समाज भारत की जाति व्यवस्था और मनु May 28, 2017 by राकेश कुमार आर्य | 1 Comment on भारत की जाति व्यवस्था और मनु डा. भीमराव अंबेडकर भारत में जातिवाद के घोर विरोधी थे और वह इसे भारतीय समाज की उन्नति में सबसे बड़ी बाधा मानते थे। डा. अंबेडकर उन लोगों की मानसिकता के भी विरोधी थे, जिन्होंने अपनी दुकानदारी को चमकाने और निहित स्वार्थों की पूत्र्ति के लिए भारतीय समाज में जातिवाद को प्रोत्साहित किया और समाज में ऊंच-नीच व छुआछूत की बीमारी को भी फैलाया। डा. अंबेडकर मनु को जातिवाद का प्रणेता नहीं मानते थे और वह महर्षि दयानंद जी महाराज की जाति विषयक अवधारणा से तथा मनु के सिद्घांतों की आर्य समाजी व्याख्या से भी सहमत व संतुष्ट थे। वह चाहते थे कियह परम्परा आगे बढ़े और भारतीय समाज में समरसता का परिवेश सृजित हो। Read more » Featured जाति व्यवस्था डा. भीमराव अंबेडकर भारत भारत की जाति व्यवस्था भारतीय समाज मनु मनु की राजव्यवस्था
राजनीति मनु और वत्र्तमान राजनीति की विश्वसनीयता, भाग-4 August 30, 2016 by राकेश कुमार आर्य | Leave a Comment राकेश कुमार आर्य वायु : वायु की विशेषता है कि वह सब प्राणियों में और स्थानों में प्रविष्ट होकर विचरण करता है। उसी प्रकार राजा को अपने गुप्तचरों द्वारा सर्वत्र प्रविष्ट होकर सब स्थानों की अपनी तथा शत्रु की प्रजाओं की बातों की जानकारी रखनी चाहिए। राजा की इस विशेषता में स्पष्ट किया गया है […] Read more » Featured मनु वत्र्तमान राजनीति की विश्वसनीयता
राजनीति मनु और वत्र्तमान राजनीति की विश्वसनीयता भाग-3 August 26, 2016 by राकेश कुमार आर्य | Leave a Comment राकेश कुमार आर्य भारत में कानूनी सुधार की मांग रह रहकर उठायी जाती रही है। कानून के समक्ष समानता की बात भी कही गयीं हैं, या कही जाती रहती हैं, पर कभी कानूनी सुधार को राजनीतिक संरक्षण नही मिला। इसका कारण यह है कि यदि कानूनी सुधार की पहल की गयी तो उसकी पकड़ में […] Read more » Featured मनु वत्र्तमान राजनीति वत्र्तमान राजनीति की विश्वसनीयता
राजनीति लेख साहित्य मनु और वत्र्तमान राजनीति की विश्वसनीयता भाग-2 August 24, 2016 by राकेश कुमार आर्य | Leave a Comment राकेश कुमार आर्य महर्षि मनु अपने राजधर्म में राजा की पहली योग्यता बताते हुए कह रहे हैं कि ‘राजा’ ब्राह्मण के समान परम विद्वान होना चाहिए। कारण कि परम विद्वान राजा ही परम विद्वान ब्राह्मण से राजकाज संबंधी कार्यों के संबंध में गूढ़ चर्चा कर सकेगा। यदि ‘राजा’ मूर्ख है या अनपढ़, अशिक्षित या निरक्षर […] Read more » Featured मनु मनुस्मृति
राजनीति मनु और वत्र्तमान राजनीति की विश्वसनीयता August 20, 2016 by राकेश कुमार आर्य | 1 Comment on मनु और वत्र्तमान राजनीति की विश्वसनीयता राकेश कुमार मनुस्मृति को लेकर देश में अक्सर चर्चा चलती रहती है। कुछ राजनीतिज्ञों और तथाकथित विद्वानों ने मनुस्मृति और मनुवाद को इतना कोसा है कि हर वह व्यक्ति जो थोड़ा सा भी विवेक रखता है वह मनुस्मृति और मनुवाद को लेकर कुछ ‘सावधान’ सा हो उठता है। वास्तव में मनुवाद या मनुवादी वर्ण-व्यव्यस्था हमारे […] Read more » Featured मनु राजनीति वत्र्तमान राजनीति की विश्वसनीयता