जन-जागरण प्रामाणिकता के लिए कितना जायज हैं लिंग प्ररीक्षण August 6, 2012 / August 6, 2012 by राजीव बिश्नोई | Leave a Comment राजीव बिशनोई लॉरेनॉ रेक्स केमरोन, रेयान कई ऐसे नाम है जिन्होनें कुदरत को चुनौती दी। जन्म से ये लोग स्त्री लिंग के साथ पैदा हुए जो बाद में जेन्डर ट्रांस के जरीए पुरुष बनें। लॉरेना रेक्स आज पेशेवर रुप से फोटोग्राफर हैं । एंड्रियास क्रिगर जन्म से पुरुष थें जिन्हे महिला एथेलिट के रुप में […] Read more » लिंग प्ररीक्षण
जन-जागरण अन्ना के समर्थकों के समक्ष निराशा का आसन्न संकट? August 3, 2012 / August 3, 2012 by डॉ. पुरुषोत्तम मीणा 'निरंकुश' | 9 Comments on अन्ना के समर्थकों के समक्ष निराशा का आसन्न संकट? डॉ. पुरुषोत्तम मीणा ‘निरंकुश’ आखिरकार अन्ना ने सत्ता के बजाय व्यवस्था को बदलने के लिये कार्य करने की सोच को स्वीकार कर ही लिया है। जिसकी लम्बे समय से मॉंग की जाती रही है। जहॉं तक अन्ना की प्रस्तावित राजनैतिक विचारधारा का सवाल है तो सबसे पहली बात तो ये कि यह सवाल उठाने का […] Read more » anna in a political party Team Anna
जन-जागरण साम्प्रदायिक सद्भाव में वेब : साधक या बाधक July 30, 2012 / July 30, 2012 by आशीष महर्षि | 2 Comments on साम्प्रदायिक सद्भाव में वेब : साधक या बाधक आशीष महर्षि सोशल नेटवर्किंग साइट फेसबुक पर कई बार मेरे मुंहबोले मित्र मुझे यह साबित करने को कहते हैं कि आशीष भाई आप कैसे हिंदू हो। जो हिंदूओं का विरोध करते हो। इसका मैं सिर्फ यही जवाब देता हूं कि भाई साहब मैं हिंदू हूं और उतना ही जितना की आप। मुझे फेसबुक पर खुद […] Read more » role of web media in communal peace साम्प्रदायिक सद्भाव में वेब
जन-जागरण राष्ट्र निर्माण से जुड़े साधु समाज July 23, 2012 by प्रमोद भार्गव | 1 Comment on राष्ट्र निर्माण से जुड़े साधु समाज प्रमोद भार्गव साधु समाज की रचनात्मकता से जुड़ी एक खबर सामने आर्इ है। गंगा नदी में प्रदूषण के खिलाफ जंतर मंतर पर द्वारिका पीठ के शंकराचार्य स्वामी स्वरुपानंद सरस्वती की अगुवार्इ में देश भर के साधु संतो ने एक दिनी आंदोलन- प्रदर्शन किया। यहां यह अचरज की बात है कि साधु समाज धरने पर बैठने […] Read more » राष्ट्र निर्माण साधु समाज
जन-जागरण हिंदी की आम-बोलचाल में अंग्रेजी की सेंध July 15, 2012 / July 15, 2012 by पियूष द्विवेदी 'भारत' | 2 Comments on हिंदी की आम-बोलचाल में अंग्रेजी की सेंध पियूष द्विवेदी ‘आय विल गो नाव’, ‘वी विल कम’, ‘राम डोंट कॉल मी’, ‘ही डोंट नो मी’ अगर आपने इन वाक्यों को ध्यान से पढ़ा है, तो आपको पता चल ही गया होगा कि ये सभी वाक्य अंग्रेजी-व्याकरण के अनुसार गलत हैं| अंग्रेजी-व्याकरण के अनुसार, प्रथम के दोनों वाक्यों में ‘विल’(will) की जगह ‘शैल’(shail) का […] Read more » hinglish अंग्रेजी की सेंध
जन-जागरण स्त्रियों के प्रति कब बदलेगी पुरुष प्रधान समाज की सोच? July 14, 2012 / July 14, 2012 by सिद्धार्थ शंकर गौतम | Leave a Comment सिद्धार्थ शंकर गौतम गुवाहाटी में नाबालिक लड़की के साथ २० लोगों द्वारा की कई अश्लील छेड़खानी और मारपीट का मामला अभी ठंडा भी नहीं पड़ा था कि छत्तीसगढ़ के बिलासपुर में रतनपुर के पास खूंटाघाट घूमने आए एक प्रेमी जोड़े को चार हथियारबंद लोगों ने पकड़ा और प्रेमी के सामने प्रेमिका को निर्वस्त्र कर उससे […] Read more » when can women be safe? पुरुष प्रधान समाज की सोच
जन-जागरण पुस्तक समीक्षा छल-कपट और कुटिलता से होता है – धर्मांतरण June 20, 2012 / June 20, 2012 by आर.एल. फ्रांसिस | Leave a Comment आर.एल.फ्रांसिस धर्मांतरण को लेकर चर्च के पादरी हमेशा सर्तक रहते है जब भी उन पर धोखाधड़ी या लालच देकर धर्मांतरण करवाने के आरोप लगते है तो वे इसे सिरे से खारिज कर देते है। आरोप लगाने वालो से प्रमाण पेश करने को कहा जाता है। झांसी निवासी कैथोलिक र्इसार्इ विचारक पी.बी. लोमियों द्वारा लिखित […] Read more » religious conversion धर्मांतरण
जन-जागरण सुप्रीम कोर्ट का स्वागतयोग्य फैसला है हज सब्सिडी पर रोक May 10, 2012 / May 10, 2012 by सिद्धार्थ शंकर गौतम | 2 Comments on सुप्रीम कोर्ट का स्वागतयोग्य फैसला है हज सब्सिडी पर रोक सिद्धार्थ शंकर गौतम धर्म के नाम पर सरकार द्वारा पिछले १८ वर्षों से दी जा रही हज सब्सिडी पर सुप्रीम कोर्ट ने रोक लगा दी है। कोर्ट ने सब्सिडी को पूरी तरह खत्म करने के लिए दस वर्ष का वक्त दिया है। कोर्ट ने केंद्र की उस नीति को गलत ठहराया है जिसके तहत हज […] Read more » ban on haj subsidi हज सब्सिडी पर रोक
जन-जागरण सोचने को विवश करते कुछ प्रचलित शब्द April 20, 2012 / April 20, 2012 by श्यामल सुमन | 2 Comments on सोचने को विवश करते कुछ प्रचलित शब्द हमारे, आपके, प्रायः सबके जीवन में जाने अनजाने कुछ शब्दों के ऐसे प्रयोग होते रहते हैं जिनके शाब्दिक अर्थ कुछ और लेकिन उनके प्रचलित अर्थ कुछ और। मजे की बात है कि शब्दार्थ से अलग (कभी कभी विपरीत भी) अर्थ ही सर्व-स्वीकार्य भी हैं। इस प्रकार के कुछ शब्दों को को समेटते हुए प्रस्तुत है […] Read more »
जन-जागरण मिशन नर्सरी एडमीशन और टैंशन April 17, 2012 / April 17, 2012 by शादाब जाफर 'शादाब' | 2 Comments on मिशन नर्सरी एडमीशन और टैंशन शादाब जफर ‘‘शादाब’’ शिक्षा के नाम की दलाली खाने वाले स्कूल क्या हमारे बच्चो और देश का भविष्य बना सकते है ?। आज हर अभिभावक के मन में ये सवाल है क्यो कि पिछले दिनो जिस प्रकार से नजीबाबाद में शिक्षा के माफियाओ द्वारा नगर में संचालित अधिकतर फर्जी तौर पर बिना मान्यता के चल […] Read more » admission in nursery schools नर्सरी एडमीशन
जन-जागरण आम आदमी की सुरक्षा पर हावी वीआईपी सुरक्षा April 15, 2012 / April 15, 2012 by सिद्धार्थ शंकर गौतम | 1 Comment on आम आदमी की सुरक्षा पर हावी वीआईपी सुरक्षा देश इस वक़्त आतंरिक तौर पर कड़े अनुभवों से दो-चार हो रहा है| नक्सलवाद की समस्या तो मुंह बाए खड़ी ही है, महानगरों एवं छोटे शहरों में बढ़ती आपराधिक घटनाओं ने भी सुरक्षा व्यवस्था की पोल खोलकर रख दी है| चाकूबाजी, ज़रा-जरा सी बात पर झगडा, किसी को कहीं कहीं भी; कभी भी जान से […] Read more » security to vip persons आम आदमी की सुरक्षा वीआईपी सुरक्षा
जन-जागरण कमलनाथ के छिदवाड़ा को रेल मंत्री ने दीं ढेरों सौगातें March 17, 2012 / March 17, 2012 by प्रभुदयाल श्रीवास्तव | 2 Comments on कमलनाथ के छिदवाड़ा को रेल मंत्री ने दीं ढेरों सौगातें 14मार्च को संसद में रेल बज़ट पास हुआ जिसमें कमलनाथ के संसदीय क्षेत्र छिंदवाड़ा को ढेर सारी सौगातें मिली| इसे कमलनाथ का व्यक्तिगत प्रयास कहें या छिंदवाड़ा के प्रति कुछ कर गुजरने की लगन यह सोच का विषय विरोधियों के लिये हो सकता है किंतु छिंदवाड़ा की जनता के अपार लगाव तो स्पष्ट झलकता ही […] Read more » railway छिदवाड़ा