विविधा रोहित वेमुला की जांच के बाद मीडिया पर सवाल August 22, 2017 / August 22, 2017 by सुरेश हिन्दुस्थानी | Leave a Comment मीडिया के लिए राष्ट्रीय नीति जरुरी सुरेश हिन्दुस्थानी एक कहावत है कि एक झूंठ को सौ बार प्रचारित किया जाए तो वह लगभग सत्य जैसी ही प्रतीत होने लगती है। सांस्कृतिक वातावरण से कोसों दूर जाने वाली हमारे देश की जनता भी इस झूंठ को सत्य मानने के लिए विवश हो जाती है। इसके परिणाम […] Read more » death of Rohith Vemula Featured Rohith vemula गाय नकारात्मक पत्रकारिता भारत की आस्था राष्ट्रनीति रोहित वेमुला वामपंथी सकारात्मक पत्रकारिता
विविधा लहू पतला हो गया है March 31, 2016 by हिमांशु तिवारी आत्मीय | Leave a Comment ई ‘गोला’ पर ही कउनो ‘फिरकी’ ले रहा है जाति और धर्म पर उंगलियां उठाते हुए ई गोला पर कउनो फिरकी ले रहा है। कउनों भिड़ाने की कोशिश कर रहा है। वो किसी अउर गोला से नहीं, इसी गोला से है। अब कउन है ये आप समझो। हालांकि है आपके आस-पास ही, हुई सकत है […] Read more » communal death of Dr. Narang Death of dentist Dr. Narang death of Rohith Vemula अखलाक की हत्या लहू पतला हो गया है
राजनीति छात्र आंदोलनः खो गया है रास्ता January 26, 2016 by संजय द्विवेदी | Leave a Comment संजय द्विवेदी हैदराबाद विश्वविद्यालय के छात्र रोहित वेमूला की आत्महत्या की घटना ने हमारे शिक्षा परिसरों को बेनकाब कर दिया है। सामाजिक-राजनीतिक संगठनों में काम करने वाले छात्र अगर निराशा में मौत चुन रहे हैं, तो हमें सोचना होगा कि हम कैसा समाज बना रहे हैं? किसी राजनीति या विचारधारा से सहमति-असहमति एक अलग बात […] Read more » death of Rohith Vemula Featured छात्र आंदोलन
समाज जातिगत आंदोलन का नया रूप January 25, 2016 by प्रवक्ता ब्यूरो | Leave a Comment भारतीय राजनीति की यह अपनी विशेषता है कि घटना के घट जाने के पश्चात उसे राजनीति के गहरे समुद्र में उतार दिया जाता है।ठीक उसी तरह की घटी उससे पूर्व की घटना के कारण जानने के लिए ,उसे दूर करने के लिए हम अग्रसर नहीं होते।आज कल रोहित वेमुला काफी चर्चा का विषय बना हुआ […] Read more » death of Rohith Vemula Featured जातिगत आंदोलन का नया रूप