धर्म-अध्यात्म युवा अपने परिवारों में यदि वृद्धों के साथ संगतिकरण करेंगे तो वृद्धो को सुख मिलेगा : आचार्य उमेशचन्द्र कुलश्रेष्ठ” October 5, 2018 / October 5, 2018 by मनमोहन आर्य | Leave a Comment मनमोहन कुमार आर्य, वैदिक साधन आश्रम, तपोवन-देहरादून में चल रहे शरदुत्सव के दूसरे दिन आज 4 अक्टूबर, 2018 को प्रातः 6.30 बजे से यजुर्वेद पारायण किया गया। स्वामी चित्तेश्वरानन्द सरस्वती जी के ब्रह्मत्व में यज्ञ हुआ। मंत्रों का उच्चारण गुरुकुल पौंधा के दो ब्रह्मचारियों श्री ओम्प्रकाश जी और श्री विनीत कुमार जी ने किया। यज्ञ […] Read more » अग्नि अन्न कपूर चन्द्र जल दीपक पृथिवी यजमान यज्ञ के ब्रह्मा यज्ञकुण्ड वायु समिधा सूर्य
धर्म-अध्यात्म “प्रातः सायं ईश्वर की उपासना मनुष्य का अनिवार्य धर्म है” August 28, 2018 / August 28, 2018 by मनमोहन आर्य | Leave a Comment मनमोहन कुमार आर्य, मनुष्य मननशील प्राणी को कहते हैं। हम मननशील हैं, अतः हमारा प्रमुख कार्य मनन पूर्वक सभी कार्यों को करना है। मनुष्य संसार में आता है तो वह वह संसार को देख कर जिज्ञासा करता है कि यह संसार किसने बनाया है? सूर्य, चन्द्र, पृथिवी, ग्रह-उपग्रह तथा लोक लोकान्तर किसने बनाये हैं? पृथिवी […] Read more » Featured अथर्ववेद ज्योति ऋग्वेद ज्योति ग्रह-उपग्रह चन्द्र पृथिवी यजुर्वेद ज्योति वैदिक सूर्य
धर्म-अध्यात्म “जन्म व मृत्यु शरीर के आदि व अन्तिम छोर हैं और अन्त्येष्टि संस्कार अन्तिम क्रिया है” August 20, 2018 / August 20, 2018 by मनमोहन आर्य | Leave a Comment मनमोहन कुमार आर्य, मनुष्य के जन्म से जीवन का आरम्भ होता है और मृत्यु होने पर जीवन समाप्त हो जाता है। जन्म का अर्थ है कि एक चेतन, अल्पज्ञ, ससीम, सूक्ष्म और अनादि व नित्य जीवात्मा का माता के गर्भ में शरीर का निर्माण व जन्म तथा मृत्यु का अर्थ है कि शरीरस्थ जीवात्मा का […] Read more » Featured अग्नि ऋषि दयानन्द एकादशाह गया श्राद्ध जन्म जल दशगात्र द्वादशाह पृथिवी मासिक मृत्यु शरीर वायु वार्षिक सपिण्डी कर्म
धर्म-अध्यात्म “ईश्वर ही सृष्टिकर्ता है, क्यों व कैसे?” July 25, 2018 / July 25, 2018 by मनमोहन आर्य | Leave a Comment मनमोहन कुमार आर्य, हम पृथिवी पर रहते हैं जिसका एक चन्द्रमा है और सुदूर एक सूर्य है जिससे हमें प्रकाश व गर्मी मिलती है। विज्ञान से सिद्ध हो चुका है कि सूर्य अपनी धूरी पर गति करता है और अन्य सभी ग्रह व उपग्रहों को भी गति देता है। पृथिवी अपनी धूरी पर घूमती […] Read more » ‘ईश्वर सच्चिदानन्द स्वरुप “ईश्वर ही सृष्टिकर्ता है Featured अजन्मा अजर अनादि अनुपम अभय अमर ऋषि दयानन्द क्यों व कैसे?” चन्द्र दयालु नित्य निराकार निर्विकार न्यायकारी पवित्र पृथिवी प्रकृति सर्वव्यापक सर्वशक्तिमान सर्वाधार सर्वान्तर्यामी सर्वेश्वर सूर्य
धर्म-अध्यात्म ‘ईश्वर का अवतार क्यों नहीं होता?’ June 25, 2018 / June 25, 2018 by मनमोहन आर्य | Leave a Comment मनमोहन कुमार आर्य ईश्वर क्या है? ईश्वर एक सच्चिदानन्दस्वरुप, सर्वशक्तिमान, निराकार, सर्वज्ञ, सर्वव्यापक, सर्वान्तर्यामी, अनादि, अजर, अमर, अनन्त, नित्य एवं सृष्टिकर्ता आदि असंख्य गुण, कर्म व स्वभाव से युक्त दयालु व धर्म में स्थित सत्ता है। हमारे देश में पाषाण व धातुओं की मूर्ति बनाकर उसकी पूजा करने की परम्परा विगत दो या ढ़ाई हजार […] Read more » ‘ईश्वर का अवतार क्यों नहीं होता?’ Featured चन्द्र निराकार पृथिवी महर्षि दयानन्द महर्षि वेदव्यास राम व कृष्ण ईश्वर सच्चिदानन्दस्वरुप सर्वज्ञ सर्वव्यापक सर्वशक्तिमान सर्वान्तर्यामी सूर्य
धर्म-अध्यात्म “समस्त पृथिवी पर एक दयानन्द ही पूर्ण ब्रह्मचारी, पूर्ण योगी और पूर्ण ऋषि थाः आचार्य वेदप्रकाश श्रोत्रिय” June 12, 2018 / June 12, 2018 by मनमोहन आर्य | Leave a Comment मनमोहन कुमार आर्य, श्रीमद्दयानन्द ज्यातिर्मठ आर्ष गुरुकुल, पौन्धा-देहरादून के तीन दिवसीय वार्षिकोत्सव के दूसरे दिन 2 जून, 2018 के सायंकालीन सत्र में आर्यसमाज के प्रसिद्ध विद्वान पं. वेदप्रकाश श्रोत्रिय का प्रभावशाली सम्बोधन हुआ। हम यहां उनका सम्बोधन प्रस्तुत कर रहे हैं।अपने सम्बोधन के आरम्भ आचार्य वेदप्रकाश श्रोत्रिय ने कहा कि विद्या ऐसी चीज है […] Read more » Featured आचार्य वेदप्रकाश श्रोत्रिय . पृथिवी महर्षि दयानन्द स्वामी विरजानन्द
धर्म-अध्यात्म ईश्वर ने हमें क्या-क्या दिया है? May 22, 2018 by मनमोहन आर्य | Leave a Comment मनमोहन कुमार आर्य ईश्वर है या नहीं? यदि है तो उसने हमें क्या-क्या दिया है? यह प्रश्न पर स्वाभाविक रूप से मनुष्य के मन में विचार आ सकते हैं। प्रथम प्रश्न पर विचार करें तो हमें अपनी व अन्य मनुष्य की शक्तियों पर विचार करना पड़ता है। मैं मनुष्य हूं परन्तु मेरी शक्तियां सीमित हैं। […] Read more » Featured आकाश ईश्वर ने उत्तर चन्द्र ऋषिकृत ग्रन्थों जल ज्ञान दिया है? पर्वत पृथिवी मनुष्य व अन्य प्राणियों सहित अग्नि वन वनस्पतियों वायु शब्द सद्प्रेरणा समुद्र सुख व शान्ति हमें क्या-क्या
धर्म-अध्यात्म स्त्री व शूद्र शिक्षा के सन्दर्भ में सत्यार्थप्रकाश का मत April 27, 2018 by मनमोहन आर्य | Leave a Comment शिवदेव आर्य स्वामी दयानन्द सरस्वती जी अनिवार्य शिक्षा का समर्थन करते हैं और इसके लिए स्वामी जी यह दायित्व माता-पिता को सौंपते हैं। वे चाणक्य के उस प्रसिद्ध श्लोक – ‘माता शत्रुः पिता वैरी…’ को उद्धृत कर यह स्पष्ट कर देते हैं कि जिन माता-पिता ने अपने बच्चों को प्रशिक्षित नहीं किया उन्होंने अपने सन्तानों […] Read more » Featured अग्नि अपाला काक्षीवती घोषा चन्द्र जल पृथिवी रोमशा लोपामुद्रा वायु सूर्य स्वामी दयानन्द
धर्म-अध्यात्म संसार में अनादि पदार्थ कितने व कौन कौन से हैं? April 24, 2018 by मनमोहन आर्य | Leave a Comment मनमोहन कुमार आर्य हम जब आंखे बन्द करते हैं तो हमें कुछ दिखाई नहीं देता और जब आंखों को खोलते हैं तो हमें यह संसार दिखाई देता है। इस संसार में सूर्य, चन्द्र, पृथिवी, नक्षत्र, लोक लोकान्तर आदि अनेक ग्रह व उपग्रह हैं। इनकी संख्या के बारे में विज्ञान के स्तर से भी माना व […] Read more » Featured अनादि अविनाशी ईश्वर चन्द्र चेतन नक्षत्र नित्य पृथिवी लोक सूर्य
धर्म-अध्यात्म ‘संसार में अनादि पदार्थ कितने व कौन कौन से हैं?’ April 20, 2018 by मनमोहन आर्य | Leave a Comment ‘संसार में अनादि पदार्थ कितने व कौन कौन से हैं?’ -मनमोहन कुमार आर्य, हम जब आंखे बन्द करते हैं तो हमें कुछ दिखाई नहीं देता और जब आंखों को खोलते हैं तो हमें यह संसार दिखाई देता है। इस संसार में सूर्य, चन्द्र, पृथिवी, नक्षत्र, लोक लोकान्तर आदि अनेक ग्रह व उपग्रह हैं। इनकी संख्या […] Read more » Featured ईश्वर चन्द्र जीवात्माओं नक्षत्र पृथिवी ब्रह्माण्ड सूर्य सृष्टिकर्ता