लेख ज्ञान-विज्ञान के भारतीय स्रोत पुनः प्रवाहित होने चाहिए July 30, 2019 / July 30, 2019 by मनोज ज्वाला | Leave a Comment मनोज ज्वाला एक प्रसिद्ध ग्रंथ ‘स्टोरी ऑफ सिविलाइजेशन’ के अमेरिकी लेखक और इतिहासकार विल डुरांट ने भारत को दुनिया की समस्त सभ्यताओं की जननी कहा है। उन्होंने ‘दी केस फॉर इण्डिया’ नामक अपनी पुस्तक में लिखा है- ‘भारत से ही सभ्यता की उत्पत्ति हुई। संस्कृत सभी यूरोपियन भाषाओं की भी जननी है। हमारा समूचा दर्शन […] Read more » flowing Indian Knowledge Science
स्वास्थ्य-योग पंचगव्य चिकत्सा और भारतीय गोवंश July 24, 2011 / December 8, 2011 by डॉ. राजेश कपूर | 14 Comments on पंचगव्य चिकत्सा और भारतीय गोवंश डा.राजेश कपूर भारतीय संस्कृति और आयुर्वेद परम्परा में अनादी काल से गो का स्थान अत्यंत महत्व का रहा है. पञ्च गव्य के नाम से जाने गए गो उत्पादों का प्रयोग चिकित्सा हेतु व जीवन की विविध गतिविधियों में होता आया है. वेद, उपनिषद्, पुरानों में इनका वर्णन बड़े विस्तार व व्यापक रूप में मिलता है. […] Read more » Indian पंचगव्य चिकत्सा भारतीय गोवंश
समाज भारतीय अफसरशाही की दशा और दिशा May 1, 2011 / December 13, 2011 by जावेद उस्मानी | 7 Comments on भारतीय अफसरशाही की दशा और दिशा कोषपूर्वा: सर्वारम्भाः। तस्मात पूर्वं कोषमवेक्षेत। कौटिल्य अर्थशास्त्रमःअघ्याय 8 प्रकरण 24 श्लोक 1 (सभी कार्य कोष पर निर्भर है। इसलिये राजा को चाहिये कि सबसे पहले कोष पर ध्यान दे।) सभ्यता के प्रारंभ से ही मानवों ने पहले समाज एंव फिर एक सामाजिक सत्ता की आवश्यकता महसूस कर ली थी। शक्ति आधारित राजतंत्रीय ब्यवस्था मे प्रारंभिक […] Read more » Indian अफसरशाही दशा दिशा भारतीय
विविधा संतोष भारतीय को आफ़ताब-ए-सहाफ़त अवार्ड February 18, 2011 / December 15, 2011 by प्रवक्ता ब्यूरो | 3 Comments on संतोष भारतीय को आफ़ताब-ए-सहाफ़त अवार्ड आल इंडिया तंज़ीम उलेमा-ए-हक़ द्वारा आयोजित आतंकवाद और सांप्रदायिकता के ख़िलाफ़ राष्ट्रीय एकता अधिवेशन का आयोजन नई दिल्ली के कांस्टीट्यूशन क्लब में किया गया, जिसमें उर्दू के पहले अंतरराष्ट्रीय साप्ताहिक चौथी दुनिया अख़बार के प्रधान संपादक संतोष भारतीय को उर्दू पत्रकारिता के क्षेत्र में उनकी उल्लेखनीय सेवाओं के लिए आफ़ताब-ए-सहाफ़त अवार्ड से सम्मानित किया गया. […] Read more » Indian संतोष भारतीय
धर्म-अध्यात्म भारतीय चिंतन में ब्रह्म निरूपण January 13, 2011 / December 16, 2011 by प्रवक्ता ब्यूरो | 1 Comment on भारतीय चिंतन में ब्रह्म निरूपण हृदयनारायण दीक्षित अस्तित्व सुरम्य है। रूपों रहस्यों से भरा-पूरा। यहां रूप के साथ रस, गंध, ध्वनि छन्द का वातायन है। जन्म मृत्यु की आंख मिचौनी है। ऐसा विराट अस्तित्व क्या अकारण है? प्रत्येक कार्य के पहले कारण होता है। वैज्ञानिक दृष्टिकोण में कार्य कारण की महत्ता है। ‘श्वेताश्वतर उपनिषद्’ की शुरूवात सृष्टि के बारे में […] Read more » Indian भारतीय
विविधा भारतीय चिंतन में रसानुभूति December 10, 2010 / December 19, 2011 by प्रवक्ता ब्यूरो | 1 Comment on भारतीय चिंतन में रसानुभूति हृदयनारायण दीक्षित मनुष्य आनंद अभीप्सु है। भक्तों के अनुसार प्रभु का भजन ही आनंद का स्रोत है। भक्त मुक्ति या मोक्ष नहीं मांगते। प्रभु प्रीति में ही आनंद सागर देखते हैं। महात्मा बुध्द संसार को दुखमय देखते थे। उन्होंने दुखों का कारण ‘अविद्या’ बताया और विद्या को मुक्ति का उपाय। मुक्ति ही आनंद है। बाकी […] Read more » Indian रसानुभूति
समाज बंटा हुआ भारतीय समाज November 1, 2010 / December 20, 2011 by प्रवक्ता ब्यूरो | 6 Comments on बंटा हुआ भारतीय समाज -शिशिर चन्द्र आज भारतीय समाज कई भागों में विभाजित हो गया है. 1947 में जो विभाजन देश ने देखा, वो अब काफी पीछे छूट गया है. ऐसा लगता था कि देश विभाजन के बाद समग्रता को प्राप्त करेगा; लेकिन यह दिवा स्वप्न ही साबित हुआ. आज विभाजन की लकीरें और गहरी हो गयी हैं. सिर्फ […] Read more » Indian भारतीय
धर्म-अध्यात्म ऋग्वेद प्राचीन भारतीय समाज का गीत दर्पण October 18, 2010 / December 20, 2011 by प्रवक्ता ब्यूरो | Leave a Comment – हृदयनारायण दीक्षित सभी जीवधारी शरीर और प्राण का संयोग हैं। लेकिन मनुष्य विशिष्ट है। मनुष्य जिज्ञासु है। बाकी प्राणी शारीरिक जरूरतों में सीमित हैं। जिज्ञासा की प्यास मनुष्य को प्रकृति का सर्वोत्तम उपहार है। जिज्ञासा जानकारी की इच्छा है। दुनिया के सभी भूखंडों के मनुष्य में जिज्ञासा थी लेकिन इसका प्रामाणिक इतिहास नहीं मिलता। […] Read more » Indian ऋग्वेद
साहित्य फ़ैज़ अहमद फ़ैज़ जन्मशती- भारतीय उपमहाद्वीप का सर्वहारा का महाकवि October 17, 2010 / December 20, 2011 by जगदीश्वर चतुर्वेदी | 4 Comments on फ़ैज़ अहमद फ़ैज़ जन्मशती- भारतीय उपमहाद्वीप का सर्वहारा का महाकवि -जगदीश्वर चतुर्वेदी आज भारत में अनेक हिन्दी-उर्दू कवियों और लेखकों ने भारत में सत्ता और संस्कृति उद्योग के सामने पूरी तरह समर्पण कर दिया है। इन लोगों ने मजदूरों के पक्ष में बोलना बरसों से बंद कर दिया है। देशी-विदेशी कारपोरेट घरानों की मलाई खाने और प्रतिष्ठानी कर्मकांड का अपने को हिस्सा बना लिया है। […] Read more » Indian फ़ैज़ अहमद फ़ैज़
विविधा भारतीय पुरातत्व एवं तोजो इंटरनेशनल की विश्वसनीयता October 12, 2010 / December 21, 2011 by विजय कुमार | 2 Comments on भारतीय पुरातत्व एवं तोजो इंटरनेशनल की विश्वसनीयता -विजय कुमार अयोध्या प्रकरण पर प्रयाग उच्च न्यायालय की विशेष पीठ द्वारा 30 सितम्बर को दिये गये निर्णय पर अपने-अपने चश्मे के अनुसार विभिन्न दल, समाचार पत्र, पत्रिकाएं तथा दूरदर्शन वाहिनियां बोल व लिख रही हैं। इस निर्णय में मुख्य भूमिका भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण विभाग और उसकी उत्खनन इकाई ने निभाई है। 1992 में बाबरी […] Read more » Indian अयोध्या पुरातत्व
विविधा हमें भारतीय होने पर गर्व हैं ….. September 29, 2010 / December 22, 2011 by प्रवक्ता ब्यूरो | Leave a Comment -राजीव कुमार बिश्नोई अमेरिका में वहां के राष्ट्रपति पर उनकी नागरिकता पर जब सवाल उठाया गया , या 9/11 की बरसी पर कुरान शरीफ जलाने की एक पादरी द्वारा दी गई धमकी ये हाल ही में घटी वो घटनाये हैं जो पूरी दुनिया के मिडिया की सुर्खिया बनी अमेरिकी प्रशासन भी इस तरह की भ्रामक […] Read more » Indian भारतीय