आर्थिकी राजनीति वैश्विक नवाचार सूचकांक में तेजी से आगे आता भारत September 21, 2021 / September 21, 2021 by मयंक चतुर्वेदी | 1 Comment on वैश्विक नवाचार सूचकांक में तेजी से आगे आता भारत -डॉ. मयंक चतुर्वेदीकिसी भी कल्याणकारी राज्य में योजनाएं बनाना और उन्हें लागू करना सरकार का काम है, किंतु उन पर अमल करते हुए उसे सफलता की ओर ले जाना निश्चित ही वहां निवासरत नागरिकों के श्रम, उनकी प्लानिंग और अपने लक्ष्य के लिए सतत उसकी पूर्ति में लगे रहने पर निर्भर करता है। भारत के […] Read more » Global Innovation Index 2021 India ranks fastest in the Global Innovation Index
आर्थिकी राजनीति दुनिया भर के देशों को निवेश के लिए आकर्षित करता भारत September 19, 2021 / September 19, 2021 by मयंक चतुर्वेदी | Leave a Comment : डॉ. मयंक चतुर्वेदी आर्थिक मोर्चे पर केंद्र की मोदी सरकार को विपक्ष द्वारा लगातार कटघरे में खड़ा करने का प्रयास होता रहा है। किंतु इसके उलट वास्तविकता यह है कि पिछले सात सालों के दौरान जिस तेजी के साथ भारत ने अर्थ से जुड़े प्रत्येक क्षेत्र में विकास किया है, वह इससे पहले कभी […] Read more » निवेश के लिए आकर्षित करता भारत
आर्थिकी लेख भारत में आर्थिक सुधार कार्यक्रम के सुखद परिणाम अब दिखाई देने लगे हैं September 17, 2021 / September 17, 2021 by प्रह्लाद सबनानी | Leave a Comment वर्ष 2014 में केंद्र में मोदी सरकार के स्थापित होने के बाद से आर्थिक क्षेत्र में सुधार कार्यक्रमों की घोषणा लगातार समय समय पर की जाती रही है। हालांकि, कोरोना महामारी के चलते पिछले दो वर्षों के दौरान भारत ही नहीं बल्कि पूरे विश्व में ही आर्थिक गतिविधियां विपरीत रूप से प्रभावित हुई हैं एवं […] Read more » भारत में आर्थिक सुधार कार्यक्रम के सुखद परिणाम
आर्थिकी लेख केंद्र सरकार ने गरीबी समाप्त करने के उद्देश्य से विदेशी निवेश को भारत की ओर मोड़ने में सफलता पाई है September 16, 2021 / September 16, 2021 by प्रह्लाद सबनानी | Leave a Comment 21वीं सदी के तीसरे दशक में समाहित, वर्ष 2022 में भारत अपनी स्वतंत्रता के 75 वर्ष पूर्ण करेगा। आज देश के अंदर ही नहीं बल्कि देश के बाहर भी अंतरराष्ट्रीय स्तर पर लगातार कई वर्गों, अर्थशास्त्रियों, अंतरराष्ट्रीय वित्तीय संस्थानों में यह धारणा प्रबल होती जा रही है कि न केवल अगला दशक बल्कि अगली सदी […] Read more » The central government has succeeded in diverting foreign investment to India with the aim of ending poverty. गरीबी समाप्त करने के उद्देश्य
आर्थिकी लेख भारत से उत्पादों के निर्यात ने पकड़ी तेज रफ्तार September 14, 2021 / September 14, 2021 by प्रह्लाद सबनानी | Leave a Comment कोरोना महामारी की प्रथम एवं द्वितीय लहर के दौरान पूरे विश्व का विदेशी व्यापार बुरी तरह से प्रभावित हुआ था। विभिन्न देशों के बीच उत्पादों का व्यापार एकदम निचले स्तर पर आ गया था। चूंकि कोरोना महामारी की द्वितीय लहर एवं कुछ देशों में तृतीय लहर का असर अब कुछ कम होने लगा है अतः […] Read more » Exports of products from India caught pace निर्यात ने पकड़ी तेज रफ्तार
आर्थिकी लेख भारत में रोजगार के मोर्चे पर अंततः आई अच्छी खबर September 10, 2021 / September 13, 2021 by प्रह्लाद सबनानी | Leave a Comment कोरोना महामारी के दौर में भारत ही नहीं बल्कि विश्व के लगभग सभी देशों में बेरोजगारी की दर में बेतहाशा वृद्धि दृष्टिगोचर हुई थी। परंतु, भारत ने कोरोना महामारी के द्वितीय दौर के बाद जिस तेजी से अपनी अर्थव्यवस्था में बेरोजगारी की दर को कम करने में सफलता पाई है, वह निश्चित ही तारीफ के […] Read more » Good news finally came on the employment front in India
आर्थिकी लेख भारतीय अर्थव्यवस्था ने अप्रेल-जून 2021 तिमाही में लगाई ऊंची छलांग September 4, 2021 / September 4, 2021 by प्रह्लाद सबनानी | Leave a Comment मार्च 2020 के बाद कोरोना महामारी के प्रथम दौर के दौरान पूरे देश में लगाए गए लॉकडाउन के कारण भारत में आर्थिक गतिविधियां, कृषि क्षेत्र को छोड़कर, लगभग ठप्प सी पड़ गई थीं। इसके कारण अप्रेल-जून 2020 में आर्थिक विकास दर ऋणात्मक 25 प्रतिशत रही थी। देश की 60 प्रतिशत से अधिक अर्थव्यवस्था पर विपरीत […] Read more » Indian economy made a high jump in April-June 2021 quarter भारतीय अर्थव्यवस्था
आर्थिकी राजनीति भारत में आर्थिक विकास को गति देने हेतु उद्योग क्षेत्र को बढ़ाना होगा अपना योगदान August 23, 2021 / August 23, 2021 by प्रह्लाद सबनानी | Leave a Comment किसी भी देश के आर्थिक विकास को गति देने में तीन क्षेत्रों, कृषि क्षेत्र, उद्योग क्षेत्र एवं सेवा क्षेत्र का योगदान रहता है। विकास के शुरुआती दौर में कृषि क्षेत्र का योगदान सर्वाधिक रहता है परंतु जैसे जैसे देश में विकास की गति तेज होने लगती है वैसे वैसे कृषि क्षेत्र का योगदान कम होता […] Read more » the industry sector will have to increase its contribution. To accelerate economic development in India भारत में आर्थिक विकास
आर्थिकी राजनीति पूंजीवादी अर्थव्यवस्थाओं पर मंडराते खतरों का हल भारतीय दर्शन में है August 19, 2021 / August 19, 2021 by प्रह्लाद सबनानी | Leave a Comment पश्चिमी देशों में उपभोक्तावाद के धरातल पर टिकी पूंजीवादी अर्थव्यवस्थाओं पर आज स्पष्टतः खतरा मंडरा रहा है। 20वीं सदी में साम्यवाद के धराशायी होने के बाद एक बार तो ऐसा लगने लगा था कि साम्यवाद का हल पूंजीवाद में खोज लिया गया है। परंतु, पूंजीवाद भी एक दिवास्वप्न ही साबित हुआ है और कुछ समय […] Read more » capitalist economies. Indian philosophy has the solution to the dangers looming over capitalist economies. भारतीय अर्थशास्त्र में पूंजीवादी अर्थव्यवस्था भारतीय दर्शन
आर्थिकी राजनीति भारतीय अर्थव्यवस्था V आकार की रिकवरी के साथ ऊंची छलांग लगाने को तैयार August 16, 2021 / August 16, 2021 by प्रह्लाद सबनानी | Leave a Comment कोरोना महामारी की दो लहरों को झेलने के बाद भारत में अर्थव्यवस्था अब धीरे-धीरे पटरी पर आती दिख रही है। भारत में, अप्रैल-मई 2021 के महीनों में महामारी की दूसरी लहर का सामना करने के बाद, जून 2021 में आर्थिक गतिविधियां तेज गति से पुनः प्रारम्भ हो गई हैं, जिसका असर अब जुलाई 2021 माह के आंकड़ों में स्पष्ट रूप से दिखाई दे रहा है। बढ़ती घरेलू एवं अंतर्राष्ट्रीय मांग के कारण कारखानों में कामकाज ने रफ्तार पकड़ी ली है। वित्तीय वर्ष 2020-21 में कुल कर (प्रत्यक्ष एवं अप्रत्यक्ष) राजस्व 14.24 लाख करोड़ रुपये रहा है, जो इससे पहले के वित्त वर्ष के मुकाबले पांच प्रतिशत अधिक है, इसके साथ ही भारतीय शेयर बाजार अब एक नए मुकाम पर पहुंच गया है। हाल ही में सेंसेक्स 54 हजार अंक के स्तर को पार कर गया, निफ्टी भी नई ऊंचाई पर कारोबार कर रहा है। भारत का मैन्युफैक्चरिंग परचेजिंग मैनेजर्स इंडेक्स (पीएमआई) जुलाई 2021 माह में 55.3 रहा है जो माह जून 2021 में देश के अलग-अलग हिस्सों में लोकल लॉकडाउन के कारण 48.1 था। जुलाई 2021 माह में जीएसटी कलेक्शन 1 लाख 16 हजार 393 करोड़ रहा, सालाना आधार पर इसमें 33 फीसदी की वृद्धि आंकी गई है। देश में रोजगार के नए अवसर भी निर्मित होने लगे हैं, विशेष रूप से सूचना तकनीकि क्षेत्र में तो रोजगार के नए अवसरों की बहार आ रही है। कम्पनियों की लाभप्रदता में तेज गति से वृद्धि दृष्टिगोचर है एवं दुपहिया एवं चार पहिया वाहनों की बिक्री में भी लगातार उछाल दिखाई दे रहा है। उक्त सभी संकेत कोरोना महामारी के दौरान लड़खड़ा गई भारतीय अर्थव्यवस्था में तेजी से हो रहे सुधार की ओर साफ इशारा कर रहे हैं। भारतीय रिजर्व बैंक के अनुसार भी देश की अर्थव्यवस्था में तेजी से स्थिरता आती दिखाई दे रही है और अब यह V आकार के साथ उंची छलांग लगाने को तैयार हो रही है। भारत में विदेशी मुद्रा का भंडार नित नई ऊंचाईयों को छू रहा है और अब यह 62,000 करोड़ अमेरिकी डॉलर […] Read more » Indian economy set to leapfrog with V shaped recovery भारतीय अर्थव्यवस्था
आर्थिकी राजनीति भारत के विश्व में सबसे तेज गति से आगे बढ़ने वाली अर्थव्यवस्थाओं में पुनः शामिल होने के संकेत July 24, 2021 / July 24, 2021 by प्रह्लाद सबनानी | Leave a Comment कोरोना महामारी की दूसरी लहर का असर हालांकि देश की अर्थव्यवस्था पर पड़ा तो है परंतु यह बहुत कम ही रहेगा। भारत के मुख्य आर्थिक सलाहकार के अनुसार वित्तीय वर्ष 2021-22 में आर्थिक समीक्षा के अनुरूप भारतीय अर्थव्यवस्था की वृद्धि दर 11 प्रतिशत ही रहने की सम्भावना है। इस प्रकार यह वृद्धि दर विश्व की […] Read more » Signs of India joining the fastest growing economies in the world भारत
आर्थिकी राजनीति आर्थिक क्षेत्र में सुधार कार्यक्रम लागू करने की रफ्तार हुई तेज July 15, 2021 / July 15, 2021 by प्रह्लाद सबनानी | Leave a Comment भारत में 30 वर्ष पूर्व, वर्ष 1991 में, आर्थिक क्षेत्र में सुधार कार्यक्रम लागू किए गए थे। उस समय देश की आर्थिक स्थिति बहुत ही दयनीय स्थिति में पहुंच गई थी। देश में विदेशी मुद्रा भंडार मात्र 15 दिनों के आयात लायक राशि तक का ही बच गया था। ऐसी स्थिति में देश को सोना […] Read more » आर्थिक क्षेत्र में सुधार कार्यक्रम