अब इंसान ही इंसान को डसने के काम आयेगा

1
177

बंद कर दिया है सांपों को सपेरे ने यह कह कर
अब इंसान ही इंसान को डसने के काम आयेगा

पल्ला झाड़ लेती है पुलिस जनता को यह कह कर
अब गुंडा ही गुंडों को पकड़ने के काम आयेगा 

तोड़ लिये जाते है कच्चे फ्लो को यह कह कर
कोई केमिकल ही उनके पकने के काम आयेगा

बंद कर दी है लूटमार,लूटोरे ने यह कह कर
अब आदमी ही आदमी को लूटने के काम आयेगा

बचपन जवानी चली गई अब तो बुढापा ही आयेगा
भज ले प्रभु का नाम,बस यही तेरे काम आयेगा

आर के रस्तोगी

Previous articleलुप्तप्राय हो रहे हैं पुरातन संसाधन
Next articleसंघ की दस्तक सुनें
आर के रस्तोगी
जन्म हिंडन नदी के किनारे बसे ग्राम सुराना जो कि गाज़ियाबाद जिले में है एक वैश्य परिवार में हुआ | इनकी शुरू की शिक्षा तीसरी कक्षा तक गोंव में हुई | बाद में डैकेती पड़ने के कारण इनका सारा परिवार मेरठ में आ गया वही पर इनकी शिक्षा पूरी हुई |प्रारम्भ से ही श्री रस्तोगी जी पढने लिखने में काफी होशियार ओर होनहार छात्र रहे और काव्य रचना करते रहे |आप डबल पोस्ट ग्रेजुएट (अर्थशास्त्र व कामर्स) में है तथा सी ए आई आई बी भी है जो बैंकिंग क्षेत्र में सबसे उच्चतम डिग्री है | हिंदी में विशेष रूचि रखते है ओर पिछले तीस वर्षो से लिख रहे है | ये व्यंगात्मक शैली में देश की परीस्थितियो पर कभी भी लिखने से नहीं चूकते | ये लन्दन भी रहे और वहाँ पर भी बैंको से सम्बंधित लेख लिखते रहे थे| आप भारतीय स्टेट बैंक से मुख्य प्रबन्धक पद से रिटायर हुए है | बैंक में भी हाउस मैगजीन के सम्पादक रहे और बैंक की बुक ऑफ़ इंस्ट्रक्शन का हिंदी में अनुवाद किया जो एक कठिन कार्य था| संपर्क : 9971006425

1 COMMENT

  1. मरम गहरा लेकर आए हैं रस्तोगी॥
    यह बोध ही आपके अब काम आएगा॥
    —————————————-
    वाह रस्तोगी जी, वाह!
    आप की पंक्तियों का अंत सुन्दर भी और बोधकारी भी बन पाया है.

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here