कविता ब्रज की सुधि हौं ना विसरावहुँ ! September 12, 2018 by गोपाल बघेल 'मधु' | 1 Comment on ब्रज की सुधि हौं ना विसरावहुँ ! (मधुगीति १८०८१४ अ) ब्रज की सुधि हौं ना विसरावहुँ, जावहुँ आवहुँ कान्हा भावहुँ; वाल सखा संग प्रीति लगावहुँ, साखन सुरति करहुँ विचलावहुँ ! सावन मन भावन जब आवतु, पावन जल जब वो वरसावत; वँशी की धुनि हौं तव सुनवत, हिय हुलसत जिय धीर न पावत ! झोटा लेवत सखि जब गावत, ब्रह्मानन्द उमगि उर आवत; शीरी वायु गगन ते धावत, ध्यानावस्थित मोहि करि जावत ! श्याम- शाम शीतल सुर करवत, गान बहाय श्याम पहुँचावत; तानन तिरिया पियहिं बुलावत, मात पिता ग्रह अमृत घोलत ! पूछत कुशल भाव बहु भीने, चीन्हे अनचीन्हे सुर दीन्हे; ‘मधु’ माखन गोकुल कौ खावहुँ, मधुवन में मुरली सुनि जावहुँ ! रचयिता: गोपाल बघेल ‘मधु’ Read more » ब्रज ब्रह्मानन्द वँशी श्याम
धर्म-अध्यात्म समाज कृष्ण जन्माष्टमी की देश में मची धूम September 3, 2018 by डा. राधेश्याम द्विवेदी | Leave a Comment डा- राधेश्याम द्विवेदी श्रीकृष्ण भक्ति में रासलीला एक लोकप्रिय साधन डा. राधेश्याम द्विवेदी श्रीकृष्ण भारत की पुण्य भूमि में अवतरित हुये थे। वे भगवान विष्णु के 8वें अवतार और हिन्दू धर्म के ईष्ट ईश्वर हैं। कन्हैया, श्याम, केशव, द्वारकेश या द्वारकाधीश, वासुदेव आदि नामों से भी उनको जाना जाता हैं। वह निष्काम कर्मयोगी, एक आदर्श […] Read more » Featured कन्हैया करुणा केशव गोपियों जन्माष्टमी ज्ञान त्याग द्वारकेश या द्वारकाधीश धर्म निम्बार्क प्रेम बल्लभ मटकी फोड़ना माखन चुराना राधाबल्लभ वासुदेव श्याम श्रीकृष्ण साहस हरिदासी