आर्थिकी फिर हाशिये पर जमीन और किसान February 22, 2012 / February 22, 2012 by हिमांशु शेखर | Leave a Comment हिमांशु शेखर 2006 के आखिरी दिनों में सिंगुर और 2007 में नंदीग्राम में किसानों का आंदोलन खड़ा करके पश्चिम बंगाल में तकरीबन तीन दशक से डटे वाम मोर्चा की सरकार को जब ममता बनर्जी ने बेहद सधे अंदाज में झकझोरा तो एक स्पष्ट सियासी संकेत उभरा कि जमीन और किसान वोट बटोरने के औजार भूमंडलीकरण […] Read more » Farmers Land किसान हाशिये पर जमीन
लेख आधुनिक भारत में किसान हाशिए पर December 4, 2011 / December 6, 2011 by संजय कुमार बलौदिया | Leave a Comment संजय कुमार कुछ समय पहले राष्ट्रीय अपराध रिकार्ड ब्यूरो की रिपोर्ट आई जिसके अनुसार पिछले 16 वर्षों में 2.5 लाख से ज्यादा किसानों ने खुदकुशी कर ली है। वहीं महाराष्ट्र, आंध्रप्रदेश, मध्यप्रदेश, छत्तीसगढ़, कर्नाटक में किसानों की दशा ओर भी खराब है। मध्यप्रदेश में हर दिन 4 किसान खुदकुशी कर रहे है। इन आंकडों और […] Read more » Farmers modern india आधुनिक भारत किसान हाशिए पर
खेत-खलिहान गांव में किसानों के प्रति सरकार का व्यवहार November 11, 2011 / December 3, 2011 by प्रवक्ता ब्यूरो | Leave a Comment निर्मला कुमारी आर्थिक स्तर पर मजबूती और बढ़ते औद्योगिकीकरण के प्रधान देश के रूप में ही माना जाता है। यही कारण है कि आज भी इसपर विशेष ध्यान दिया जाता रहा है। कृषि उत्पादन को बढ़ावा देने के लिए केंद्र और राज्य सरकारें लगातार प्रयासरत हैं। इसके लिए समय-समय पर प्रभावी नीतियां लागु करने का […] Read more » Farmers किसान सरकार का व्यवहार
खेत-खलिहान ऐसे तो नहीं खत्म होगी किसानों की कर्जदारी October 24, 2011 / December 5, 2011 by सुनील अमर | Leave a Comment सुनील अमर देश के आधे किसान कर्ज के बोझ तले दबे हैं, सरकार ने इस बात को संसद में स्वीकार किया है। कृषि मंत्री शरद पवार ने गत सप्ताह सदन को बताया कि राष्ट्रीय नमूना सर्वेक्षण संगठन यानी एन.एस.एस.ओ ने अपने ताजा सर्वे में पाया है कि देश के कुल किसान परिवारों में से 48.6 […] Read more » Farmers कर्ज किसान
लेख ’……..फिर भी किसान अन्नदाता है पचौरी जी ! ” September 11, 2011 / December 6, 2011 by सुनील अमर | 2 Comments on ’……..फिर भी किसान अन्नदाता है पचौरी जी ! ” सुनील अमर आदरणीय सुधीश पचौरी जी, जितनी मेरी उम्र है, उससे कहीं ज्यादा आपको लिखने का तजुर्बा है, इसलिए आपके लिखे पर सवाल उठाने की धृष्टता से पहले मैं आपसे क्षमा मांग लेता हॅूं। कई स्थितियां हो सकती हैं, मसलन – मेरे आपके बीच पीढ़ी का अंतराल, योग्यता और अनुभव की मेरी कमी, देश के […] Read more » Farmers अन्नदाता किसान
आर्थिकी किसान का दर्द भी समझें नीता जी March 2, 2011 / December 15, 2011 by प्रवक्ता ब्यूरो | Leave a Comment सिवनी जिले के इतिहास का काला अध्याय है सिवनी विधानसभा के ग्राम थांवरी के एक किसान द्वारा की गई आत्महत्या। यह आत्महत्या किस कारण से की गई है, इसके पीछे तर्क कुतर्क जमकर हो रहे हैं। सियासी दल के नुमाईंदे आपस में इसे लेकर राजनैतिक रोटियां सेंकने से बाज नहीं आ रहे हैं। सिवनी की […] Read more » Farmers आत्महत्या किसान का दर्द नीता जी
खेत-खलिहान किसान आत्महत्या: त्रासदी कहीं नियति न बन जाए January 21, 2011 / December 16, 2011 by के. एन. गोविंदाचार्य | 2 Comments on किसान आत्महत्या: त्रासदी कहीं नियति न बन जाए के. एन. गोविन्दाचार्य दिनांक 14 अक्टूबर, 2006 की दोपहर मैं ‘विदर्भ’ में कारेजा के निकट मनोरा तहसील के ‘इंजोरी’ गांव में गया। इस गांव के एक किसान ने आत्महत्या की थी। उसके परिवार से मिलना, सांत्वना देना मेरा मकसद था। शिवसेना के नेता श्री दिवाकर मेरे साथ थे। संत गजानन भी हमारे साथ चल रहे […] Read more » Farmers आत्महत्या किसान