राजनीति किसकी लडाई लड रहे हैं ये माओवादी? August 16, 2010 / December 22, 2011 by समन्वय नंद | 15 Comments on किसकी लडाई लड रहे हैं ये माओवादी? -समन्वय नंद सर्वहारा की लडाई लडने का दावा करने वाले माओवादियों के संबंध में एक और सनसनीखेज खुलासा हुआ है। बंगलूरू पुलिस ने पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी आईएसआई व नक्सलियों के बीच सांठगांठ कर देश में आतंकी वारदात को अंजाम देने की साजिश के आरोप में दो लोगों को गिरफ्तार किया है। वैसे तो पाकिस्तानी खुफिया […] Read more » Naxalism नक्सलवाद माओवाद
राजनीति ये है दिल्ली मेरी जान August 16, 2010 / December 22, 2011 by लिमटी खरे | 3 Comments on ये है दिल्ली मेरी जान -लिमटी खरे राहुल शरणम जाने की तैयारी में सुरेश कलमाड़ी जनता के हजारों करोड़ रूपए हवा में उड़ाने के बाद अब कामन वेल्थ गेम्स आयोजन समिति के अध्यक्ष सुरेश कलमाड़ी ने कांग्रेस के अंदर अंदर ही मची खींचतान को रोकने के लिए कांग्रेस की नजर में भविष्य के प्रधानमंत्री राहुल गांधी को सिद्ध करने का […] Read more » Delhi
राजनीति बंद कीजिए ये बेशर्म नौटंकी August 15, 2010 / December 22, 2011 by प्रवक्ता ब्यूरो | 1 Comment on बंद कीजिए ये बेशर्म नौटंकी -हरे राम मिश्र पिछले कई सालों की तरह इस साल भी हम अपना स्वतंत्रता दिवस पूरे ताम झाम के साथ मना रहे है। जाहिर सी बात है, भब्य कार्यक्रम होंगे नयी घोषणाएं होंगी और देश वासियों के सामने तमाम वायदे होंगें, उपलब्धियों की वाहवाही होगी और आतंकवादियों, चरमपंथियों को एक कडी चेतावनी दी जाएगी। फिर […] Read more » Independence Day स्वतंत्रता दिवस
राजनीति आजादी की 63वीं वर्षगाठ पर विशेष August 15, 2010 / December 22, 2011 by अशोक बजाज | 11 Comments on आजादी की 63वीं वर्षगाठ पर विशेष -अशोक बजाज आज हम आजादी की 63वीं वर्षगांठ मना रहे हैं। किसी भी देश के विकास के लिए 63 वर्ष कोई कम नहीं है। वर्षों की गुलामी के बाद 15 अगस्त 1947 को आजाद मातृभूमि पर जब सूरज की पहली किरण पड़ी होगी तो वह दृश्य कितना मनमोहक रहा होगा। चारों तरफ ढोल-नगाडे बज रहे […] Read more » cultural सांस्कृतिक राष्ट्रवाद
राजनीति ममता माओवादी! August 14, 2010 / December 22, 2011 by अमलेन्दु उपाध्याय | 3 Comments on ममता माओवादी! -अमलेन्दु उपाध्याय इस दहर में सब कुछ है पर इन्साफ नहीं है। इन्साफ हो किस तरह कि दिल साफ नहीं है। राजनीति के विषय में अक्सर कई कहावतें सुनने को मिलती हैं। जैसे राजनीति में दो और दो चार नहीं होते या राजनीति में कुछ सही गलत नहीं होता या फिर राजनीति और अवसरवादिता एक […] Read more » Maoist ममता बनर्जी माओवाद
राजनीति भाजपा का मुस्लिम नज़रिया August 13, 2010 / December 22, 2011 by फ़िरदौस ख़ान | 10 Comments on भाजपा का मुस्लिम नज़रिया -फ़िरदौस ख़ान मुसलमानों के लिए अछूत मानी जाने वाली भारतीय जनता पार्टी राष्ट्रवाद के नाम पर मुस्लिम वोट बैंक में सेंध लगाने की कवायद में जुटी है। अपने मातृ संगठन राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की तर्ज़ पर भाजपा भी यही राग अलापती है कि हिन्दुत्व का मतलब हिन्दू धर्म से न होकर इस धरती से और […] Read more » Muslim भाजपा मुसलमान
राजनीति बुरे को अच्छा बनाने की कारपोरेट कला August 13, 2010 / December 22, 2011 by जगदीश्वर चतुर्वेदी | 3 Comments on बुरे को अच्छा बनाने की कारपोरेट कला -जगदीश्वर चतुर्वेदी हमें बार-बार यही बताया जा रहा है कि हम पूंजीवाद का समर्थन करें। हमें सहनशील बनने की सीखें प्रदान की जा रही हैं। हमें कहा जा रहा है कि हम तटस्थ रहें, विवादों, संघर्षों, मांगों के लिए होने वाले सामूहिक संघर्षों से दूर रहें, सामूहिक संघर्ष बुरे होते हैं। आम आदमी को तकलीफ […] Read more » Capitalism कॉरपोरेट पूंजीवाद
राजनीति अराजकता की गिरफ्त में जम्मू एवं काश्मीर August 12, 2010 / December 22, 2011 by प्रवक्ता ब्यूरो | 1 Comment on अराजकता की गिरफ्त में जम्मू एवं काश्मीर -लाल कृष्ण आडवाणी, पूर्व उपप्रधानमंत्री इन दिनों काश्मीर काफी सुर्खियों में है। पिछले सप्ताह जम्मू-काश्मीर से भारतीय जनता पार्टी के विधायक नई दिल्ली आकर प्रधानमंत्री से मिले और उन्हें एक ज्ञापन सौंपा। जिसमें उन्होंने राज्य में सुरक्षा बलों की उपस्थिति को किसी भी प्रकार से कम करने के प्रति सावधान किया है। उन्होंने यह भी […] Read more » Jammu Kashmir जम्मू-काश्मीर
राजनीति मुस्लिम तृष्टिकरण आखिर कब तक? August 12, 2010 / December 22, 2011 by प्रवक्ता ब्यूरो | 5 Comments on मुस्लिम तृष्टिकरण आखिर कब तक? -यशवीर राघव लोकतंत्र के चार स्तंभों में से एक ऐसा स्तंभ है जिसे सत्य का अन्वेषण करने वाला, किसी भी कीमत पर बिकने न वाला, निष्पक्ष एवं निरपेक्ष होना चाहिए। वह स्तंभ है मीडिया! हमारे देश में लोकतंत्र के सभी स्तंभों की दशा दयनीय ही है। चौथा स्तंभ भी उसका अपवाद नही है। इसी दयनीय […] Read more » Muslim मुस्लिम तुष्टीकरण
राजनीति राष्ट्र के विकास में सांस्कृतिक राष्ट्रवाद की भूमिका August 12, 2010 / December 22, 2011 by वी. के. सिंह | 1 Comment on राष्ट्र के विकास में सांस्कृतिक राष्ट्रवाद की भूमिका -वी. के. सिंह राष्ट्र समान्यत: राज्य या देश से समझा जाता है। राष्ट्र का एक शाश्वत अथवा जीवंत अर्थ है ‘एक राज्य में बसने वाले समस्त जनसमूह।’ सास्कृतिक राष्ट्रवाद इसी शाश्वत अर्थ को दर्शाता है। राष्ट्रवाद राष्ट्र हितों के प्रति समर्पित विचार है, जो एकता, महत्ता और कल्याण का समर्थक है, समस्त भारतीय समुदाय को […] Read more » cultural सांस्कृतिक राष्ट्रवाद
राजनीति ये है दिल्ली मेरी जान August 10, 2010 / December 22, 2011 by लिमटी खरे | 4 Comments on ये है दिल्ली मेरी जान -लिमटी खरे अब पुलिस पर कसी लगाम सबसे बडी अदालत ने पुलिस जो चाहे सो कर सकती है। पुलिस की अगाडा, घोडे का पिछाडा और मौत का नगाडा इन तीनों चीजों से बचने की सलाह हर वक्त ही दी जाती है। आजादी के बाद भारत में पुलिस को इतना अधिकार सम्पन्न बना दिया गया है […] Read more » Delhi
राजनीति निष्पक्ष व पारदर्शी चुनाव के लिए आवश्यक है ईवीएम का विश्वसनीय होना August 7, 2010 / December 22, 2011 by अशोक बजाज | 15 Comments on निष्पक्ष व पारदर्शी चुनाव के लिए आवश्यक है ईवीएम का विश्वसनीय होना चुनाव आयोग की हीरक जयंती जयंती पर विशेष -अशोक बजाज भारत में निर्वाचन आयोग अपनी स्थापना के 60 वर्ष पूर्ण होने पर हीरक जयंती मना रहा है। इस तारतम्य में राज्य की राजधानियों में फोटो प्रदर्शनी लगाई जा रही है। प्रदर्शनी में चुनाव आयोग की गतिविधियों को दर्शाने वाले विहंगम एवं दुर्लभ चित्र लगे हैं, […] Read more » Election Comission ईवीएम चुनाव आयोग