कर्नाटक चुनाव घोषणा

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सारे घोषणा पत्र,झूठे पत्र है,इनको तुम जला देना
ये केवल झूठे वादे है,इनको रद्दी तुम समझ लेना

सत्ता के मिलने पर,ये घोषणा पत्र नहीं मिल पायेगे
ढूंढोगे इनको तुम पर कही तुम्हे ये नही मिल पायेगे  

ये केवल कोरे कागज़ है,सत्ता के बाद स्याही मिट जाती है
अगले चुनाव में ये स्याही, फिर से उभर कर पास आती है

करोगे इन पर विश्वास तुम,धोखा खुद ही खाओगे
अपने पैरो पर अपनी ही कुल्हाड़ी खुद ही चलाओगे

करती है पार्टी इनका प्रकाशन,घर घर इनको बटवायेगे
इसके द्वारा ही तुमको और जनता को उल्लू ये बनायेगे

करना नहीं विश्वास इनपर,चनाव से पहले ये छपते है
बड़े बड़े फंक्शन के द्वारा,नेता इनका प्रदर्शन करते है

घोषणा पत्र नहीं छपेंगे तो,ये वोटरों कैसे समझा पायेंगे
इनके माध्यम से तो चुनाव आयोग को खर्चा बता पायेंगे

घोषणा पत्र एक धोखा पत्र है,इसके धोखे में न आना तुम
आडे वक्त आये,समस्या सुलझाये,वोट देना उसको तुम

आर के रस्तोगी

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आर के रस्तोगी
जन्म हिंडन नदी के किनारे बसे ग्राम सुराना जो कि गाज़ियाबाद जिले में है एक वैश्य परिवार में हुआ | इनकी शुरू की शिक्षा तीसरी कक्षा तक गोंव में हुई | बाद में डैकेती पड़ने के कारण इनका सारा परिवार मेरठ में आ गया वही पर इनकी शिक्षा पूरी हुई |प्रारम्भ से ही श्री रस्तोगी जी पढने लिखने में काफी होशियार ओर होनहार छात्र रहे और काव्य रचना करते रहे |आप डबल पोस्ट ग्रेजुएट (अर्थशास्त्र व कामर्स) में है तथा सी ए आई आई बी भी है जो बैंकिंग क्षेत्र में सबसे उच्चतम डिग्री है | हिंदी में विशेष रूचि रखते है ओर पिछले तीस वर्षो से लिख रहे है | ये व्यंगात्मक शैली में देश की परीस्थितियो पर कभी भी लिखने से नहीं चूकते | ये लन्दन भी रहे और वहाँ पर भी बैंको से सम्बंधित लेख लिखते रहे थे| आप भारतीय स्टेट बैंक से मुख्य प्रबन्धक पद से रिटायर हुए है | बैंक में भी हाउस मैगजीन के सम्पादक रहे और बैंक की बुक ऑफ़ इंस्ट्रक्शन का हिंदी में अनुवाद किया जो एक कठिन कार्य था| संपर्क : 9971006425

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