाते हैं कहां दुनिया से जाने वाले
धर्म-अध्यात्म पूजा क्या, किसकी, कैसे व क्यों करें? April 10, 2022 / April 10, 2022 by मनमोहन आर्य | Leave a Comment -मनमोहन कुमार आर्यमनुष्य जानता है कि वह ज्ञान एवं शारीरिक बल की दृष्टि से अपूर्ण वा अल्प सामर्थ्य वाला है। उसे अपने कार्यों को पूरा करने में दूसरे मनुष्यों की सहायता लेनी पड़ती है। कुछ काम ऐसे भी होते हैं, जहां मनुष्यों की सहायता से काम नहीं चलता क्योंकि मनुष्य वह कार्य नहीं कर सकते […] Read more » how and why to worship Worship what
धर्म-अध्यात्म अविद्या मनुष्य, समाज, देश और संसार सबका प्रमुख व प्रबल शत्रु April 1, 2022 / April 1, 2022 by मनमोहन आर्य | Leave a Comment -मनमोहन कुमार आर्यवर्ण व्यवस्था के सम्बन्ध में कहा जाता है कि संसार के तीन प्रमुख शत्रु हैं। प्रथम अज्ञान व अविद्या, दूसरा अन्याय, शोषण वा अत्याचार आदि और तीसरा अभाव। अज्ञान व अविद्या दूर करना ब्राह्मण का दायित्व होता है और अन्याय व अभाव को दूर करना क्षत्रिय तथा वैश्य का कर्तव्य होता है। अज्ञान […] Read more » Avidya is the main and strong enemy of man country and the world. Society
चिंतन लेख हलाल प्रमाणन प्रमाण पत्र जारी करने की प्रक्रिया तय किये जाने की आवश्यकता March 25, 2022 / March 25, 2022 by प्रह्लाद सबनानी | Leave a Comment इस्लाम मजहब के अनुयायियों के लिए हलाल शब्द बहुत महत्व भरा शब्द है। हलाल का आश्य यह बताया जाता है कि मुस्लिम मतावलंबियों के लिए जो वस्तु वैद्य है वह हलाल है और जो वैध नहीं है वह हराम है। ऐसा भी बताया जाता है कि प्रारम्भ में इस्लाम-कुरान में खाने की वस्तुओं, विशेष रूप […] Read more » The procedure for issuing halal certification certificates needs to be fixed हलाल प्रमाणन प्रमाण
धर्म-अध्यात्म यज्ञ एवं योग मनुष्य जीवन के आवश्यक कर्तव्य होने सहित मोक्ष तक ले जाने में सहायक हैं March 22, 2022 / March 22, 2022 by मनमोहन आर्य | Leave a Comment -मनमोहन कुमार आर्यमहर्षि दयानन्द जी ने वेदानुयायी आर्यों के पांच नित्यकर्म बताते हुए उसमें प्रथम व द्वितीय स्थान पर सन्ध्या एवं देवयज्ञ अग्निहोत्र को स्थान दिया है। प्राचीन ग्रन्थ मनुस्मृति में द्विजों को पंचमहायज्ञों को करने की अनिवार्यता का उल्लेख मिलता है। देवयज्ञ अग्निहोत्र एक ऐसा नित्य-कर्म है जिसका प्रतिदिन किया जाना गृहस्थ मनुष्य का […] Read more » Yajna and Yoga are helpful in carrying out human beings to salvation along with being the essential duties of life. यज्ञ एवं योग
धर्म-अध्यात्म महत्वपूर्ण पुस्तक विश्व की वैदिक चेतना March 22, 2022 / March 22, 2022 by मनमोहन आर्य | Leave a Comment -मनमोहन कुमार आर्यहितकारी प्रकाशन समिति, हिण्डौन सिटी की ओर से समय-समय से महत्वपूर्ण वैदिक साहित्य का प्रकाशन किया जाता रहता है। ऐसा ही एक प्रकाशन ‘‘विश्व की वैदिक चेतना” है। इस पुस्तक के लेखक श्री नवकान्त शर्मा, ग्वालियर हैं। पुस्तक के लिए प्रकाशक महोदय से उनके पते ‘हितकारी प्रकाशन समिति, ब्यानिया पाड़ा, द्वारा-‘अभ्युदय’ भवन, अग्रसेन […] Read more » Important Book The Vedic Consciousness of the World महत्वपूर्ण पुस्तक विश्व की वैदिक चेतना
धर्म-अध्यात्म अथर्ववेद भाष्यकार ऋषि दयानन्द भक्त पं. क्षेमकरण दास त्रिवेदी March 22, 2022 / March 22, 2022 by मनमोहन आर्य | Leave a Comment -मनमोहन कुमार आर्यअथर्ववेद भाष्यकार पं. क्षेमकरण दास त्रिवेदी जी से समस्त आर्यजगत परिचित है। उनका वेदभाष्य विगत एक शताब्दी से वैदिक धर्मियों द्वारा श्रद्धा से पढ़ा जा रहा है। पं. क्षेमकरण दास त्रिवेदी ऐसे विद्वान हैं जो ऋषि दयानन्द के समकालीन रहे और जिन्होंने आर्य विद्वान पं. जयदेव शर्मा, पं. विश्वनाथ वेदोपाध्याय विद्यामार्तण्ड तथा पं. […] Read more » Atharvaveda commentator Rishi Dayananda Bhakta Pt. Khemkaran Das Trivedi पं. क्षेमकरण दास त्रिवेदी
चिंतन धर्म-अध्यात्म अमर शहीद हेमू कालाणी में राष्ट्रवाद की भावना का संचार बचपन में ही हो गया था March 22, 2022 / March 22, 2022 by प्रह्लाद सबनानी | Leave a Comment इतिहास गवाह है कि भारत के स्वतंत्रता संग्राम आंदोलन में वीर सेनानियों ने, मां भारती को अंग्रेजों के शासन से मुक्ति दिलाने के उद्देश्य से, देश के कोने कोने से भाग लिया था। इन वीर सेनानियों में से भारत के कई वीर सपूतों ने तो मां भारती के श्री चरणों में अपने प्राण भी न्योशावर कर […] Read more » The spirit of nationalism in the immortal martyr Hemu Kalani The spirit of nationalism in the immortal martyr Hemu Kalani was infused in childhood itself. अमर शहीद हेमू कालाणी
धर्म-अध्यात्म मनुष्य को न अपने पूर्वजन्मों और न परजन्मों का ज्ञान है March 4, 2022 / March 4, 2022 by मनमोहन आर्य | Leave a Comment -मनमोहन कुमार आर्यमनुष्य अपने शरीर के हृदय स्थान में निवास करने वाली एक अनादि, नित्य, अविनाशी एव अल्पज्ञ चेतन आत्मा है। अल्पज्ञ जीवात्मा को मनुष्य आदि योनियों में जन्म लेकर मनुष्य योनि में माता, पिता, आचार्य की सहायता से ज्ञान अर्जित करना पड़ता है। इन साधनों से अर्जित ज्ञान को वह अनेकानेक ग्रन्थों के अध्ययन […] Read more »
धर्म-अध्यात्म ऋषि-बोधोत्सव, ऋषि दयानन्द और उनके कुछ कार्य March 2, 2022 by मनमोहन आर्य | Leave a Comment -मनमोहन कुमार आर्यआज मंगलवार दिनांक 1 मार्च, 2022 को ‘ऋषि-बोधोत्सव’ का पर्व आर्यसमाजों व आर्य संस्थाओं में सर्वत्र मनाया जा रहा है। आज से 183 वर्ष पूर्व टंकारा के एक शिवमन्दिर में शिवरात्रि का व्रत-उपवास करते हुए ऋषि दयानन्द को चूहे की एक घटना से बोध प्राप्त हुआ था। उन्हें बोध हुआ था कि मन्दिर […] Read more » ऋषि-बोधोत्सव
धर्म-अध्यात्म पर्व - त्यौहार वर्त-त्यौहार विश्व में शांति एवं सहजीवन के प्रेरक हैं शिव February 28, 2022 / February 28, 2022 by ललित गर्ग | Leave a Comment महाशिवरात्रि- 1 मार्च 2022 पर विशेष-ः ललित गर्ग:- भगवान शिव शक्ति के प्रतीक ज्योतिर्लिंग का प्रादुर्भाव फाल्गुन कृष्ण चतुर्दशी की निशीथ काल में हुआ था, वे आदिदेव है, देवों के देव है, महादेव हैं। उनके जन्मोत्सव को महाशिवरात्रि के रूप में मनाया जाता है। शिव पुराण के अनुसार सृष्टि के आरंभ में ब्रह्मा ने इसी […] Read more » mahashivaratri Shiva is the motivator of peace and symbiosis in the world महाशिवरात्रि- 1 मार्च 2022
धर्म-अध्यात्म ईश्वर मनुष्यादि प्राणियों के सभी शुभाशुभ कर्मों का द्रष्टा व फलप्रदाता है February 26, 2022 / February 26, 2022 by मनमोहन आर्य | Leave a Comment -मनमोहन कुमार आर्ययह समस्त दृश्यमान जगत ईश्वर ने बनाया है और वही इसका संचालन व पालन कर रहा है। इस सृष्टि का इसकी अवधि पूरी होने पर प्रलय भी वही करता है। यह एक तथ्य है कि इससे पूर्व भी असंख्य व अनन्त बार सृष्टि सृजित हुई है व असंख्य बार ही इसका प्रलय भी […] Read more » God is the seer and the giver of all the good and bad deeds of human beings.