धर्म-अध्यात्म वैदिक धर्म और आर्यसमाज को समर्पित आचार्य चन्द्रशेखर शास्त्री’ May 22, 2018 by मनमोहन आर्य | Leave a Comment मनमोहन कुमार आर्य आचार्य चन्द्रशेखर शास्त्री जी के व्यक्तित्व व कृतित्व से समूचा आर्यजगत एवं विद्वतजन परिचित हैं।आप बहुप्रतिभाशाली व्यक्तित्व के धनी वैदिक विद्वान हैं। बचपन में ही आपने पाणिनी अष्टाध्यायी व धातुपाठ पुस्तकों को कण्ठ कर लिया था। आपकी शिक्षा दीक्षा वैदिक गरुकुल, आमसेना (उड़ीसा) में हुई है। आपने एम.ए. संस्कृत की परीक्षा र्वाधिक […] Read more » Featured अमेरिका आचार्य चन्द्रशेखर शास्त्री ईश्वर ऋषि दयानन्द और आर्यसमाज कनाडा नेपाल मॉरीशस यूरोप वेद
धर्म-अध्यात्म “ईश्वर, वेद, आर्यसमाज और ऋषि भक्त पं. सत्यपाल पथिक – एक समर्पित प्रेरणादायक जीवन एवं उनके कुछ कार्य” May 21, 2018 by मनमोहन आर्य | Leave a Comment मनमोहन कुमार आर्य, पं. सत्यपाल पथिक जी आर्यजगत की दिव्य एवं महान विभूति हैं। आपने सारा जीवन आर्यसमाज की सेवा में लगाया है। आपने ईश्वर, वेद, ऋषि दयानन्द, आर्यसमाज और आर्य महापुरुषों के जीवन पर सहस्रों प्रभावशाली गीतों वा भजनों की रचना की है। आपके गीत व भजन न केवल आर्यसमाज के भजनोपदेशक […] Read more » Featured आर्य धर्मार्थ न्यास आर्यसमाज ईश्वर ऋषि दयानन्द पं. सत्यपाल पथिक वेद हिण्डोन सिटी
धर्म-अध्यात्म “नास्तिक, ईश्वर के सत्यस्वरूप से अनभिज्ञ, मिथ्या कर्मकाण्ड व उपासना करने वाले मनुष्यों का परलोक वा भविष्य असुखद” May 19, 2018 / May 19, 2018 by मनमोहन आर्य | 1 Comment on “नास्तिक, ईश्वर के सत्यस्वरूप से अनभिज्ञ, मिथ्या कर्मकाण्ड व उपासना करने वाले मनुष्यों का परलोक वा भविष्य असुखद” मनमोहन कुमार आर्य, हम आंखों से जितना व जैसा संसार देखते हैं वह सब और जो नहीं देख पाते वह सब भी सच्चिदानन्द, सर्वज्ञ, सर्वव्यापक और सर्वशक्तिमान परमेश्वर की रचना है। उसी परमात्मा ने सृष्टि के आरम्भ में चार ऋषियों को उत्पन्न कर उनके द्वारा ईश्वर, जीवात्मा और सृष्टि का यथार्थ व सत्य ज्ञान […] Read more » Featured अत्यन्त सूक्ष्म अनादि अनुत्पन्न अल्प शक्ति वाला अल्पज्ञ अविनाशी ईश्वर ऋषि दयानन्द एकदेशी
धर्म-अध्यात्म “वेदों का आविर्भाव कब, कैसे व क्यों हुआ?” May 8, 2018 by मनमोहन आर्य | Leave a Comment “वेदों का आविर्भाव कब, कैसे व क्यों हुआ?” -मनमोहन कुमार आर्य, देहरादून। संसार में जितने भी पदार्थ है उनकी उत्पत्ति होती है और उत्पत्ति में कुछ मूल कारण व पदार्थ होते हैं जो अनुत्पन्न वा नित्य होते हैं। इन मूल पदार्थों की उत्पत्ति नहीं होती, वह सदा से विद्यमान रहते हैं। उदाहरण के लिए […] Read more » Featured अथर्ववेद ईश्वर ऋग्वेद ऋषि दयानन्द बुद्धि मन यजुर्वेद वेदों सामवेद
धर्म-अध्यात्म ‘वेदों का प्रवेश-द्वार ऋषिदयानन्दकृत ग्रन्थ सत्यार्थप्रकाश April 30, 2018 by मनमोहन आर्य | Leave a Comment ‘वेदों का प्रवेश–द्वार ऋषिदयानन्दकृत ग्रन्थ सत्यार्थप्रकाश’ –मनमोहन कुमार आर्य, देहरादून। सत्यार्थप्रकाश धार्मिक वं सामाजिक शिक्षाओं का एक विश्व विख्यात ग्रन्थ है। यह ऐसा ग्रन्थ है कि जिसमें ऋषि दयानन्द के जीवन में देश व विश्व में प्रचलित सभी मत-मतान्तरों की अवैदिक, असत्य व अज्ञानयुक्त मान्यताओं पर प्रकाश डाला गया है। इस ग्रन्थ ने भारत […] Read more » Featured ईश्वर जयकृष्ण दास परमात्मा मनुष्य वेदों शान्ति सत्यार्थप्रकाश समाज सुख स्वामी दयानन्द
धर्म-अध्यात्म सत्संग क्या और इससे लाभ April 27, 2018 by मनमोहन आर्य | 1 Comment on सत्संग क्या और इससे लाभ मनमोहन कुमार आर्य सत्संग एक प्रचलित शब्द है जिसका प्रायः सभी लोग बातचीत व परस्पर व्यवहार में प्रयोग करते है। आजकल किसी धार्मिक कथा आदि में जाने को ही सत्संग मान लिया जाता है। सत्संग का वास्तविक अर्थ क्या है, इस पर कम लोग ही ध्यान देते हैं। सत्संग दो शब्दों सत् और संग से […] Read more » Featured अग्निहोत्र अज्ञान अन्याय आत्मा ईश्वर ऋषिकृत ग्रन्थों क्रोध दुराचार देवयज्ञ मनुष्य लोभ सत्संग
धर्म-अध्यात्म संसार में अनादि पदार्थ कितने व कौन कौन से हैं? April 24, 2018 by मनमोहन आर्य | Leave a Comment मनमोहन कुमार आर्य हम जब आंखे बन्द करते हैं तो हमें कुछ दिखाई नहीं देता और जब आंखों को खोलते हैं तो हमें यह संसार दिखाई देता है। इस संसार में सूर्य, चन्द्र, पृथिवी, नक्षत्र, लोक लोकान्तर आदि अनेक ग्रह व उपग्रह हैं। इनकी संख्या के बारे में विज्ञान के स्तर से भी माना व […] Read more » Featured अनादि अविनाशी ईश्वर चन्द्र चेतन नक्षत्र नित्य पृथिवी लोक सूर्य
धर्म-अध्यात्म गायत्री महामंत्र का महत्व April 23, 2018 by मनमोहन आर्य | Leave a Comment मनमोहन कुमार आर्य वेदों में गायत्री मंत्र के नाम से एक मंत्र आता है जो निम्न है। इसे गायत्री मंत्र इस लिये कहते हैं कि इसे गाया जाता है और यह मंत्र गायत्री छन्द निबद्ध है। इसे गुरू मंत्र भी कहते हैं। इस कारण कि गुरुकुल में प्रवेश करते समय आचार्य अपने ब्रह्मचारी को प्रथम […] Read more » Featured आत्मा ईश्वर ऋषि दयानन्द मनुष्य
धर्म-अध्यात्म “सच्ची आध्यात्मिकता के उन्नायक व पुरस्कर्ता ऋषि दयानन्द” April 21, 2018 by मनमोहन आर्य | Leave a Comment “सच्ची आध्यात्मिकता के उन्नायक व पुरस्कर्ता ऋषि दयानन्द” –मनमोहन कुमार आर्य, ऋषि दयानन्द (1825-1883) को सारा संसार जानता है। सभी मत-मतान्तरों के आचार्य भी उन्हें व उनके बनाये सत्यार्थप्रकाश ग्रन्थ को जानते हैं। उन्होंने धार्मिक जगत में ऐसी क्रान्ति की जिसने सभी मत-मतान्तरों की अविद्या की पोल खोल दी। उनके आने से पूर्व सभी मत-मतान्तरों […] Read more » Featured आध्यात्मिक ईश्वर ऋग्वेदादिभाष्य ऋषि दयानन्द प्रवचन वैदिक विद्वान
धर्म-अध्यात्म ‘संसार में अनादि पदार्थ कितने व कौन कौन से हैं?’ April 20, 2018 by मनमोहन आर्य | Leave a Comment ‘संसार में अनादि पदार्थ कितने व कौन कौन से हैं?’ -मनमोहन कुमार आर्य, हम जब आंखे बन्द करते हैं तो हमें कुछ दिखाई नहीं देता और जब आंखों को खोलते हैं तो हमें यह संसार दिखाई देता है। इस संसार में सूर्य, चन्द्र, पृथिवी, नक्षत्र, लोक लोकान्तर आदि अनेक ग्रह व उपग्रह हैं। इनकी संख्या […] Read more » Featured ईश्वर चन्द्र जीवात्माओं नक्षत्र पृथिवी ब्रह्माण्ड सूर्य सृष्टिकर्ता
धर्म-अध्यात्म संसार में अनादि पदार्थ कितने व कौन कौन से हैं?” April 19, 2018 by मनमोहन आर्य | Leave a Comment “संसार में अनादि पदार्थ कितने व कौन कौन से हैं?” –मनमोहन कुमार आर्य हम जब आंखे बन्द करते हैं तो हमें कुछ दिखाई नहीं देता और जब आंखों को खोलते हैं तो हमें यह संसार दिखाई देता है। इस संसार में सूर्य, चन्द्र, पृथिवी, नक्षत्र, लोक लोकान्तर आदि अनेक ग्रह व उपग्रह हैं। इनकी संख्या […] Read more » Featured ईश्वर ब्रह्माण्ड मनुष्य योनि सृष्टि
धर्म-अध्यात्म वेद और सत्यार्थप्रकाश के स्वाध्याय को जीवन का अंग बनायें April 13, 2018 by मनमोहन आर्य | Leave a Comment मनमोहन कुमार आर्य मनुष्य का जीवात्मा अल्पज्ञ होता है। अल्पज्ञ होने के कारण इसे ज्ञान अर्जित करना होता है। ज्ञान माता-पिता व आचार्यों सहित पुस्तकों वा ग्रन्थों से प्राप्त होता है। माता-पिता का ज्ञान तो सीमित होता है अतः उनसे जितना सम्भव हो वह ज्ञान तो लेना ही चाहिये। इसके अतिरिक्त विद्यालय जाकर आचार्यों से […] Read more » Featured ईश्वर उपनिषद उपासना चरक ज्योतिष धर्म व अधर्म बन्धन व मोक्ष मनुस्मृति विद्या व अविद्या सत्य ज्ञान सुश्रुत सृष्टि