धर्म-अध्यात्म “आर्यसमाज का मुख्य उद्देश्य सत्य ज्ञान वेद का प्रचार कर असत्य एवं अज्ञान को दूर करना” October 25, 2018 / October 25, 2018 by मनमोहन आर्य | Leave a Comment मनमोहन कुमार आर्य, आर्यसमाज एक धार्मिक, सामाजिक, राष्ट्रीय, देश-समाज का रक्षक, अन्धविश्वासों से मुक्त तथा अन्धविश्वासों व सामाजिक कुरीतियों को दूर करने वाला विश्व के इतिहास में अपूर्व संगठन है। विचार करने पर निष्कर्ष निकलता है कि आर्यसमाज का मुख्य उद्देश्य अविद्या का नाश तथा विद्या की वृद्धि करना है। विद्या किसे कहते हैं और […] Read more » आचार्य डा. रामनाथ वेदालंकार पं. कालूराम जी पं. गंगा प्रसाद उपाध्याय पं. गणपति शर्मा पं. गुरुदत्त विद्यार्थी पं. बुद्धदेव मीरपुरी पं. लेखराम पं. शिवशंकर शर्मा महात्मा हंसराज स्वामी दर्शनानन्द सरस्वती स्वामी विद्यानन्द सरस्वती स्वामी वेदानन्द तीर्थ स्वामी श्रद्धानन्द
धर्म-अध्यात्म समाज शरद पूर्णिमा का महत्व October 24, 2018 / October 24, 2018 by डा. राधेश्याम द्विवेदी | Leave a Comment डा. राधेश्याम द्विवेदी शरद पूर्णिमा का महत्व डा. राधेश्याम द्विवेदी दीपावली से 15 दिन पहले दीपावली की तरह एक और महत्वपूर्ण शरद पूर्णिमा की रात आती है जिसका महत्व दीपावली से तनिक कम नहीं है। प्राचीन काल से शरद पूर्णिमा को बेहद महत्वपूर्ण पर्व माना जाता है। इसी दिन से हेमंत ऋतु की शुरुआत होती […] Read more » कमल कलश दुर्वा धूप रद पूर्णिमा का महत्व श्रीकृष्ण मधुराष्टकम्श
धर्म-अध्यात्म “मर्यादा पुरुषोत्तम राम को अमरता प्रदान करने वाले विश्व वन्दनीय ऋषि वाल्मीकि” October 24, 2018 / October 24, 2018 by मनमोहन आर्य | 2 Comments on “मर्यादा पुरुषोत्तम राम को अमरता प्रदान करने वाले विश्व वन्दनीय ऋषि वाल्मीकि” मनमोहन कुमार आर्य, आज महर्षि वाल्मीकि जी का जन्म दिवस है। हम यह भूल चुके हैं कि हमारी धर्म व संस्कृति के गौरव मर्यादा पुरुषोत्तम राम को हम जितना जानते हैं उसका आधार वैदिक ऋषि वाल्मीकि जी का महाकाव्य ‘‘रामायण” है। भारत व अन्यत्र श्री राम के विषय में जो भी ग्रन्थ रचे गये वह […] Read more » अहंकार क्रोध जीवन परिवार मनुष्य काम महत्वाकांक्षा महर्षि वाल्मीकि लोभ समाज सूर्य महर्षि दयानन्द स्वार्थ
धर्म-अध्यात्म “सभी मनुष्यों की मृत्यु भविष्य की अवश्यम्भावी घटना” October 23, 2018 / October 23, 2018 by मनमोहन आर्य | Leave a Comment मनमोहन कुमार आर्य, हम प्रतिदिन टीवी, समाचारपत्रों आदि के माध्यम से लोगों की मृत्यु का समाचार सुनते रहते हैं। संसार में आज से 150 वर्ष पूर्व जितने भी लोग उत्पन्न हुए, वह सभी मृत्यु को प्राप्त हो चुके हैं। उनके बाद भी जो पैदा हुए उसका भी 50 प्रतिशत से अधिक भाग मृत्यु का ग्रास […] Read more » ऋषि महात्मा मुनि विद्वान सन्त सन्देश-वाहक साधु
धर्म-अध्यात्म “क्या व्यवहार में हम ईश्वर को अपने सभी कर्मों का साक्षी मानते व बुरे कर्मों से डरते हैं?” October 20, 2018 / October 20, 2018 by मनमोहन आर्य | Leave a Comment मनमोहन कुमार आर्य, हम यह लेख लिख रहे हैं इसलिये कि हमारे मन में यह विचार आया है। हमने अपने जीवन में इस विषय का लेख नहीं पढ़ा हां वैदिक साहित्य में इससे सम्बन्धित प्रचुर सामग्री अवश्य मिलती है। आर्यसमाज व हम ईश्वर, जीव तथा प्रकृति के नित्यत्व व अनादित्व के सिद्धान्त को मानते हैं। […] Read more » अनादि अविनाशी आधिदैविक आधिभौतिक ईश्वर सच्चिदानन्दस्वरूप नित्य निराकार सर्वज्ञ सर्वव्यापक सर्वशक्तिमान
धर्म-अध्यात्म “वैदिक धर्म सर्वश्रेष्ठ क्यों है?” October 19, 2018 / October 19, 2018 by मनमोहन आर्य | Leave a Comment मनमोहन कुमार आर्य, संसार में अनेक मत मतान्तर प्रचलित हैं। सभी अपने आप को मत, पन्थ आदि न कह कर ‘‘धर्म” कहते हैं। क्या यह सभी धर्म हैं? यदि ये सभी धर्म होते तो इनकी सभी मान्यतायें, सिद्धान्त व परम्परायें एक समान होती व सत्य होती। जल का जो धर्म है वह उसका तरल होना, […] Read more » “वैदिक धर्म सर्वश्रेष्ठ क्यों है?” ईश्वर उपासना परोपकार पुरुषार्थ प्रार्थना यज्ञ स्तुति
धर्म-अध्यात्म “हम सभी जीवात्माओं को कुछ समय बाद अपने शरीर व सगे सम्बन्धियों को छोड़कर परलोक जाना है” October 18, 2018 / October 18, 2018 by मनमोहन आर्य | 1 Comment on “हम सभी जीवात्माओं को कुछ समय बाद अपने शरीर व सगे सम्बन्धियों को छोड़कर परलोक जाना है” मनमोहन कुमार आर्य, हम संसार में जीवन व मृत्यु का नियम संचालित होता देखते हैं। प्रतिदिन यत्र-तत्र कुछ परिचित व अपरिचित लोगों की मृत्यृ का समाचार सुनते रहते हैं। हम जब जन्में थे तो हमारे माता-पिता, चाचा, चाची, मौसी, मौसा, मामा-मामी व बुआ-फूफा आदि लोग संसार में थे। हमने उनके साथ समय बिताया है। आज […] Read more » अनन्त अनादि धार्मिक गुरुओं नित्य निराकार महात्माओं सच्चिदानन्दस्वरुप सन्त सर्वज्ञ सर्वव्यापक सर्वशक्तिमान
धर्म-अध्यात्म “आत्म-बल शरीर को अधिक कार्य करने की सामर्थ्य प्रदान करता है” October 18, 2018 / October 18, 2018 by मनमोहन आर्य | Leave a Comment मनमोहन कुमार आर्य, मनुष्य कमजोर भी होते हैं और बलवान भी। बलवान वह मनुष्य होता है कि जो शारीरिक दृष्टि से स्वस्थ व निरोग होता है। शरीर के बल की अपनी सीमा है। यदि किसी मनुष्य का आत्मा निर्बल है तो शरीर स्वस्थ व बलवान होकर भी वह कार्य नहीं कर सकता जो आत्म बल […] Read more » आध्यात्मिक ज्ञान आर्यसमाज ईश्वरोपासना ऋषि दयानन्द
धर्म-अध्यात्म “मनुष्य को बुरा नहीं सोचना चाहिये तथा सभी बुराईयों की जड़ बुरे विचार ही हैं : वीरेन्द्र शास्त्री” October 14, 2018 / October 14, 2018 by मनमोहन आर्य | Leave a Comment मनमोहन कुमार आर्य, आर्यसमाज लक्ष्मण चौक, देहरादून के तीन दिवसीय 52 वें विर्षकोत्सव के प्रथम दिन दिनांक 12-10-2018 को अपरान्ह सत्र 3.30 बजे से सायं 6.30 बजे तक हुआ। आरम्भ में ऋग्वेद आंशिक पारायण यज्ञ हुआ। यज्ञ के ब्रह्मा पं. वीरेन्द्र शास्त्री द्वय थे। यज्ञ में मंत्रोच्चार गुरुकुल पौंधा के दो ब्रह्मचारियों श्री विनीत आर्य […] Read more » पं. वेदवसु शास्त्री ब्रह्मचर्य श्री अमरेश आर्य
धर्म-अध्यात्म ‘नारी के बिना सृष्टि का चलना असम्भव है : वीरेन्द्र शास्त्री’ October 14, 2018 / October 14, 2018 by मनमोहन आर्य | Leave a Comment मनमोहन कुमार आर्य, आर्यसमाज लक्ष्मण चौक, देहरादून के 52 वें वार्षिकोत्सव के अवसर पर दूसरे दिन आज अपरान्ह 3.00 बजे से ऋग्वेद पारायण आंशिक यज्ञ आरम्भ हुआ जिसके बाद महिला सम्मेलन सम्पन्न हुआ। यज्ञ के ब्रह्मा आर्य विद्वान श्री वीरेन्द्र शास्त्री द्वय थे और यज्ञ में मन्त्रोच्चार गुरुकुल पौंधा देहरादून के दो ब्रह्मचारियों श्री विनीत […] Read more » कृष्ण सहित दयानन्द गौतम व कणाद नारी राम महाराणा प्रताप कपिल शिवाजी
धर्म-अध्यात्म ’’यदि हमारे गीत गाने से वैदिक धर्म का प्रचार न हो तो हमारा गीत व संगीत फेल है: प. सत्यपाल पथिक’’ October 12, 2018 / October 12, 2018 by मनमोहन आर्य | Leave a Comment -मनमोहन कुमार आर्य, वैदिक साधन आश्रम तपोवन देहरादून के शर्दुत्सव के चैथे दिन 6-10-2018 को रात्रि 8.00 बजे से 10.15 बजे तक संगीत सन्ध्या का आयोजन सफलतापूर्वक सम्पन्न हुआ। इस आयोजन में पं. सत्यपाल पथिक जी, पं. नरेश दत्त आर्य जी तथा श्रीमती मीनाक्षी पंवार जी आदि ने अपने गीत व भजनों से उत्सव में […] Read more » अकबर ऋषि दयानन्द तानसेन श्री शैलेश मुनि सत्यार्थी
धर्म-अध्यात्म “देश के युवाओं को आज अभद्रता करने की छूट दी गई है। हम अपने बच्चों को अभद्रता नहीं परोस सकते : डॉ. विनोद शर्मा” October 11, 2018 / October 11, 2018 by मनमोहन आर्य | 1 Comment on “देश के युवाओं को आज अभद्रता करने की छूट दी गई है। हम अपने बच्चों को अभद्रता नहीं परोस सकते : डॉ. विनोद शर्मा” मनमोहन कुमार आर्य, वैदिक साधन आश्रम तपोवन देहरादून का पांच दिवसीय शरदुत्सव 3 अक्टूबर से 7 अक्टूबर तक हर्षोल्लास से सफलतापूर्वक आयोजित व सम्पन्न हुआ। आश्रम के अन्तर्गत तपोवन विद्या निकेतन नाम से एक नर्सरी से कक्षा 8 तक विद्यालय संचालित होता है जहां 400 बालक व बालिकायें पढ़ते हैं। यह विद्यालय वैदिकसाधन आश्रम अपने […] Read more » डा. नीरज मोहन प्रधानाचार्या श्रीमती उष धर्म व संस्कृति मातृभूमि श्री सुनील अग्रवाल