आर के रस्तोगी

लता ओट में छिप गये,कान्हा नन्द किशोर |
रही ढूँढती गोपिया,कहाँ गये चित चोर ||
कहाँ गये चित चोर,उनका मन ना लागे |
बंशी धुन को सुनने,इधर उधर सब भागे ||
कह रस्तोगी कविराय,कैसे लगे कान्हा का पता |
नृत्य गोपिया सब करे,झूमेगी जब सब लता ||
आर के रस्तोगी
गुरुग्राम मो 9971006425