धर्म-अध्यात्म वैदिक धर्म के अनुसार आचरण बनाकर जीवन को सफल बनायें March 22, 2021 / March 22, 2021 by मनमोहन आर्य | Leave a Comment -मनमोहन कुमार आर्यमहाभारत के बाद वैदिक धर्म का सत्यस्वरूप विलुप्त हो गया था और इसमें अनेक अन्धविश्वास, पाखण्ड एवं मिथ्या परम्परायें सम्मिलित हो गई थी जिससे आर्य जाति का नानाविध पतन व पराभव हुआ। ऋषि दयानन्द ने वेदों का पुनरुद्धार करने सहित वेद प्रचार करते हुए आर्यसमाज की स्थापना कर वैदिक धर्म को देश देशान्तर […] Read more » वैदिक धर्म
धर्म-अध्यात्म वैदिक धर्म दुःखों से रक्षार्थ सत्य को धारण करने की प्रेरणा करता है January 18, 2021 / January 18, 2021 by मनमोहन आर्य | Leave a Comment -मनमोहन कुमार आर्य मनुष्य का जो ज्ञान होता है वह सत्य व असत्य दो कोटि का होता है। मनुष्य के कर्म भी दो कोटि यथा सत्य व असत्य स्वरूप वाले हाते हैं। अनेक स्थितियों में मनुष्य को सत्य को अपनाने से क्षणिक व सामयिक हानि होती दीखती है और असत्य का आचरण करने से […] Read more » वैदिक धर्म
धर्म-अध्यात्म वैदिक धर्म की महत्वपूर्ण देन सृष्टि प्रवाह से अनादि का सिद्धान्त January 7, 2020 / January 7, 2020 by मनमोहन आर्य | Leave a Comment -मनमोहन कुमार आर्य हम इस पृथिवी पर रहते हैं। यह पृथिवी हमारे सौर मण्डल का एक ग्रह है। ऐसे अनन्त सौर्य मण्डल इस ब्रह्माण्ड में हैं। इस सृष्टि व ब्रह्माण्ड को किसने बनाया है? इसका समुचित उत्तर विश्व के वैज्ञानिकों के पास भी नहीं है। वेद और वैदिक धर्म के अनुयायी ऋषि-मुनि व वैदिक […] Read more » vaidik dharam वैदिक धर्म
धर्म-अध्यात्म वैदिक धर्म में ही ऋषियों सहित राम एवं कृष्ण जैसे महापुरुषों को उत्पन्न करने की क्षमता है January 7, 2020 / January 7, 2020 by मनमोहन आर्य | Leave a Comment -मनमोहन कुमार आर्य संसार में सबसे महान धर्म एवं संस्कृति कौन सी है? इसका हमें एक ही उत्तर मिलता है कि 1.96 अरब वर्ष पूर्व लोक लोकान्तर की रचना होने के बाद सृष्टि का आरम्भ हुआ था। तभी परमात्मा ने चार वेदों का आविर्भाव किया था। सृष्टि के आरम्भ में ईश्वर प्रदत्त ज्ञान वेद […] Read more » राम एवं कृष्ण जैसे महापुरुष वैदिक धर्म
धर्म-अध्यात्म वैदिक धर्म क्यों महान है? October 11, 2019 / October 11, 2019 by मनमोहन आर्य | Leave a Comment –मनमोहन कुमार आर्य, संसार में अनेक मत-मतान्तर प्रचलित हैं जो विगत पांच सौ से पांच हजार वर्षों में उत्पन्न हुए हैं। इन मतों ने अपने से पूर्व प्रचलित अवैदिक मतों वा वैदिक धर्म के प्रचलित कुछ सिद्धान्तों व मान्यताओं को भी अपनाया है। वैदिक धर्म संसार का सबसे प्राचीन मत है। सृष्टि के आरम्भ […] Read more » vaidik dharam vaidik dharam is great वैदिक धर्म
धर्म-अध्यात्म वैदिक धर्म का प्रचार और इसका भविष्य December 26, 2017 by मनमोहन आर्य | Leave a Comment मनमोहन कुमार आर्य वर्तमान स्थिति को देखकर मनुष्य भविष्य का कुछ कुछ अनुमान कर सकते हैं। यह अनुमान प्रायः एक सीमा तक तो सत्य सिद्ध होता ही है। कई बार अनुमान में कुछ त्रुटियां या कमियों के रह जाने पर यह गलत भी हो सकता है। आज संसार में धर्म एक ही है और अन्य […] Read more » वैदिक धर्म वैदिक धर्म का प्रचार वैदिक धर्म का भविष्य
धर्म-अध्यात्म राजधर्म वा सुशासन का आधार वेद व वैदिक धर्म October 4, 2017 by मनमोहन आर्य | Leave a Comment मनमोहन कुमार आर्य संसार में दो सौ से कुछ अधिक देश हैं। सबकी अपनी अपनी आन्तरिक एवं बाह्य नीतियां व सिद्धान्त हैं। इन्हें हम गृह व विदेश नीति भी कह सकते हैं। अन्य नियम भी होते हैं जिनसे देश मे राजव्यवस्था स्थापित रहती है। यह नियम दूसरे देशों का अध्ययन कर व कुछ विशेषज्ञ व्यक्तियों […] Read more » राजधर्म वैदिक धर्म सुशासन का आधार वेद
धर्म-अध्यात्म गीता सार और वैदिक धर्म May 24, 2016 by मनमोहन आर्य | Leave a Comment मनमोहन कुमार आर्य गीता का सार प्रस्तुत करते हुए एक बात यह भी कही जाती है कि गीता के अनुसार मनुष्यों को ‘सभी प्रकार की आसक्ति को छोड़कर और सफलता-असफलता को समान समझकर अपना कर्तव्य करना चाहिए। यही कर्मयोग है। अपने धर्म में भले ही कुछ कमियां हों, फिर भी वह दूसरों के धर्म से […] Read more » गीता सार वैदिक धर्म
विविधा वैदिक धर्म और आंग्ल नववर्ष २०१६ December 31, 2015 by मनमोहन आर्य | Leave a Comment वर्तमान समय में हमने व हमारे देश ने आंग्ल संवत्सर व वर्ष को अपनाया हुआ है। इस आंग्ल वर्ष का आरम्भ 2015 वर्ष पूर्व ईसा मसीह के जन्म वर्ष व उसके एक वर्ष बाद हुआ था। अनेक लोगों को कई बार इस विषय में भ्रान्ति हो जाती है कि यह आंग्ल संवत्सर ही सृष्टि में […] Read more » new year 2016 आंग्ल नववर्ष २०१६ वैदिक धर्म
धर्म-अध्यात्म ‘वैदिक धर्म बनाम् आधुनिक जीवन’ April 20, 2015 by मनमोहन आर्य | Leave a Comment –मनमोहन कुमार आर्य– वैदिक धर्म एक जीवन पद्धति है जो कि आघुनिक जीवन पद्धति से कुछ समानता रखने के साथ कुछ व कई बातों में इसके विपरीत भी है। अतः इन दोनों जीवन पद्धतियों में कौन सी पद्धति मनुष्यों के लिए श्रेयस्कर और श्रेष्ठ है और कौन सी नहीं है, इस पर विचार करना इस […] Read more » ‘वैदिक धर्म बनाम् आधुनिक जीवन’ Featured आधुनिक जीवन वैदिक धर्म
प्रवक्ता न्यूज़ वैदिक धर्म बनाम् मत-पन्थ-सम्प्रदाय March 19, 2015 by मनमोहन आर्य | Leave a Comment वेद और वेदों के अनुकुल वैदिक साहित्य सत्य ज्ञान एवं सभी विद्याओं से पूर्ण हैं। वेद मनुष्य कृत ग्रन्थ नहीं अपितु ईश्वर प्रदत्त सभी सत्य विद्याओं के ज्ञान से पूर्ण पुस्तकें हैं जिसका उदघोष महर्षि दयानन्द ने किया था और जिसका प्रमाण उन्होंने अपने सत्यार्थ प्रकाश और ऋग्वेदादिभाष्य भूमिका आदि ग्रन्थों में किया है। वेदों […] Read more » मत-पन्थ-सम्प्रदाय वैदिक धर्म
विविधा आर्य समाज सत्य-ज्ञान से पूर्ण एक वैश्विक धार्मिक संस्था March 18, 2015 by मनमोहन आर्य | Leave a Comment मनमोहन कुमार आर्य आर्य समाज ईश्वर प्रदत्त, संसार के सबसे प्राचीन, सत्य-ज्ञान व तर्क पर पूर्णतया आधारित वैदिक धर्म का विश्व में प्रचार-प्रसार करने वाली अपनी तरह की एकमात्र वैश्विक धार्मिक, सांस्कृतिक एवं सामाजिक संस्था है। अन्य देशी व विदेशी संस्थायें जो संसार में अपने-अपने धर्म व मतों का प्रचार करती हैं, वह अज्ञान व […] Read more » आर्य समाज आर्य समाज के स्थापना दिवस वैदिक धर्म वैश्विक धार्मिक संस्था सत्य-ज्ञान से पूर्ण एक वैश्विक धार्मिक संस्था