किसानों की कर्जमाफीः कुछ सवाल

डॉ. वेदप्रताप वैदिक
तीन हिंदी प्रदेशों में चुनाव जीतने से ही तीनों कांग्रेसी मुख्यमंत्रियों ने किसानों की कर्जमाफी कर दी है। इस कर्जमाफी से इन तीनों सरकारों पर लगभग 50 हजार करोड़ का बोझ आन पड़ा है। कर्जमाफी के इस वादे ने ही कांग्रेसी जीत की नींव रखी है। मप्र, राजस्थान और छत्तीसगढ़– ये तीनों कृषि-प्रधान प्रांत हैं। किसानों ने कांग्रेस को जमकर वोट दिए हैं। तीनों मुख्यमंत्रियों ने शपथ लेते ही जो कर्जमाफी की घोषणा कर दी, इसने कांग्रेस की छवि आम नागरिकों के मन में चमका दी है। लोगों के मन में यह धारणा बन रही है कि कांग्रेसी जो कहते हैं, वह करते हैं जबकि भाजपा नेता सिर्फ जुमलेबाजी करते हैं ? लेकिन यहां पहला सवाल उठता है कि ये तीनों राज्य इस 50-60 हजार करोड़ रु. की राशि लाएंगे कहां से ? अपने बजट में ये मुख्यमंत्री क्या काटेंगे और क्या जोड़ेंगे ? भाजपा की केंद्र सरकार तो इनको कोई टेका लगानेवाली नहीं है ? इसके अलावा एक सवाल यह भी है कि ज्यादातर किसान बैकों तक पहुंच ही नहीं पाते। वे तो अपने गांवों के सूदखोरों के कर्जदार बने रहते हैं। उनका कर्ज माफ कैसे होगा ? नीति आयोग का कहना है कि कर्जमाफी का लाभ मुश्किल से 10-15 प्रतिशत किसानों को ही मिल पाता है। पिछले 15-20 साल से कर्जमाफी के इस रामबाण को सभी पार्टियां चला रही हैं लेकिन क्या देश के किसानों की गरीबी दूर हो रही है ? उनकी गरीबी दूर हो न हो, कर्जमाफी का वादा इतना बड़ा लालच है कि उसके कारण नेताओं की गरीबी दूर हो जाती है। वे वोटों की फसल काट ले जाते हैं। मनमोहनसिंह सरकार ने 2008-09 में 70 हजार करोड़ के कर्ज माफ करके अपनी वापसी पक्की करा ली थी। इसलिए अब राहुल गांधी ने कहा है कि यदि मोदी ने माफ नहीं किया तो 2019 में हम माफ करेंगे। इसमें शक नहीं कि कर्जमाफी के कारण हजारों किसान आत्महत्या करने से रुकेंगे लेकिन हम यह भी न भूलें कि कई किसान इस कर्ज का उपयोग खेती पर करने की बजाय मकान बनाने, कार और बाइक खरीदने और दिखावे पर ज्यादा करते हैं। किसानों को तात्कालिक राहत मिले, इस दृष्टि से एकाधबार कर्जमाफी ठीक है लेकिन उनकी दशा वास्तव में सुधारना हो तो उनकी उपज के लिए कठोर दाम बांधो नीति और फसल बीमा होना चाहिए। उनके लिए बीज, खाद और सिंचाई की पर्याप्त व्यवस्था होनी चाहिए। यदि यह सब हो तो आखिर किसान का भी स्वाभिमान होता है। वह आपसे कर्ज लेगा ही क्यों ?

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  1. कुछ भी हो बीजेपी ने जिस तरह रिलायंस गैस के दाम 33% बढ़ाकर , डीजल के दामों में बढ़ोत्तरी करके किसानों को आत्महत्या के लिए मजबूर कर दिया था उस घाव पर फाहा रखने का काम कांग्रेस ने जरूर किया है :——— रिलायंस देश को लूट रही है :—
    • मुकेश अम्बानी के फायदे के लिए — (किसानों को मरता छोड़कर उनकी लागत बढ़ने का रिस्क लेते हुए ( ध्यान रहे गैस से ही युरिया अन्य रासायनिक खादें बनती हैं जिन्हें किसान बहुतायत से खेती में प्रयोग करते हैं- के दामों का भाव बढ़ने का खतरा लेते हुए) 33% गैस के दाम बीजेपी सरकार ने बढा दिए हैं और किसान मर रहे हैं ?2)मुम्बई में मेट्रो भाड़ा बढ़ाकर-दिल्ली में बिजली चार्ज बढ़ाकर -दिल्ली में रिलायंस के पुराने पाप छुपे रहें – मुकेश अम्बानी को बचाने के लिए -नीरा राडिया टेप मामले पर सुप्रीम कोर्ट के निर्देशों के बावजूद जाँच को दबाकर कुंडली मारकर बीजेपी पहले से ही बैठी है ) ?3) गुजरात में शिक्षक-महिलाएँ-मजदूर-किसान मरने के लिए विवश हैं -धीरु भाई इंस्टीट्यूट अहमदाबाद में नडियाद के रहने वाले छात्र शुभम पटेल की आत्महत्या, जाम्नगर में फिजिक्स टीचर अकबर मुहम्मद- इंजीनियर धनंजय शर्मा आदि की आत्महत्या के साथ मैथ टीचर मनोज परमार के मीटिंग में ही ब्रेन हैमरेज — पुलिस रिपोर्ट भी नहीं लिखती है क्यों ?4)कुछ समय पहले एडवोकेट साल्वे जी के बयान -” मुकेश अम्बानी के बेटे ने कई लोगों को कार से कुचला था पर पुलिस ने रिपोर्ट नहीं लिखा ?” – ओमर अब्दुल्ला तक इस पर ट्विट करते हैं पर कांग्रेस-बीजेपी दोनों चुप रहते हैं ? किसी चैनल्स ने नहीं दिखाया था और लग रहा है सब रिलायंस के हाथों बिक चुके हैं -?5) रिलायंस जैसी कम्पनियों के दबाव में सस्ती गैस के लिए ईरान पाइप लाइन का निर्णय ठंडे बस्ते में डाल दिया गया है ! ?6) अम्बानी का फायदा कम न हो इसलिए बाडमेर ( राजस्थान ) में रिफाइनरी शुरू न होने में पेट्रोलियम मंत्रालय भी जिम्मेदार है क्योंकि उन्होंने कन्सलटेंट की नियुक्ति में ही डेढ़ साल की देरी कर दी है (देखिए राजस्थान पत्रिका- 29/05/15, पेज न.-07)?9) 4 जी घोटाला – ब्रॉडबैंड के स्पेक्ट्रम पर वाइस सेवा शुरू करनेकी अनुमति देने से रिलायंस जियो को 22,842 करोड़ रुपए का अनुचित लाभ पहुँचा और सरकारी खजाने को नुकसान हुआ (देखिए राजस्थान पत्रिका- 22 /01/15,पेज न.-14) ? 10)रिलायंस की प्रताड़नाओं से तंग आकर रिलायंस पेट्रोलियम फैक्ट्री जामनगर (गुजरात) से सटे गांव ” नवागांव की महिला सरपंच झाला ज्योत्सना बा घनश्याम सिंह ने ( २3- २-१५ ) को अपने पूरे परिवार के साथ आत्महत्या का प्रयास किया है,अब भी उन सबकी हालत खराब है- रिलायंस का अत्याचार बदस्तूर जारी है ? एकमात्र स्थानीय अखबार ‘ हालार क्षेत्र ’ 23-2-15 के अपने संस्करण में फोटो के साथ इस घटना को मात्र एक बार छाप सका है – इस कुकृत्य को छुपाने की कोशिस की जा रही है – क्या आप मरने वाले किसानों को न्याय दिलाएंगे ( Contact- 9978041892) 12) एक चतुर्थ श्रेणी महिला कर्मचारी सपना (9824597192) को रिलायंस द्वारा बहुत घृणित और अमानवीय व्यवहार के साथ निकाला गया वो गरीब महिला अधिकारियों के पैर पकड़कर फुट-फुट कर रोती रही और ये रिलायंस —–केजरीवाल ने अम्बानियों के स्विस बैंक के एकाउंट नम्बर भी बता दिये हैं { मुकेशअम्बानी – 5090160983 तथा अनिल अम्बानी – 5090160984 ( देखिए राजस्थान पत्रिका -24-2-14, पेज नम्बर -1 )} जिससे अम्बानी और उनकोबचाने वाले और बौखला गए हैं-

  2. कुछ भी हो बीजेपी ने जिस तरह रिलायंस गैस के दाम 33% बढ़ाकर , डीजल के दामों में बढ़ोत्तरी करके किसानों को आत्महत्या के लिए मजबूर कर दिया था उस घाव पर फाहा रखने का काम कांग्रेस ने जरूर किया है :——— रिलायंस देश को लूट रही है :—
    • मुकेश अम्बानी के फायदे के लिए — (किसानों को मरता छोड़कर उनकी लागत बढ़ने का रिस्क लेते हुए ( ध्यान रहे गैस से ही युरिया अन्य रासायनिक खादें बनती हैं जिन्हें किसान बहुतायत से खेती में प्रयोग करते हैं- के दामों का भाव बढ़ने का खतरा लेते हुए) 33% गैस के दाम बीजेपी सरकार ने बढा दिए हैं और किसान मर रहे हैं ?2)मुम्बई में मेट्रो भाड़ा बढ़ाकर-दिल्ली में बिजली चार्ज बढ़ाकर -दिल्ली में रिलायंस के पुराने पाप छुपे रहें – मुकेश अम्बानी को बचाने के लिए -नीरा राडिया टेप मामले पर सुप्रीम कोर्ट के निर्देशों के बावजूद जाँच को दबाकर कुंडली मारकर बीजेपी पहले से ही बैठी है ) ?3) गुजरात में शिक्षक-महिलाएँ-मजदूर-किसान मरने के लिए विवश हैं -धीरु भाई इंस्टीट्यूट अहमदाबाद में नडियाद के रहने वाले छात्र शुभम पटेल की आत्महत्या, जाम्नगर में फिजिक्स टीचर अकबर मुहम्मद- इंजीनियर धनंजय शर्मा आदि की आत्महत्या के साथ मैथ टीचर मनोज परमार के मीटिंग में ही ब्रेन हैमरेज — पुलिस रिपोर्ट भी नहीं लिखती है क्यों ?4)कुछ समय पहले एडवोकेट साल्वे जी के बयान -” मुकेश अम्बानी के बेटे ने कई लोगों को कार से कुचला था पर पुलिस ने रिपोर्ट नहीं लिखा ?” – ओमर अब्दुल्ला तक इस पर ट्विट करते हैं पर कांग्रेस-बीजेपी दोनों चुप रहते हैं ? किसी चैनल्स ने नहीं दिखाया था और लग रहा है सब रिलायंस के हाथों बिक चुके हैं -?5) रिलायंस जैसी कम्पनियों के दबाव में सस्ती गैस के लिए ईरान पाइप लाइन का निर्णय ठंडे बस्ते में डाल दिया गया है ! ?6) अम्बानी का फायदा कम न हो इसलिए बाडमेर ( राजस्थान ) में रिफाइनरी शुरू न होने में पेट्रोलियम मंत्रालय भी जिम्मेदार है क्योंकि उन्होंने कन्सलटेंट की नियुक्ति में ही डेढ़ साल की देरी कर दी है (देखिए राजस्थान पत्रिका- 29/05/15, पेज न.-07)?9) 4 जी घोटाला – ब्रॉडबैंड के स्पेक्ट्रम पर वाइस सेवा शुरू करनेकी अनुमति देने से रिलायंस जियो को 22,842 करोड़ रुपए का अनुचित लाभ पहुँचा और सरकारी खजाने को नुकसान हुआ (देखिए राजस्थान पत्रिका- 22 /01/15,पेज न.-14) ? 10)रिलायंस की प्रताड़नाओं से तंग आकर रिलायंस पेट्रोलियम फैक्ट्री जामनगर (गुजरात) से सटे गांव ” नवागांव की महिला सरपंच झाला ज्योत्सना बा घनश्याम सिंह ने ( २3- २-१५ ) को अपने पूरे परिवार के साथ आत्महत्या का प्रयास किया है,अब भी उन सबकी हालत खराब है- रिलायंस का अत्याचार बदस्तूर जारी है ? एकमात्र स्थानीय अखबार ‘ हालार क्षेत्र ’ 23-2-15 के अपने संस्करण में फोटो के साथ इस घटना को मात्र एक बार छाप सका है – इस कुकृत्य को छुपाने की कोशिस की जा रही है – क्या आप मरने वाले किसानों को न्याय दिलाएंगे ( Contact- 9978041892) 12) एक चतुर्थ श्रेणी महिला कर्मचारी सपना (9824597192) को रिलायंस द्वारा बहुत घृणित और अमानवीय व्यवहार के साथ निकाला गया वो गरीब महिला अधिकारियों के पैर पकड़कर फुट-फुट कर रोती रही और ये रिलायंस —–केजरीवाल ने अम्बानियों के स्विस बैंक के एकाउंट नम्बर भी बता दिये हैं { मुकेशअम्बानी – 5090160983 तथा अनिल अम्बानी – 5090160984 ( देखिए राजस्थान पत्रिका -24-2-14, पेज नम्बर -1 )} जिससे अम्बानी और उनकोबचाने वाले और बौखला गए हैं-

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