मै मरते दम तक भारतीय रहूंगी:सानिया मिर्जा

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-अनिल अनूप
सानिया मिर्जा का जन्म मुंबई में हुआ और उनके पिता इमरान मिर्जा एक खेल सवांददाता थे और माँ एक निजी प्रिटिंग कंपनी में काम करती थी | सानिया की शुरुआत की शिक्षा मुम्बई के ही एन ए एस आर स्कूल से हुई और इसके बाद उन्होंने वहीं के सेंट मैरी कॉलेज से अपनी कालेज की पढाई पूरी की | मुख्य रूप से शिया खानदान में पैदा हुई थी सानिया इसलिए इनका बचपन भी उसी तरह के माहौल में बीता | इनके पिता चूँकि खेल से जुड़े थे इसलिए उन्होंने सानिया को शुरू से ही बहुत सपोर्ट किया है और इसी वजह से हैदराबाद के निज़ाम क्लब में सानिया ने 6 साल की उम्र से ही टेनिस खेलना शुरू कर दिया था | इसके बाद भी मुश्किलें कम नहीं थी क्योंकि इनके पिता के पास उसकी समुचित ट्रेनिंग के लिए पैसे नहीं थे लेकिन फिर इनके पिता के कुछ बड़े व्यवसायियों की सहायता से सानिया को स्पोंसर करना शुरू कर दिया और कमाल की बात देखिये सानिया को जीवेके इंड्रस्ट्रीज और एडीडास जैसी बड़ी कंपनियों ने केवल 12 साल की उम्र से ही स्पोंसर करना शुरू कर दिया था |
सानिया के बारे में कुछ और रोचक तथ्य है जो इस प्रकार है –
सानियी को बड़े ब्रान्ड ने कम उम्र में स्पोंसर करना शुरू कर दिया जिसकी वजह से उनकी ट्रेनिंग में पैसे की समस्या कभी बाधा नहीं बनी |
महेश भूपति के पिता सी के भूपति की देखरेख में सानिया की टेनिस की शिक्षा की शुरुआत हुई |
हैदराबाद की निजाम अकादमी से शुरुआत करने के बाद वो अपने खेल में सुधार के लिए अमेरिका की एस टेनिस अकादमी में गयी |
सानिया का परिवार भी खेल से जुड़ा हुआ है इसलिए इन्हें इस मुकाम पर लेकर जाने में उस को परिवार की ओर से बड़ा सहयोग मिला है |
उनके पिता भी हैदराबाद सीनियर डिवीज़न के खिलाडी रह चुके है |
इनके पिता मशहूर खिलाडी गुलाम अहमद के रिश्ते के भाई है |
सानिया मिर्जा के मामा भी रणजी टीम में खेल चुके है |
सानिया ने 2009 में अपने बचपन के दोस्त सोहराब मिर्जा से सगाई की लेकिन कुछ समय बाद ही यह टूट गयी और बाद में सानिया ने इस बारे में कहा “ बेशक हम बचपन के दोस्त है और दोस्त के नजरिये से ठीक है लेकिन जीवनसाथी के तौर पर हम में बात नहीं बनी |” फिर 12 अप्रेल 2012 को उन्होंने पाकिस्तान के क्रिकेटर शोएब मालिक से शादी कर ली | उनकी शादी हैदराबाद के ही ताज कृष्णा होटल में मुस्लिम रीति रिवाजो के अनुसार हुई | भारत में इस शादी को लेकर जाने क्यों लेकिन लोगो ने बहुत कड़ी प्रक्रियाएं दी | लोगो को पाकिस्तान से नफरत है और इसी वजह से कुछ बेवकूफ लोगो ने तो उन्हें पाकिस्तान की बहू बताया और यंहा तक कह दिया कि उन्हें भारत की ओर नहीं खेलने दिया जाना चाहिए | लेकिन सानिया ने इस तरह की किसी भी तरह की प्रतिक्रिया की परवाह न करते हुए अपने खेल पर ध्यान दिया और वो भारत की तरफ से खेलती रही | सानिया को 2014 में तेलंगाना का ब्रांड अम्बेसडर बनाया गया है जो कि नवनिर्मित राज्य है | जिस पर भी भी विवाद हुआ था | तेलंगाना विधानसभा मे भाजपा नेता के॰ लक्ष्मण ने उन्हे ‘पाकिस्तान की बहू’ कहा जो कि मेरे ख़याल से बेहद अशोभनीय टिप्पणी है |
फिर इन सब से तंग आकर सानिया ने खुद फेसबुक पर सफाई दी और कहा मैं इस सब और आहत हूँ और नहीं जानती कि “ किसी और देश में भी ऐसा होता है या नहीं “ लेकिन मैंरे इतने साल देश के लिए खेलने और मैडल जीतने के बाद भी मुझे हमेशा खुद को भारतीय होने के लिए सफाई देनी पड़ती है |
सानिया को बहुत सी छोटे मोटे अवार्ड मिले है और सम्मानित किया गया है जिसमे से मुख्य है
2004 में उन्हें खेल में बेहतरीन योगदान के लिए अर्जुन पुरस्कार से सम्मानित किया गया |
2005 में उन्हें WTA New Comer Of The Yea का अवार्ड मिला |
2006 में खेल में उत्कृष्ट प्रदर्शन के लिए उन्हें पद्म श्री दिया गया |
खेल में सबसे बड़ा पुरस्कार राजीव गाँधी खेल रत्न भी उन्हें वर्ष 2015 में दिया गया |
सानिया अपने शुरूआती दौर से लेकर डबल्स की नंबर एक खिलाडी बनने के सफ़र पर अपनी आत्मकथा लिख रही है जिसका नाम है “एस अगेंस्ट ओड्स “ और यह जल्द ही बाजार में आने वाली है यह किताब उनके पिता और सानिया ने लिखी है | उनके इस किताब में उनके जीवन से जुडी कुछ ऐसी बातें भी देखने को मिलेगी जिसके बारे में हम नहीं जानते है |
भारतीय टेनिस सनसनी सानिया मिर्जा ने अपनी शादी से जुड़ा एक खुलासा किया है। उन्होंने लिखा कि उन्हें मीडिया के कुछ दीवानों से काफी मुसीबतों का सामना करना पड़ा था। यह बात उन्होंने पाकिस्तानी क्रिकेटर शोएब मलिक से छह साल पहले हुई शादी के बारे में बताई है।
एक अंग्रेजी अखबार में उनकी जीवनी ‘एस एगेंस्ट ऑड्स’ का हवाला देकर यह खबर बताई है कि मीडिया के हुजूम से परेशान उन्हें होटल में बैकडोर एंट्री करनी पड़ी थी। खास बात यह है कि उन्हें लक्जरी होटल के किचन से एंट्री कराई गई थी।
छह ग्रैंड स्लैम जीतने वाली सानिया ने बताया कि पूरी तरह तैयार पत्रकारों की सेना ने कई वैन आदि से उनके घर से लेकर उस होटल तक उनका पीछा किया जहां उनका निकाह होना था। इस होटल सैकड़ों मेहमान पहले से आए हुए थे।
किसी अप्रिय घटना से बचने के लिए सुरक्षा कर्मियों ने मुझे होटल के पीछे के दरवाजे से भीतर ले जाने में ही भलाई समझी। सानिया का कहना है कि किसी शादी में यह अपनी तरह का पहला मामला रहा होगा।
सानिया ने लिखा है कि जब वह होटल के भीतर आ गईं तब सब आराम से हो गया। किसी प्रकार की दिक्कत का सामना नहीं करना पड़ा। सानिया कहती हैं कि यह सब एक परीक्षा के समान था जिसका अंत सुखद रहाl
इसमें सानिया ने अपने बचपन से लेकर टेनिस में वर्ल्ड नंबर वन खिलाड़ी बनने के सफर के बारे में लिखा है। इस किताब में सह-लेखक सानिया मिर्जा के पिता इमरान मिर्जा हैं।
टेनिस स्टार सानिया मिर्जा हैदराबाद की हैं या बाहरी?
भाजपा विधायक के लक्ष्मण ने सानिया मिर्जा को पाकिस्तान की बहू कहा, जिसके बाद ये सवाल पूछा जाने लगा।
उन्होंने कहा कि सानिया मिर्जा पाकिस्तान की बहू हैं। तेलंगाना के गठन के लिए हुए आंदोलनों में उन्होंने कभी हिस्सा नहीं लिया। फिर उन्हें राज्य का ब्रांड अम्बेसडर बनाने का क्या औचित्य है?
तेलंगाना सरकार ने सानिया को राज्य का ब्रांड अम्बेसडर नियुक्त किया था।
स्थानीय भाजपा विधायक लक्ष्मण फैसले से इतने नाराज दिखे कि उन्होंने ये तक कह डाला कि सानिया हैदराबाद की है नहीं, वह महाराष्ट्र में पैदा हुई और वहां आकर बस गई।
हालांकि उनकी पार्टी ने ही बयान से पल्ला झाड़ लिया। कई राजनीतिक दलों ने लक्ष्मण के बयान की आलोचना की।
लक्ष्मण के बयान से सानिया भी आहत हो गईं।
उन्होंने ट्विटर पर कहा कि वे भारत की बेटी हैं और मरते दम तक भारतीय रहेंगी। ट्विटर पर सानिया ने अपने जन्म की कहानी भी बताई।
सानिया ने कहा कि उनका परिवार एक सदी से भी ज्यादा समय से हैदराबाद में रह रहा है और उन्हें बाहरी करार देना निंदनीय है। हैदराबाद शहर से सानिया का रिश्ता कितना पुराना है, उन्होंने इसका पूरा ब्योरा दिया।
सानिया ने कहा, मेरे पूर्वज एक सदी से भी ज्यादा समय से हैदराबाद में रहते आए हैं। मेरे दादा मोहम्मद जफर मिर्जा ने 1948 में निजाम के रेलवे में इंजीनियर के रूप में अपने करियर की शुरुआत की और उनका इंतकाल भी यहां अपने पुश्तैनी मकान में हुआ।’
सानिया ने बताया, ‘मेरे परदादा मोहम्मद अहमद मिर्जा भी हैदराबाद में ही जन्मे और पले-बढ़े। वह वाटर वर्क्स, हैदराबाद के मुख्य इंजीनियर थे और उन्होंने मशहूर गांधीपेठ बांध बनाया था। मेरे परदादा के पिता अजीज मिर्जा हैदराबाद के निजाम के तहत गृह सचिव थे और 1908 में मूसी नदी में आई बाढ़ के दौरान राहत कार्य में काफी काम किया। उम्मीद है कि इससे सारे शक-ओ-शुबहे दूर हो गए होंगे।’
अपने जन्म के बारे में सानिया ने बताया, ‘मेरा जन्म मुंबई में हुआ क्योंकि मेरी मां को विशेष अस्पताल की जरूरत थी चूंकि मेरे जन्म के समय वह काफी बीमार थीं। मैं जब तीन हफ्ते की थी, तब हैदराबाद आई। शोएब मलिक से शादी के बावजूद मैं भारत की नागरिक हूं।’
-अनिल अनूप

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