व्यंग्य साहित्य वाद, विवाद और विकासवाद February 10, 2017 by विजय कुमार | Leave a Comment सिरदर्द के अनेक कारण होते हैं। कुछ आतंरिक होते हैं, तो कुछ बाहरी। पर मेरे सिरदर्द का एक कारण हमारे पड़ोस में रहने वाला एक चंचल और बुद्धिमान बालक चिंटू भी है। उसके मेरे घर आने का मतलब ही सिरदर्द है। कल शाम को मैं टी.वी. पर समाचार सुन रहा था कि वह आ धमका। […] Read more » Featured पूंजीवाद वाद विकासवाद विवाद विवाद और विकासवाद समाजवाद
जन-जागरण धर्म-अध्यात्म विज्ञान विविधा सही क्या? 84 लाख योनियां या डार्विन का विकासवाद November 27, 2015 / November 27, 2015 by राहुल खटे | Leave a Comment राहुल खटे आज के वैज्ञानिक युग में सभी डार्विन के विकासवाद से परिचित हैं| डार्विन ने अपने विकासवादी विचारधारा से यह सिद्ध करने की कोशिश की है कि विकास की बहुत बड़ी यात्रा को तय करके ही आज हम वैज्ञानिक या कंप्यूटर के युग में पहुँचे हैं| विकासवाद के सभी लक्षण आधुनिक मनुष्य में दिखाई […] Read more » 84 लाख योनियां Featured डार्विन का विकासवाद विकासवाद
विविधा दशावतार कथा और विकासवाद July 21, 2014 by अनिल गुप्ता | Leave a Comment -अनिल गुप्ता- हर देश की अपनी विशिष्टता होती है. भारत की विशिष्टता धर्म है. इसी कारण से हमारे प्राचीन ग्रंथों में प्रत्येक विषय धर्म के आवरण में ही लिखा गया है. हमारा प्राचीन इतिहास भी धार्मिक आख्यानों के रूप में ही उपलब्ध है.सामान्यतया हम अपने प्राचीन ग्रंथो को केवल धार्मिक ग्रन्थ मानकर उनमें छुपे महत्वपूर्ण […] Read more » दशावतार दशावतार कथा विकासवाद