विविधा एक बिहार में शिक्षा के दो रूप February 18, 2012 by प्रवक्ता ब्यूरो | Leave a Comment राजीव कुमार सिंह कभी देश के मानचित्र पर बिहार एक ऐसे राज्य के रूप जाना जाता था जहां विकास नाममात्र की थी। लेकिन आज स्थिति बदल चुकी है। बिहार तेजी से तरक्की करता देश का दूसरा राज्य बन चुका है। यहां अर्थव्यवस्थाएं फलफूल रहीं हैं। सड़कों का निर्माण हो रहा है। गांव-गांव तक बिजली पहुंचार्इ […] Read more » बिहार शिक्षा
विविधा जारवा नहीं, हम हैं असभ्य February 18, 2012 by प्रवक्ता ब्यूरो | 2 Comments on जारवा नहीं, हम हैं असभ्य जुबैर अहमद अंडमान निकोबार स्थित जारवा समुदाय के साथ अमानवीय हरकतों की दास्तां परत दर परत जैसे जैसे खुल रही है, वैसे वैसे स्वंय को सभ्य कहने वाले इंसानों का असली चेहरा उजागर हो रहा है। अब तक तो यही पता था कि जारवा समुदाय की स्त्रियों के अर्धनग्न वीडियो क्लिप कुछ लोगों ने फिल्माए […] Read more » jarwa जारवा
प्रवक्ता न्यूज़ विविधा मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह ने किया राजीव रंजन प्रसाद के उपन्यास “आमचो बस्तर” का विमोचन February 18, 2012 by प्रवक्ता.कॉम ब्यूरो | Leave a Comment बस्तर के अतीत और वर्तमान पर आधारित राजीव रंजन प्रसाद के उपन्यास “आमचो बस्तर” का विमोचन १५ फरवरी, २०१२ को नई दिल्ली स्थित कांस्टीट्यूशन क्लब में आयोजित एक भव्य समारोह में छत्तीसगढ़ के माननीय मुख्यमंत्री डा० रमन सिंह ने किया। समारोह की अध्यक्षता सुप्रसिद्ध साहित्यकार डा० प्रेम जनमेजय ने की तथा कार्यक्रम के विशिष्ठ वक्ता थे […] Read more » amcho bastar आमचो बस्तर
विविधा युवक सामाजिक मूल्यों को स्थापित करें February 7, 2012 / February 9, 2012 by क्षेत्रपाल शर्मा | 2 Comments on युवक सामाजिक मूल्यों को स्थापित करें क्षेत्रपाल शर्मा (वार्ष्णेय महाविद्यालय अलीगढ में सांस्कृतिक कार्यक्रम में 02 फ़रवरी 12 को संबोधन) जहां सुमति वहां संपत्ति नाना, पर पीड़ा अघ…. साथ ही कवि भवानी प्रसाद मिश्र जी की कविता ” बुनी हुई रस्सी ” की निहित भावना को समझाते हुए मुख्य अतिथि के रूप में उक्त कार्यक्रम में यह रेखांकित किया, कि युवक […] Read more » युवक सामाजिक मूल्यों को स्थापित करें
विविधा सवाल ‘अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता’ की सीमाओं के निर्धारण का? February 6, 2012 / February 6, 2012 by तनवीर जाफरी | 5 Comments on सवाल ‘अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता’ की सीमाओं के निर्धारण का? तनवीर जाफरी अंतर्राष्ट्रीय मानवाधिकार संगठन मनुष्य की अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता का सबसे प्रबल पक्षधर है। होना भी चाहिए। निश्चित रूप से दुनिया के प्रत्येक व्यक्ति को अपनी बात को व्यक्त करने का अधिकार होना चाहिए। इसकी स्वतंत्रता होनी चाहिए। परंतु ठीक इसके विपरीत आए दिन दुनिया के किसी न किसी कोने से ऐसे समाचार आते […] Read more » अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता
विविधा अंडमान-निकोबार के जारवा आदिवासियों को नचाने का मामला February 4, 2012 / February 4, 2012 by प्रमोद भार्गव | 2 Comments on अंडमान-निकोबार के जारवा आदिवासियों को नचाने का मामला आदिवासियों की लाचारी को भुनाने का गुनाह प्रमोद भार्गव जब किसी भी समाज की दशा और दिशा अर्थतंत्र तय करने लगते हैं तो मापदण्ड तय करने के तरीके बदलने लग जाते हैं। यही कारण है हम जिन्हें सभ्य और आधुनिक समाज का हिस्सा मानते हैं, वे लोग प्राकृतिक अवस्था में रह रहे लोगों को इंसान […] Read more » अंडमान-निकोबार जारवा आदिवासियों
विविधा सीमावर्ती गांव की असली तस्वीर February 1, 2012 / February 1, 2012 by प्रवक्ता ब्यूरो | 1 Comment on सीमावर्ती गांव की असली तस्वीर इरफान अहमद लोन भारत को गांव का देश कहा जाता है क्योंकि यहां की अधिकतर आबादी आज भी गांव में ही निवास करती है। प्रकृति की गोद में ही जीवन बसर करती है और प्राकृतिक संसाधनों के माध्यम से जीवन के साधन जुटाती है। शहरों की सुख-सुविधा से दूर इनकी जिंदगी कितनी कठिनार्इयों से गुजरती […] Read more » जम्मू- कश्मीर सीमावर्ती गांव
विविधा अभिव्यक्ति की आजादी पर प्रहार February 1, 2012 / February 1, 2012 by प्रवक्ता ब्यूरो | 11 Comments on अभिव्यक्ति की आजादी पर प्रहार प्रो. हरिओम दुनिया ने लेखक सलमान रुश्दी की सराहना की है, जो मुम्बई के रहने वाले हैं और उन्हें एनआरआई पासपोर्ट मिला हुआ है। पहले कांग्रेस-नीत यूपीए सरकार और बाद में राजस्थान की कांग्रेस सरकार ने उनके भारत दौरे पर प्रतिबंध लगाया ताकि वह जयपुर साहित्यिक सम्मेलन (जेएलएफ) में भाग न ले सकें। इसके बाद […] Read more » सलमान रुश्दी
विविधा कमलनाथ और छिंदवाड़ा एक दूसरे के पर्याय January 31, 2012 / January 31, 2012 by प्रभुदयाल श्रीवास्तव | Leave a Comment प्रभुदयाल श्रीवास्तव शहरी विकास मंत्री कमलनाथ और छिंदवाड़ा एक दूसरे के पर्याय हैं। छिंदवाड़ा आज जो भी अस्तित्व है उसका एक बड़ा स्तंभ कमलनाथ जी हैं। आज से तीस बरस पहले तक छिंदवाड़ा महज जिला मुख्यालय के रूप में ही जाना जाता था किंतु 1980 के बाद जब से कमलनाथ ने यहां की बागडोर संभाली […] Read more » Chindvara Kamalnath कमलनाथ छिंदवाड़ा
विविधा गांधी नास्तिक से भी आगे January 30, 2012 / January 30, 2012 by डॉ. वेदप्रताप वैदिक | 3 Comments on गांधी नास्तिक से भी आगे डॉ. वेदप्रताप वैदिक महात्मा गांधी का सर्वधर्म सद्भाव और भारत सरकार की धर्म-निरपेक्षता में जमीन-आसमान का अंतर है। धर्म-निरपेक्षता का जैसा नंगा नाच उत्तर प्रदेश के चुनाव में हो रहा है, यदि गांधी जी उसे देख लेते तो उन्हें चक्कर आ जाते। धर्म-निरपेक्षता के नाम पर हमारे राजनीतिक दल उभय-साम्प्रदायिकता को प्रश्रय देते हैं। वे […] Read more » Mahatma Gandhi
विविधा एक युगान्तरकारी प्रकाशन (Encyclopedia of Hinduism) January 29, 2012 / February 18, 2012 by लालकृष्ण आडवाणी | 2 Comments on एक युगान्तरकारी प्रकाशन (Encyclopedia of Hinduism) लालकृष्ण आडवाणी श्री आर. के. मेहरा, उनके सुपुत्र कपिश मेहरा और रुपा पब्लिकेशनस् द्वारा 11 खण्डों के ‘इनसायक्लोपीडिया ऑफ हिंदुज्म‘ का प्रकाशन करने पर हार्दिक अभिनन्दन, जिसे ‘हिन्दुस्तान टाइम्स‘ में समीक्षक इंद्रजीत हाजरा ने ‘विचारों के इतिहास और उसकी गहराई में रुचि रखने वालों के लिए यह आश्चर्यों से भरा खजाना है‘ के रुप में […] Read more » Encyclopedia of Hinduism
विविधा उत्तराखण्ड में नेताजी सुभाष चंद्र बोस की याद में बसा है एक गांव January 23, 2012 / January 23, 2012 by डॉ0 आशीष वशिष्ठ | Leave a Comment डॉ0 आशीष वशिष्ठ भारत रत्न नेताजी सुभाष चंद्र बोस को भारतीय इतिहास में एक बहेद महत्वपूर्ण स्थान प्राप्त है। नेता जी का जन्म 23 जनवरी 1897 को कटक, उड़ीसा में हुआ था, लेकिन बहुत कम लोग यह जानते होंगे कि उड़ीसा से हजारों किलोमीटर दूर उत्ताराखण्ड में नेताजी की याद में उनके नाम से एक […] Read more » subhash chanda bose सुभाष चन्द्र बोस