समाज मृत्यु को महोत्सव बनाने का विलक्षण उपक्रम है संथारा September 4, 2018 by ललित गर्ग | Leave a Comment – ललित गर्ग जैन धर्म में संथारा अर्थात संलेखना- ’संन्यास मरण’ या ’वीर मरण’ कहलाता है। यह आत्महत्या नहीं है और यह किसी प्रकार का अपराध भी नहीं है बल्कि यह आत्मशुद्धि का एक धार्मिक कृत्य एवं आत्म समाधि की मिसाल है और मृत्यु को महोत्सव बनाने का अद्भुत एवं विलक्षण उपक्रम है। तेरापंथ धर्मसंघ […] Read more » Featured जैन धर्म तपस्या त्याग धर्मगुरुओं मृत्यु को महोत्सव बनाने का विलक्षण उपक्रम है संथारा राजनेताओं श्रीमती इंदिरा गांधी समाजसेवियों एवं रचनाकारों संस्कृति-उद्धार साहित्य-सृजन साहित्यकारों
राजनीति भूख का इतिहास – भूगोल … !! April 9, 2018 by तारकेश कुमार ओझा | Leave a Comment तारकेश कुमार ओझा क्या पता जब न्यूज चैनल नहीं थे तब हमारे सेलिब्रिटीज जेल जाते थे या नहीं… लेकिन हाल – फिलहाल उनसे जुड़ी तमाम अपडेट सूचनाएं लगातार मिलती रहती है। जब भी कोई सेलेब्रिटीज जेल जाता है तो मेरी निगाह उस पहले समाचार पर टिक जाती है जिसमें बताया जाता है कि फलां अब […] Read more » Featured अन्ना हजारे तामिलनाडू भूख हड़ताल भ्रष्टाचार राजनेताओं सेलिब्रिटीज
व्यंग्य फेमस होने के लिए लोग क्या – क्या नहीं करते ? November 6, 2011 / December 5, 2011 by राजीव गुप्ता | 1 Comment on फेमस होने के लिए लोग क्या – क्या नहीं करते ? राजीव गुप्ता फेमस होने के लिए लोग क्या – क्या नहीं करते ? तथाकथित राजनेताओं पर वोट बटोरने का ऐसा बुखार चढ़ जाता है कि उन्हें सारी हदें पार करने से भी कोई गुरेज नहीं होता ! परिणामतः वो हल्की राजनीति करने पर उतर आते है ! जान बूझकर कश्मीर जैसे अत्यंत संवेदनशील मुद्दों पर […] Read more » being famous पाकिस्तान फेमस राजनेताओं संवेदनशील मुद्दों
राजनीति संयम बरतना बहुत ही आवश्यक है राजनेताओं के लिए December 16, 2010 / December 18, 2011 by लिमटी खरे | Leave a Comment लिमटी खरे मंच से उद्बोधन के दरम्यान तालियों की गड़गड़ाहट के लिए लालायित राजनेताओं द्वारा अक्सर ही संयमित भाषा का प्रयोग करने से गुरेज ही किया जाता है। मामला चाहे उत्तर भारतियों का हो या महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना प्रमुख राज ठाकरे या बाला साहेब ठाकरे का। हर मामले में ही नेताओं ने जात पात और […] Read more » politicians राजनेताओं