सिनेमा फिल्म समीक्षा : अतिथि, तुम कब जाओगे – डॉ. मनोज चतुर्वेदी March 29, 2010 / December 24, 2011 by डॉ. मनोज चतुर्वेदी | Leave a Comment आज जहाँ फिल्मों में मारधाड़, अश्लीलता तथा गानों की भरमार है वहीं, ‘अतिथि, तुम कब जाओगे’ इस बात पर विचार करने के लिए विवश करती है कि वो अतिथि कैसा है? जिसके बारे में नायक-नायिका उत्सुक तथा जिज्ञासु हैं। सिनेमा हॉल में जानेवाला दर्शक प्रवचन तथा भाषण सुनने के लिए नहीं जाता है। वो दिनभर […] Read more » film review अतिथि तुम कब जाओगे फिल्म समीक्षा
सिनेमा शाहरूख को सलाम, शिवसेना को सलाह February 13, 2010 / December 25, 2011 by संजय द्विवेदी | 8 Comments on शाहरूख को सलाम, शिवसेना को सलाह एक अकेला आदमी अगर तय कर ले तो बहुत कुछ बदल सकता है। शाहरूख खान ने तो हमें यही सिखाया है। अब सीखने की बारी शिवसेना की भी है, महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना की भी और उन राजनेताओं की भी जो भारतीय जनता को फुटबाल बनाकर अपनी रोटियां सेंकते रहते हैं। शाहरूख खान न राजनेता हैं, […] Read more » Shivsena शाहरूख खान शिवसेना
सिनेमा “बाल ठाकरे के वर्चस्व की विदाई का शोकगीतः माई नेम इज़ खान” February 13, 2010 / December 25, 2011 by सुधा सिंह | 14 Comments on “बाल ठाकरे के वर्चस्व की विदाई का शोकगीतः माई नेम इज़ खान” आखिरकार शाहरूख की फिल्म ‘माई नेम इज़ खान’ रिलीज हो ही गई। देश के अन्य हिस्सों की तरह मुंबई में भी यह हाउसफुल गई। हर तरफ फिल्म का स्वागत किया गया। बर्लिन फिल्म फेस्टिवल में भी यह फिल्म क़ामयाब रही। अमेरिका, पाकिस्तान और अन्य देशों में भी यह स्थिति है। लेकिन इस फिल्म के रिलीज […] Read more » Shahrukh Khan बाल ठाकरे माइ नेम इज खान शाहरूख खान
सिनेमा शाहरुख खान एक्टविस्ट नहीं है राजदीप सरदेसाई February 12, 2010 / December 25, 2011 by सुधा सिंह | 11 Comments on शाहरुख खान एक्टविस्ट नहीं है राजदीप सरदेसाई हिन्दी फिल्मों के बादशाह शाहरूख खान की नई फिल्म ‘माई नेम इज़ खान’ आज सिनेमाघरों में प्रदर्शित हो गई। शाहरूख का कसूर है कि उन्होंने अपने पड़ोसी देश के साथ सौहार्द्रपूर्ण संबंध की बात कही है। उन पर आरोप है कि वे पाकिस्तान समर्थक हैं। देशद्रोही हैं। तथाकथित राष्ट्रवादी और अन्य हिन्दुत्ववादी संगठन उन से […] Read more » Shahrukh Khan शाहरुख खान
सिनेमा “इश्किया” का गीत किसका गुलजार या सर्वेश्वर का February 3, 2010 / December 25, 2011 by संजय द्विवेदी | 8 Comments on “इश्किया” का गीत किसका गुलजार या सर्वेश्वर का भाव और शब्द अपहरण तो क्षम्य है किंतु पूरी पंक्ति कैसे निगल सकते हैं इश्किया फिल्म में गुलजार के लिखे ‘इब्नबतूता’ गीत को लेकर छिड़ा विवाद दुखी करता है। कहा जा रहा है कि इसे मूलतः हिंदी के यशस्वी कवि एवं पत्रकार स्व. सर्वेश्वरदयाल सक्सेना ने लिखा है। ऐसे मामलों में नाम जब गुलजार जैसे […] Read more » Iskiya इश्किया गुलजार सर्वेश्वर
सिनेमा बॉलीवुड की लीक से हटकर हैं अनुराग October 1, 2009 / December 26, 2011 by जयराम 'विप्लव' | 1 Comment on बॉलीवुड की लीक से हटकर हैं अनुराग दैनिक हिन्दुस्तान के सप्लीमेंट 'रिमिक्स' के अंदर छपे एक लेख ने मेरे मस्तिष्क को अच्छा खासा घुमाया। अब आप यह सोच रहे होंगे की ऐसा लेख क्या था? वह लेख था 'अनुराग कैसे पहुंचे वेनिस’’ । Read more » Bollywood अनुराग कश्यप फिल्म बॉलीवुड
संगीत सिनेमा बाजार और बिकनी के चंगुल में गीतकार और संगीतकार July 31, 2009 / December 27, 2011 by जयराम 'विप्लव' | 8 Comments on बाजार और बिकनी के चंगुल में गीतकार और संगीतकार गीत-संगीत अर्थात सुरो का सागर, जो मन की गहराईयों में पहुचकर शरीर के अंदर छीपे सुक्ष्म कोशिकाओं को तरंगीत कर उसे उर्जान्वित करने का काम करती है। संगीत भारत के लिए कोई नई अवधरणा नहीं है Read more » Maket बाजार बिकनी
सिनेमा माइकल जैक्सन का निधन June 26, 2009 / December 27, 2011 by प्रवक्ता ब्यूरो | 1 Comment on माइकल जैक्सन का निधन दुनिया भर में मशहूर पॉप गायक माइकल जैक्सन का गुरुवार को दिल का दौरा पड़ने से लॉस एंजेलेस में निधन हो गया। वे 50 वर्ष के थे। जैक्सन के परिवार वालों ने पत्रकारों को बताया कि डॉक्टरों ने उन्हें बचाने की पूरी कोशिश की, लेकिन वे उन्हें नहीं बचाया जा सका। इस खबर के फैलते […] Read more » Maikal Jackson माइकल जैक्सन
सिनेमा प्रकाश मेहरा नहीं रहे May 17, 2009 / December 27, 2011 by प्रवक्ता ब्यूरो | 3 Comments on प्रकाश मेहरा नहीं रहे बॉलीवुड में सफल फिल्मों का तांता लगा देने वाले निर्माता- निर्देशक प्रकाश मेहरा का निधन हो गया। वे लंबे समय से बीमार थे। मुंबई में रविवार सुबह उन्होंने अंतिम सांस ली।डाक्टरों के मुताबिक प्रकाश मेहरा निमोनिया से पीड़ित थे। उनके कई अंगों ने काम करना बंद कर दिया था। अपने फिल्मी सफर में उन्होंने सत्तर […] Read more » Prakash Mehra प्रकाश मेहरा
सिनेमा सिनेमाई गीत –संचार का बेजोड़ माध्यम May 9, 2009 / December 27, 2011 by ब्रजेश कुमार झा | Leave a Comment यह बात मुझे कबूल है कि गाने संचार में महति भूमिका अदा करते है। उसपर से सिनेमाई गाने हों तो उसके क्या कहनें! हिन्दी सिनेमाई गीतों पर बात छिड़ी नहीं कि तबीयत रूमानी हो जाती है।ऐसा हो भी क्यों नहीं ; आखिर यह इजहारे-तहरीर का मामला है। यहां चुनिन्दा लोगों के जो भी खयालात हों, […] Read more » Filmy song सिनेमाई गीत
सिनेमा सिनेमाई गीतों का लोकराग April 25, 2009 / December 25, 2011 by ब्रजेश कुमार झा | 1 Comment on सिनेमाई गीतों का लोकराग बात कुछ यूं है कि पचहत्तर साल के सफर में फिल्मी गानों ने अपना अंदाजे-बयां कई बार बदला। वैसे, यह अब भी जारी है। यहां एक साथ संपूर्ण चर्चा तो मुमकिन नहीं किन्तु, हम एक धार में तो गोता लगा ही सकते हैं।क्या है न कि लोकगीतों व खान-पान से हमारी संस्कृति का खूब पता […] Read more » filmy songs सिनेमाई गीतों का लोकराग
सिनेमा राजनैतिक गीत इस मोड़ से जाते हैं – ब्रजेश कुमार झा April 21, 2009 / December 25, 2011 by ब्रजेश कुमार झा | Leave a Comment दुनिया को मालूम है कि हिन्दुस्तानी फिल्म में गीतों को जितना तवज्जह मिला उतना संसार के किसी भी दूसरे फिल्मीद्योग में नहीं मिला है। यहां तो फिल्में आती हैं, चली जाती हैं। सितारे भी... Read more » political song राजनैतिक गीत इस मोड़ से जाते हैं