पर्यावरण लेख पर्यावरण कानून और उत्तर प्रदेश राज्य: एक समग्र दृष्टिकोण August 27, 2025 / August 27, 2025 by पवन शुक्ला | Leave a Comment “प्रकृति स्वयं धर्म है, उसका संरक्षण ही हमारा कर्तव्य है।” यह कथन आधुनिक समाज के लिए अत्यंत प्रासंगिक है, जहाँ विकास की परिभाषा केवल आर्थिक उपलब्धियों तक सीमित नहीं रह गई, बल्कि पर्यावरणीय संतुलन और संसाधनों के सतत उपयोग के साथ जुड़ गई है। विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) के अनुसार, भारत की लगभग 77% जनसंख्या […] Read more » Environmental Law and the State of Uttar Pradesh: A Holistic Approach पर्यावरण कानून पर्यावरण कानून और उत्तर प्रदेश राज्य
महिला-जगत लेख लड़की की मौत और हमारी घातक धारणाएँ August 27, 2025 / August 27, 2025 by प्रियंका सौरभ | Leave a Comment “हर लापता बेटी के साथ हमारी सोच की परीक्षा होती है — अफ़वाह नहीं, संवेदनशीलता ज़रूरी है” हर लापता लड़की के साथ हमारी संवेदनशीलता और सिस्टम की परीक्षा होती है। अफ़वाहें, ताने और लापरवाह पुलिस जाँच अपराधियों के लिए सबसे बड़ी मददगार बन जाती हैं। जब तक पुलिस हर गुमशुदगी को गंभीर अपराध मानकर तुरंत […] Read more » लड़की की मौत और हमारी घातक धारणाएँ
लेख पंख और उड़ान – भारत की स्वतंत्रता और आत्मविकास August 25, 2025 / August 25, 2025 by प्रवक्ता ब्यूरो | Leave a Comment बोधार्थी रौनक़ भारत की आज़ादी केवल एक तारीख नहीं, बल्कि एक चेतना है — वह चेतना जिसने सदियों की पराधीनता के अंधेरे को चीरकर इस राष्ट्र को अपने पैरों पर खड़ा होने का साहस दिया। 15 अगस्त 1947 का वह प्रभात केवल एक राजनीतिक घटना नहीं था, बल्कि स्वतंत्र आत्मा का जागरण था। यह दिन […] Read more »
लेख शख्सियत एक महान क्रांतिकारी के साथ कर रही है कोलकाता नगर निगम अत्याचार August 25, 2025 / August 25, 2025 by राकेश कुमार आर्य | Leave a Comment कृष्ण जन्माष्टमी की रात्रि 30 अगस्त 1888 को कलकत्ता के समीप चंद्रनगर में एक बालक का जन्म हुआ। बालक का जन्म चूंकि कृष्ण जन्माष्टमी के दिन हुआ था, इसलिए माता-पिता ने इस नवजात शिशु का नाम ” कन्हाई लाल “नाम रखा था । पिता का स्थानांतरण बॉम्बे में होने के कारण 5 वर्ष की आयु […] Read more » कन्हाई लाल दत्त
कविता दक्षिणा रहस्य August 25, 2025 / August 25, 2025 by डॉ राजपाल शर्मा 'राज' | Leave a Comment अम्बर रक्तिम वर्ण हो चला रथ रवि का अस्ताचल कोलौट रहा हलधर का टोला, पुष्ट स्कंध पर धरि हल कोगोखुर से उड़ती रज रम्या, खग-मृग सब चले नीड़ कोगुरु माता बैठी आंगन में, अभ्यन्तर लिए पीड़ को तभी द्रोण आये कुटिया में दिखी निस्तब्धता छाईगुरु माता इतनी तन्मय थी, आहट तक ना सुन पाईनिज नारी […] Read more » दक्षिणा रहस्य
कविता तुम कब रोए August 25, 2025 / August 25, 2025 by डॉ राजपाल शर्मा 'राज' | Leave a Comment पहला पर्ण जो निकला तन सेजीर्ण-शीर्ण हो गया समय सेकिसी पवन के झोंके ने तबअलग कर दिया तेरे तन सेउस विलगित पर्ण के जाने कादर्द क्या मन में कुछ नहीं होतापर देखा तो नहीं किसी नेकभी भी तुम को आँख भिगोएपेड़! तुम कब रोए? शाख पर जन्मीं नन्हीं चिड़िया जब उसी शाख पर, किसी झंझा मेंमर […] Read more » तुम कब रोए
लेख छात्र किस दिशा में जा रहे हैं? August 25, 2025 / August 25, 2025 by प्रियंका सौरभ | Leave a Comment “शिक्षा, संस्कार और समाज की जिम्मेदारी : बदलते छात्र-शिक्षक संबंध और सही दिशा की तलाश” आज शिक्षा केवल अंक और नौकरी तक सीमित हो गई है। नैतिक मूल्य और संस्कार बच्चों की प्राथमिकता से गायब होते जा रहे हैं। परिणामस्वरूप शिक्षक-छात्र संबंधों में खटास बढ़ रही है और अनुशासनहीनता सामने आ रही है। यदि परिवार, […] Read more » बदलते छात्र-शिक्षक संबंध
व्यंग्य कुत्ता प्रसंग और युधिष्ठिर August 25, 2025 / August 25, 2025 by प्रमोद भार्गव | Leave a Comment प्रमोद भार्गवआजकल न्यायालय से सड़क तक कुत्ता प्रसंग चल रहा है। यह गोवंश को बचाने से कहीं ज्यादा अहम् हो गया है। अब अह्म तो दोनों ही हैं, गाय दूध के लिए माता कही जाती है और कुत्ता आदमी का वफादार मित्र है। उसकी यही कृतज्ञता के फलतः महाभारत युग में धर्मराज युधिष्ठिर अपने अनुजों […] Read more » कुत्ता प्रसंग और युधिष्ठिर
लेख विधि-कानून जब न्याय के प्रहरी ही अपराधी बन जाएँ, तो कानून की आस्था कैसे बचे? August 23, 2025 / August 23, 2025 by प्रियंका सौरभ | Leave a Comment झूठे मुकदमे केवल निर्दोषों को पीड़ा नहीं देते, बल्कि न्याय तंत्र की नींव को भी हिला देते हैं। जब वकील ही इस व्यापार में शामिल होते हैं तो वकालत की गरिमा और न्यायपालिका की विश्वसनीयता दोनों पर गहरा आघात होता है। ऐसे वकीलों पर आपराधिक मुकदमे चलना अनिवार्य है ताकि कानून का दुरुपयोग रोका जा […] Read more » झूठे मुकदमे
लेख आर्यभट्ट से गगनयानः प्राचीन ज्ञान से अनंत संभावनाएँ August 23, 2025 / August 23, 2025 by सुनील कुमार महला | Leave a Comment 23 अगस्त को दूसरा राष्ट्रीय अंतरिक्ष दिवस- 2025 विशेष रूप से चर्चा में है, क्योंकि यह चंद्रयान-3 मिशन की ऐतिहासिक सफलता की दूसरी वर्षगांठ है। पाठकों को बताता चलूं कि इस दिन को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 23 अगस्त के दिन 2023 में इसरो की चंद्रयान-3 लैंडर की चंद्रमा की सतह पर सफल लैंडिंग की […] Read more » 23 अगस्त राष्ट्रीय अंतरिक्ष दिवस राष्ट्रीय अंतरिक्ष दिवस
कविता मदिरालय August 23, 2025 / August 23, 2025 by श्लोक कुमार | Leave a Comment ये उर है की मसलसल रूह में बसतातवायफ़ की अनुराग में काफिरअहोरात्र मदिरालय दिखताये शब ए दिन उसकी तस्वीर चूमताये चंचला मुझे तशवीश कर रही, हर लफ्ज कोबातील सा बता रही हैंमैं इन अश्कों को कहाँ ले जाऊये लतीफ से, अनिष्ट बनते जा रहे हैरूह, देह, मैं बिन तस्सवुर के होते जा रहे हैंखत्म हुआ […] Read more » मदिरालय
कविता आरती श्री बलराम जी की August 18, 2025 / August 23, 2025 by नन्द किशोर पौरुष | Leave a Comment (दाऊ महाराज जी की) आरती दाऊ बाबा की कीजै।अपनौ मन पावन कर लीजै।। वासुदेव सूत रोहिणी छैया।श्रीकृष्ण कौ प्यारौ बड़ौ भैया।।रेवती माँ के संग दर्शन कीजै।आरती दाऊ बाबा की कीजै।। नन्द यशोदा के आंगन में।खेले ये मोहन के संग में।।ग्वाल बाल के संग गाय चरावै।ब्रज कौ ये राजा कहलावै।।श्री कृष्णा संग पूजन कीजै।आरती दाऊ बाबा […] Read more » आरती श्री बलराम जी की