समाज मनुष्यों के दो भेद आर्य और दस्यु December 23, 2017 by मनमोहन आर्य | Leave a Comment –मनमोहन कुमार आर्य दो पैर वाले शरीरधारी प्राणी को मनुष्य कहते हैं। ज्ञान व कर्म की दृष्टि से इसके मुख्य दो भेद हैं। ज्ञानी व सदाचार मनुष्य को आर्य तथा ज्ञान व अज्ञान से युक्त आचारहीन मनुष्य को दस्यु कहते हैं। महषि दयानन्द जी ने ‘स्वमन्तव्यामन्तव्यप्रकाश’ में आर्य और दस्यु का भेद बताते हुए कहा […] Read more » Aryans Aryans and bandits bandits Featured आर्य आर्य और दस्यु दस्यु
धर्म-अध्यात्म सभी हिन्दुओं और अन्य मतावलम्बियों के पूर्वज वैदिक धर्मी आर्य थे August 8, 2017 by मनमोहन आर्य | 1 Comment on सभी हिन्दुओं और अन्य मतावलम्बियों के पूर्वज वैदिक धर्मी आर्य थे मनमोहन कुमार आर्य संसार का सबसे पुराना धर्म व संस्कृति कौन सी है? संसार में हिन्दू, पारसी, बौद्ध, जैन, ईसाई व मुस्लिम आदि मत व संस्कृतियां विद्यमान हैं परन्तु इनकी उत्पत्ति आज से अधिकतम तीन या चार हजार वर्ष पूर्व ही हुई है। ब्रह्माण्ड के इस पृथिवी गृह पर मानव सृष्टि की समय अब से […] Read more » आर्य वैदिक धर्मी आर्य
विविधा ‘सृष्टि और आध्यात्मिक विज्ञान का मूल-आधार: वेद’ July 4, 2014 by मनमोहन आर्य | 1 Comment on ‘सृष्टि और आध्यात्मिक विज्ञान का मूल-आधार: वेद’ -मनमोहन कुमार आर्य- इससे पूर्व कि सृष्टि और आध्यात्मिक विज्ञान की चर्चा की जाये, संक्षेप में यह जानना आवष्यक है कि वेद क्या हैं? वेद एक शब्द है जिसका अर्थ जानना व ज्ञान होता है। संसार में वेद नाम की अन्य कोई पुस्तक नहीं है जिसका कि कोई इतिहास न हो अर्थात् वेद-नामेतर सभी पुस्तकों […] Read more » आध्यात्मिक विज्ञान आर्य वेद सृष्टि
कला-संस्कृति यदि आर्य समाज स्थापित न होता तो क्या होता? May 13, 2014 by मनमोहन आर्य | 1 Comment on यदि आर्य समाज स्थापित न होता तो क्या होता? -मनमोहन कुमार आर्य- इस समय वेद व सृष्टि सम्वत् 1,96,08,53,115 आरम्भ हो रहा है। द्वापर युग की समाप्ति पर लगभग 5,000 वर्ष पूर्व महाभारत का प्रसिद्ध युद्ध हुआ था। इस प्रकार लगभग 1,96,08,48,00 वर्ष पूर्व महाभारत युद्ध तक सारे भूमण्डल पर एक ही वैदिक धर्म व संस्कृति विद्यमान थी। महाभारत युद्ध से धर्म व संस्कृति […] Read more » आर्य आर्य समाज आर्य समाज का महत्व
कला-संस्कृति ‘आर्य, आर्य समाज और आर्य महासम्मेलन’ January 12, 2014 / January 12, 2014 by प्रवक्ता.कॉम ब्यूरो | Leave a Comment -मनमोहन कुमार आर्य- ‘आर्य’ शब्द मनुष्य निर्मित शब्द न होकर परमात्मा की देन है जो उसने वेद के माध्यम से सृष्टि के आरम्भ में ही हमें दिया गया था। वेद वह ईश्वरीय ज्ञान है जो ईश्वर ने सृष्टि की आदि में चार ऋषि अग्नि, वायु, आदित्य तथा अंगिरा के हृदय में प्रेरणा द्वारा स्थापित […] Read more » Arya आर्य आर्य समाज और आर्य महासम्मेलन’
महत्वपूर्ण लेख साक्षात्कार ‘आर्य भारत के ही मूल निवासी थे’ June 12, 2012 / June 14, 2012 by प्रवक्ता.कॉम ब्यूरो | 9 Comments on ‘आर्य भारत के ही मूल निवासी थे’ – डॉ. रामविलास शर्मा, प्रख्यात मार्क्सवादी समालोचक राष्ट्रवादी साप्ताहिक पत्र ‘पाञ्चजन्य (13 फरवरी 2000)’ ने एक लम्बे साक्षात्कार में डॉ. रामविलास शर्मा से साहित्य, संस्कृति, धर्म, दर्शन के साथ भारतीयता पर चर्चा की थी। हम इस महत्वपूर्ण साक्षात्कार को संदर्भ के लिए यहां प्रकाशित कर रहे हैं : >>स्वदेशी की उपेक्षा से जो खतरा है, […] Read more » आर्य पांचजन्य रामविलास शर्मा