लेख समय के साथ क्यों नहीं बदल सकी हिंदी पत्रकारिता ? May 28, 2025 / May 28, 2025 by डा. विनोद बब्बर | Leave a Comment 30 मई, हिंदी पत्रकारिता दिवस डा विनोद बब्बर पिछले दिनों पत्रकारिता के एक छात्र ने पूछा कि ‘1993 से अब तक कितनी बदली हिंदी पत्रकारिता ?’ जब हम पत्रकारिता के क्षेत्र में 1993 की बात करते हैं तो स्पष्ट है कि बात सूडान में पड़े अकाल और पत्रकार केविन कार्टर के बहुचर्चित चित्र ‘द वल्चर […] Read more » हिंदी पत्रकारिता दिवस
लेख शख्सियत समाज महाराणा प्रतापः शौर्य, बलिदान एवं साहस का अमिट आलेख May 28, 2025 / May 28, 2025 by ललित गर्ग | Leave a Comment महाराणा प्रताप जन्म जयन्ती- 29 मई, 2025– ललित गर्ग – हमारा देश भारत जिसे आस्था और विश्वास, शौर्य एवं शक्ति, बहादुरी और साहस, राष्ट्रभक्ति और स्वाभिमान की वीरभूमि कहा जाता है, जहां की सभ्यता और संस्कृति विश्व की प्राचीनतम संस्कृति में शुमार है, जिसका अनुसरण संपूर्ण विश्व करता है। भारत की भूमि महान योद्धाओं की […] Read more » महाराणा प्रताप जन्म जयन्ती
मनोरंजन लेख विधि-कानून सुप्रीम कोर्ट का मनोबल बढ़ाने वाला फैसला ! May 28, 2025 / May 28, 2025 by सुनील कुमार महला | Leave a Comment हाल ही में माननीय सुप्रीम कोर्ट ने अपने एक ऐतिहासिक व बड़े फैसले में केन्द्रीय सशस्त्र पुलिस बलों (सीएपीएफ) में महानिरीक्षक(आईजी) स्तर तक के आईपीएस अधिकारियों की नियुक्ति कम करने का निर्देश दिया है, ताकि कैडर अधिकारियों को अधिक अवसर मिल सकें। वास्तव में सुप्रीम कोर्ट का यह फैसला कैडर अधिकारिक के लिए मनोबल बढ़ाने […] Read more » Delay in promotion of cadre officers कैडर अधिकारियों की पदोन्नति में विलंब
लेख समाज सात शव और एक सवाल: हम सब कब जागेंगे? May 28, 2025 / May 28, 2025 by प्रियंका सौरभ | Leave a Comment “मरते एक हैं, दोषी हम सब हैं” “मौन अपराध है: पंचकूला की त्रासदी से सीख” “हर आत्महत्या एक पुकार है, क्या हम सुन रहे हैं?” “जब रिश्ते रह गए सिर्फ़ त्योहारों तक” “आर्थिक तंगी से नहीं, सामाजिक बेरुख़ी से मरे वो लोग” सिर्फ़ खबर नहीं थी वो, एक सामूहिक अपराध का दस्तावेज़ थी > “आखिरकार […] Read more » Seven members of a family committed mass suicide in Panchkula
लेख क्यों बिगड़ रहा है शादियों का मिजाज May 27, 2025 / May 27, 2025 by प्रवक्ता ब्यूरो | Leave a Comment भाषणा बंसल गुप्ता समझ नहीं आती कि हमारे समाज में हो क्या रहा है। एक तरफ इतने सारे अतुल सुभाष हैं और दूसरी तरफ बहुत-सी विक्टिम लड़कियां भी हैं जो ससुराल के टॉक्सिक माहौल को झेल रही हैं, प्रताड़ित हो रही हैं और चाहकर भी उससे बाहर नहीं निकल पा रही हैं। शादी अब नहीं […] Read more » बिगड़ रहा है शादियों का मिजाज
लेख लगातार मौतें न्याय मांगती हैं, चुप्पी नहीं May 27, 2025 / May 27, 2025 by कुमार कृष्णन | Leave a Comment कुमार कृष्णन जब सरकार यह दावा करती है कि भारत में मैनुअल स्कैवेंजिंग का उन्मूलन हो चुका है, उस समय देशभर में सीवर और सेप्टिक टैंकों की सफाई के दौरान हो रही रोकी जा सकने वाली मौतें एक भयावह सच्चाई को उजागर करती हैं — एक ऐसी सच्चाई जो दंडहीनता, प्रणालीगत जातीय हिंसा और संस्थागत […] Read more » Deaths occurring while cleaning sewers and septic tanks सीवर और सेप्टिक टैंकों की सफाई के दौरान हो रही मौतें
धर्म-अध्यात्म लेख शख्सियत समाज अहिल्यादेवी होलकर: दूरदर्शी एवं साहसी महिला शासक May 27, 2025 / May 27, 2025 by ललित गर्ग | Leave a Comment अहिल्याबाई होलकर: 31 मई 2025 तीन सौवीं जन्म जयन्ती– ललित गर्ग –भारतीय संस्कृति के उज्ज्वल इतिहास के सुवर्ण पृष्ठों पर अनेक शील, शौर्य, शक्ति एवं पराक्रम संपन्न नारियों के नाम अंकित हुए हैं। शील, भक्ति, आस्था, शौर्य, शक्ति एवं धर्मनिष्ठा के अद्वितीय प्रभाव के कारण ही वे प्रणम्य हैं। ऐसी ही श्रृंखला में एक नाम है राजमाता […] Read more » Ahilyadevi Holkar: A visionary and courageous female ruler अहिल्यादेवी होलकर: दूरदर्शी एवं साहसी महिला शासक
पर्यावरण लेख अनियोजित शहरीकरण से जलमग्न होते शहर ! May 27, 2025 / May 27, 2025 by सुनील कुमार महला | Leave a Comment हमारे देश में मानसून या यूं कहें कि बारिश का मौसम लगभग जून से सितंबर तक रहता है और इस अवधि के दौरान देश के ज्यादातर हिस्सों में बारिश होती है।यह आलेख लिखे जाने तक अभी भी मई माह का ही लगभग एक सप्ताह शेष बचा है। मतलब मानसून की देश में अभी शुरुआत भी […] Read more » Cities submerging due to unplanned urbanization! अनियोजित शहरीकरण से जलमग्न होते शहर
लेख समाज फेसबुक या फूहड़बुक?: डिजिटल अश्लीलता का बढ़ता आतंक और समाज की गिरती संवेदनशीलता May 27, 2025 / May 27, 2025 by प्रियंका सौरभ | Leave a Comment लेखिका: प्रियंका सौरभ जब सोशल मीडिया हमारे जीवन में आया, तो उम्मीद थी कि यह विचारों को जोड़ने, संवाद को मज़बूत करने और जन-जागरूकता फैलाने का एक सशक्त माध्यम बनेगा। लेकिन आज, 2025 में, विशेषकर फेसबुक जैसे मंच पर जिस तरह से अश्लीलता और फूहड़ता का आतंक फैलता जा रहा है, वह न केवल चिंताजनक […] Read more » Facebook or Fuchbook? The growing terror of digital pornography and the falling sensitivity of society फेसबुक या फूहड़बुक
लेख प्रतिस्पर्धी युग में अंक जीवन नहीं हैं May 26, 2025 / May 26, 2025 by सुनील कुमार महला | Leave a Comment देश में सीबीएसई और विभिन्न राज्यों की अन्य बोर्ड परीक्षाओं के रिजल्ट(परिणाम) लगभग-लगभग मई माह में घोषित हो चुके हैं। जिन बच्चों ने इन बोर्ड परीक्षाओं में अच्छे अंक हासिल किए हैं, वे बच्चे और उनके अभिभावक बहुत ही खुश हैं। लेकिन जो बच्चे किसी कारणवश बोर्ड(दसवीं और बारहवीं) की परीक्षाओं में अच्छे अंक हासिल […] Read more » Marks are not life in this competitive era प्रतिस्पर्धी युग में अंक जीवन नहीं हैं
लेख किशोरों में बढ़ रही हिंसक प्रवृत्ति गंभीर चुनौती May 26, 2025 / May 26, 2025 by ललित गर्ग | Leave a Comment – ललित गर्ग – भारतीय बच्चों में बढ़ रही हिंसक प्रवृत्ति एवं क्रूर मानसिकता चिन्ताजनक है, नये भारत एवं विकसित भारत के भाल पर यह बदनुमा दाग है। पिछले कुछ समय से स्कूली बच्चों में बढ़ती हिंसा की प्रवृत्ति निश्चित रूप से डरावनी, मर्मांतक एवं खौफनाक है। चिंता का बड़ा कारण इसलिए भी है क्योंकि […] Read more » Increasing violent tendencies among teenagers are a serious challenge किशोरों में बढ़ रही हिंसक प्रवृत्ति
लेख “आई एस आई” आतंकवाद का पोषक May 26, 2025 / May 26, 2025 by विनोद कुमार सर्वोदय | Leave a Comment अधिक पीछे न जाते हुए केवल पिछले 2-3 वर्ष की गुप्तचर विभाग की सूचनाओँ में आई.एस.आई द्वारा हमारे देश में आतंकवादियों को उकसाने व भड़काने के महत्वपूर्ण समाचार आये थे । जिससे राष्ट्रीय पत्रकारिता के सकारात्मक संकेत मिलने से मीडिया जगत की अनेक भ्रांतियाँ दूर हुई। साथ ही केंद्रीय सत्ता में परिवर्तन से भी समाज […] Read more » ISI is the sponsor of terrorism आई एस आई