धर्म-अध्यात्म “अविद्या से रहित तथा विद्यायुक्त एकमात्र ग्रन्थ सत्यार्थप्रकाश” October 27, 2018 / October 27, 2018 by मनमोहन आर्य | Leave a Comment मनमोहन कुमार आर्य, महाभारत काल के बाद से पूरे विश्व के अध्यात्म एवं सामाजिक जगत में घोर अविद्या फैली हुई है। मनुष्य को अपनी आत्मा सहित ईश्वर के सत्यस्वरूप का ज्ञान नहीं है। उसे अपने परिवार व समाज के प्रति भी अपने कर्तव्यों का ज्ञान नहीं है और न उसे यह पता है किससे क्या […] Read more » ईश्वर ईश्वर का स्वरूप ईश्वर के कार्य ईश्वर के गुण ईश्वरीय ज्ञान उपनिषद कर्म और स्वभाव दर्शन मनुस्मृति वेद
धर्म-अध्यात्म अविद्या व रूढ़ियों से ग्रस्त पठित समाज भी ईश्वरीय ज्ञान वेद एवं वेदोक्त-सत्य-धर्म की उपेक्षा करता है March 11, 2018 by मनमोहन आर्य | Leave a Comment मनमोहन कुमार आर्य आज का समाज आधुनिक समाज कहा जाता है। आधुनिकता पुरातन का विलोम शब्द है। वर्तमान युग में विज्ञान ने उल्लेखनीय प्रगति की है। विज्ञान की इस प्रगति ने मनुष्य के जीवन को सुखी बनाने के अनेक साधन प्रदान किये हैं। इससे समाज के अधिकांश लोगों को लाभ हुआ है। समाज का […] Read more » ईश्वरीय ज्ञान
प्रवक्ता न्यूज़ ईश्वरीय ज्ञान वेदों के 6 अंग शिक्षा, कल्प, व्याकरण, निरुक्त, छन्द और ज्योतिष हैं: June 5, 2017 by मनमोहन आर्य | Leave a Comment ईश्वरीय ज्ञान वेदों के 6 अंग शिक्षा, कल्प, व्याकरण, निरुक्त, छन्द और ज्योतिष हैं: डा. ज्वलन्त कुमार शास्त्री -मनमोहन कुमार आर्य श्रीमद् दयानन्द आर्ष ज्योतिर्मठ गुरुकुल, पौंधा, देहरादून उत्तराखण्ड राज्य का वैदिक विद्या के अध्ययन का एक प्रमुख केन्द्र है। सन् 2000 में स्थापित यह गुरुकुल अपने जीवन के 17 वर्ष पूरे कर 18वें वर्ष […] Read more » ईश्वरीय ज्ञान कल्प छन्द ज्योतिष निरुक्त वेदों के 6 अंग व्याकरण शिक्षा
धर्म-अध्यात्म ईश्वरीय ज्ञान वेद के पुनरूद्धारक, रक्षक व प्रचारक महर्षि दयानन्द April 3, 2015 / April 4, 2015 by मनमोहन आर्य | Leave a Comment भारत का इतिहास संसार में सबसे प्राचीन है। भारत के पास महाभारत नामक इतिहास ग्रन्थ है। इस ग्रन्थ में वर्णित महाभारत युद्ध की काल गणना करने पर यह पांच सहस्र वर्षों से कुछ अधिक पूर्व हुआ सिद्ध होता है। महाभारत से पुराना ग्रन्थ वाल्मिीकि रामायण व इसमें वर्णित इतिहास है जिसकी गणना लाखों व […] Read more » Featured ईश्वरीय ज्ञान महर्षि दयानन्द वेद