जैन संघ के परम विद्वान, हितचिंतक श्री वीरचन्द राघव जी गांधी के 154वें जन्म-जयन्ती वर्ष में उनकी एक आदमकद मूर्ति की स्थापना और अनावरण समारोह का आयोजन 1 अप्रैल, 2018 को प्रातः 11-00 बजे परम पूज्य जैनाचार्य श्रीमद्विजय नित्यानन्दसूरीश्वर जी म-सा- की पावन निश्रा में वल्लभ स्मारक प्रांगण, 20 किमी- माइल स्टोन, जी-टी- करनाल रोड, दिल्ली-36 में किया गया। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि के रूप में राष्ट्रीय अल्पसंख्यक आयोग, भारत सरकार के सदस्य माननीय श्री सुनील जी सिंघी जी ने अपनी उपस्थिति प्रदान की। श्री सुनील जी सिंघी ने अनावरण के उपरांत मीडिया से मुखातिब होते हुए कहा कि ‘श्री वीरचन्द गांधी राष्ट्रीय गौरव के प्रतीक हैं। समाज को उनके बारे में बहुत ही कम जानकारी है, पर उन्होंने अपने 37 साल के छोटे से जीवन में बहुत से कार्य किये। आठ पुस्तकों का लेखन और धर्म, कॉमर्स व रियल एस्टेट जैसे विषयों पर 535 लेक्चर दिये। अमेरिका की धरती पर उन्होंने सन् 1893 में आयोजित प्रथम विश्व धर्म संसद में जैन धर्म एवं भारतीय संस्कृति का प्रतिनिधित्व किया था। स्वामी विवेकानन्द एवं महात्मा गांधी से उनके बहुत ही घनिष्ठ संबंध थे।’
इस मूर्ति की स्थापना का सौजन्य श्री दीपक जैन का रहा। इस अवसर पर श्री महेश गांधी (मुम्बई), भूरचन्द जैन (सिरोही-राज-), शिक्षाविद सी- राजकुमार, अशोक जैन, राजकुमार जैन ओसवाल, किशोर कोचर (जीतो) सहित देश के गणमान्य महानुभावों, बुद्धिजीवियों, उद्योग व्यापार क्षेत्र की अनेक बड़ी हस्तियों ने अपनी उपस्थिति प्रदान की। श्री गांधी के परिवार से उनके पड़पौत्र श्री चन्द्रेश गांधी विशेष रूप से उपस्थित हुए।
उल्लेखनीय है कि श्री दीपक जैन एवं श्री नितिन जैन करीब 6 साल से श्री वीरचन्द गांधी की खोई हुई प्रतिष्ठा को पुनर्स्थापित करने में लगे हुए हैं।