समाज मीडिया का पतन लोकतंत्र पर आघात August 28, 2018 / August 29, 2018 by तनवीर जाफरी | 1 Comment on मीडिया का पतन लोकतंत्र पर आघात तनवीर जाफ़री विश्व के 165 स्वतंत्र देशों में हुए शोध के अनुसार पांच विभिन्न मापदंडों के आधार पर तैयार की गई एक रिपोर्ट के मुताबिक भारतवर्ष वैश्विक लोकतंत्र सूचकांक में दस पायदान नीचे चला गया है। 2017 में यह 42वें स्थान पर था। ब्राऊन विश्वविद्यालय के प्रोफेसर जेएफ हालगोन द्वारा किए गए एक विस्तृत शोध […] Read more » feartured Featured इंदिरा गांधी धक्कामुक्की व गाली-गलौच ब्राऊन विश्वविद्यालय भारतीय मीडिया मीडिया का पतन लोकतंत्र पर आघात सर्वोच्च न्यायालय हाथापाई
धर्म-अध्यात्म गुरुकुल पौंधा-देहरादून में 21 नये ब्रह्मचारियों के उपनयन एवं वेदारम्भ संस्कार सोल्लास सम्पन्न” August 28, 2018 / August 29, 2018 by मनमोहन आर्य | Leave a Comment –मनमोहन कुमार आर्य, आर्ष गुरुकुल पौंधा-देहरादून में आज दिनांक 25 अगस्त, 2018 को 21 नये प्रवेशार्थी ब्रह्मचारियों के उपनयन एवं वेदारम्भ संस्कार सोल्लास सम्पन्न हुए। आचार्य के प्रतिष्ठित पद पर आर्यजगत के वेदों के विख्यात विद्वान डॉ. रघुवीर वेदालंकार उपस्थित थे। उन्होंने दोनों संस्कारों की उन सभी क्रियाओं को जो आचार्य और ब्रह्मचारियों के मध्य […] Read more » feartured Featured गुरु स्वामी ओमानन्द सरस्वती ज्येष्ठ डा. रघुवीर वेदालंकार श्री नारायण सिंह राणा श्रेष्ठ व पूजनीय विद्वान स्वामी प्रणवानन्द सरस्वती
धर्म-अध्यात्म “ईश्वर प्रदत्त सनातन वैदिक धर्म का भविष्य” August 28, 2018 / August 29, 2018 by मनमोहन आर्य | Leave a Comment मनमोहन कुमार आर्य, धर्म मनुष्यों के आचरण करने योग्य श्रेष्ठ सिद्धान्तों, मान्यताओं व विचारधारा को कहते हैं। सिद्धान्त व मान्यतायें ऐसी हों जिनसे संसार के सभी मनुष्यों का हित व उन्नति हो व सब सुखी रहकर सृष्टिकर्ता ईंश्वर व अपनी जीवात्मा का ज्ञान प्राप्त कर आत्मा की उन्नति व परजन्म को इस जन्म से भी […] Read more » feartured Featured ईसाई जैन बौद्ध ब्राह्मण ग्रन्थ महर्षि दयानन्द सरस्वती मुस्लिम हिन्दू व वैदिक धर्म
राजनीति सरकारी तंत्र में कामकाज की संस्कृति को बढ़ाने की जरुरत August 28, 2018 / August 29, 2018 by विवेक कुमार पाठक | Leave a Comment विवेक कुमार पाठक लेखक स्वतंत्र पत्रकार हैं आज देश में सरकारी सिस्टम एक अजब गजब बीमारी से संक्रमित नजर आ रहा है। ये बीमारी एक से दूसरे दूसरे से तीसरे और इसी तरह निरंतर आगे बढ़ती जा रही है। बीमारी का नाम है। काम से तौबा मतलब कामकाज की संस्कृति का नितांत अभाव। आज सरकारी […] Read more » feartured Featured कनिष्ठ मध्यम राष्ट्र श्रम कानून सदस्यीय मंत्रीपरिषद सरकारी सिस्टम
समाज देश में पढे लिखे भिखारी August 28, 2018 / August 29, 2018 by अनिल अनूप | Leave a Comment अनिल अनूप भीख मांगते लोगों के बारे में अगर आपकी भी यही धारणा है कि वे अशिक्षित और लाचार होने की वजह से मांग कर अपना जीवन यापन करते हैं तो ध्यान दें कि एक रिपोर्ट के अनुसार देश में बड़ी संख्या में डिग्री और डिप्लोमा वाले भिखारी हैं. भारत में सड़कों पर भीख मांगने […] Read more » feartured Featured गरीबी देश में पढे लिखे भिखारी बच्चों बेरोजगारी भिखारी शिक्षित महिलाओं
धर्म-अध्यात्म समाज “राजा महेन्द्र प्रताप के देश की आजादी में बलिदान के कुछ विस्मृत प्रसंग” August 28, 2018 / August 30, 2018 by मनमोहन आर्य | Leave a Comment मनमोहन कुमार आर्य, देश को आजाद कराने में अनेक देशभक्त वीरों ने अपना जीवन बलिदान किया है। इन बलिदानी वीरों के परिवारों ने भी किसी से कोई कम बलिदान नहीं किये हैं। उनकी ओर प्रायः किसी का ध्यान ही नहीं जाता। प्रस्तुत लेख में राजा महेन्द्र प्रताप जी व उनकी धर्मपत्नी के बीच संवाद से […] Read more » feartured ऊधम सिंह आदि देशभक्तों चन्द्रशेखर आजाद भगत सिंह मदन लाल ढ़ीगरा राम प्रसाद बिस्मिल लाला लाजपतराय लाला हरदयाल सुभाष चन्द्र बोस सहित वीर सावरकर
राजनीति 21 वी सदी की सर्वाधिक सशक्त पार्टी है भाजपा April 6, 2018 by अशोक बजाज | Leave a Comment भाजपा के स्थापना दिवस (6 अप्रेल) पर विशेष आलेख अशोक बजाज 6 अप्रैल 1980 को जब भारतीय जनता पार्टी का गठन हुआ तब शायद किसी ने कल्पना भी नहीं की थी यह पार्टी विश्व की राजनीतिक धरा पर विशाल वट-वृक्ष की तरह स्थापित हो जायेगी. गैर-कांग्रेसी दलों के गठबंधन के रूप में 1977 में उपजी जनता […] Read more » 15 राज्यों feartured अटलबिहारी बाजपेयी अमित शाह नरेंद्र मोदी बीजेपी भारतीय जनता पार्टी स्थापना दिवस
शख्सियत समाज दारा शिकोह व्यक्तित्व और कृतित्व February 21, 2016 by डा. राधेश्याम द्विवेदी | Leave a Comment डा. राधेश्याम द्विवेदी सामान्य परिचयः-मुगल बादशाह शाहजहां जब 67वर्ष का हो चुका तो उसे अपने उत्तराधिकारी की चिन्ता सताने लगी थी। उसके तथा मुमताज महल के चार जीवित पुत्र थे। सभी व्यस्क थे तथा सभी को अलग-अलग प्रान्तों के सेनाओं के नायकत्व का अनुभव था। उनमें भाईचारे का कोई भाव नहीं था। सब एक दूसरे […] Read more » Dara Shikoh feartured दारा शिकोह